{"_id":"6929e56a3d4cefc1f5008d06","slug":"jammu-kashmir-news-udhampur-news-c-202-1-sjam1015-130090-2025-11-28","type":"story","status":"publish","title_hn":"Udhampur News: मिडिल स्कूल में बनेंगे तीन नए क्लास रूम","category":{"title":"City & states","title_hn":"शहर और राज्य","slug":"city-and-states"}}
Udhampur News: मिडिल स्कूल में बनेंगे तीन नए क्लास रूम
विज्ञापन
सरकारी मिडिल स्कूल शिव नगर में अतिरिक्त क्लास रूम बनाने के लिए खोदी गईं नींव ।
- फोटो : udhampur news
विज्ञापन
उधमपुर। लंबे समय से एक कमरे में संचालित वार्ड 7 के सरकारी मिडिल स्कूल शिवनगर की समस्याओं का जल्द समाधान होने वाला है। स्कूल परिसर में तीन अतिरिक्त क्लास रूम और बालक व बालिकाओं के लिए अलग-अलग शौचालय बनाने का काम शुरू किया गया है।
वर्ष 1991 में प्राइमरी स्कूल के तौर पर स्थापित इस स्कूल को 2006 में अपग्रेड कर मिडिल स्कूल बनाया गया था। वर्ष 2024 में इसे शहीद कांस्टेबल शब्बीर अहमद के नाम समर्पित किया गया लेकिन शिक्षा विभाग और सेना के बीच स्कूल के जमीन विवाद के कारण इसका विकास नहीं हो पा रहा था। इससे को-एजूकेशन वाले इस स्कूल में विद्यार्थी क्लास रूम की कमी का सामना कर रहे थे। इसकी वजह से ज्यादातर कक्षाएं खुले में लगानी पड़ रहीं थीं। स्कूल का एकमात्र कमरा भी खस्ताहाल हो चला था। बाहर बनाया शेड भी गिरने की स्थिति में था। बारिश होने और हवा चलने पर स्कूल में छुट्टी करनी पड़ती थी।
तीन महीने में सुलझा ढाई दशक पुराना विवाद
राजस्व रिकार्ड के मुताबिक स्कूल के अधिकार क्षेत्र में 2.75 कनाल जमीन है। इसको लेकर बीते ढाई दशक से शिक्षा विभाग और सैन्य अधिकारियों के बीच विवाद चल रहा था। समाधान की उम्मीद नजर नहीं आ रही थी। इससे विद्यार्थी परेशानी का सामना कर रहे थे। साल 2024 में जब इस स्कूल को शहीद इंस्पेक्टर शब्बीर अहमद के नाम समर्पित किया गया तो इस मुद्दे को समाचार पत्र में प्रमुखता से प्रकाशित किया गया था। इसका प्रशासन ने तत्काल संज्ञान लिया और ढाई दशक पुराने विवाद को मात्र कुछ महीनों में सुलझा कर विकास की राह तैयार कर दी। जिला उपायुक्त सलोनी राय ने स्वयं इस मामले में हस्तक्षेप किया और दोनों पक्षों की सुलह कराई। सेना को दूसरी जगह जमीन आवंटित कर मामले का समाधान किया गया।
-- -- -- -- -- -- -- -- -- -- -- -- -- -- -- -
24.39 लाख से बनेंगे तीन क्लास रूम और दो शौचालय
जिला कैपेक्स बजट के तहत 24.39 लाख की परियोजना स्वीकृत की गई है। इससे स्कूल परिसर में तीन अतिरिक्त क्लास रूम और बालक-बालिकाओं के लिए दो अलग-अलग शौचालय बनाए जाएंगे। ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज विभाग की तरफ से इसकी निविदा प्रक्रिया पूरी करने के बाद अब जमीनी स्तर पर नींव तैयार करने का काम भी शुरू कर दिया गया है।
छात्रों को मिलेगी राहत, अभिभावकों की चिंता भी होगी दूर
स्कूल में अतिरिक्त क्लास रूम बनने से विद्यार्थियों को राहत मिलेगी। अभिभावकों की चिंता भी दूर होगी। स्थानीय सोहन लाल, अंजु देवी, तरुण कुमार, विकास व अन्य ने कहा कि स्कूल की आठ कक्षाओं के लिए एक कमरा होेने से बच्चों को परेशानी आती थी। बारिश में छुट्टी करनी पड़ती थी। इससे छात्रों की पढ़ाई प्रभावित होती थी।
-- -- -- -- -- -- -- -- -- -- -- -- -- -- -- -- -- -- -- --
जमीन का विवाद सुलझने के बाद स्कूल में सुविधाओं को बढ़ाने को लेकर विशेष प्रयास किए गए हैं। प्राथमिकता के आधार पर क्लास रूम की कमी को दूर किया जा रहा है। बालक-बालिकाओं के लिए अलग-अलग शौचालय बनाए जा रहे हैं। 24.39 लाख की स्वीकृत परियोजना पर काम शुरू कर दिया गया है। प्रयास रहेगा कि अगला सत्र शुरू होने से पहले काम पूरा हो जाए।
- कल्पना जसरोटिया, डिप्टी सीईओ
Trending Videos
वर्ष 1991 में प्राइमरी स्कूल के तौर पर स्थापित इस स्कूल को 2006 में अपग्रेड कर मिडिल स्कूल बनाया गया था। वर्ष 2024 में इसे शहीद कांस्टेबल शब्बीर अहमद के नाम समर्पित किया गया लेकिन शिक्षा विभाग और सेना के बीच स्कूल के जमीन विवाद के कारण इसका विकास नहीं हो पा रहा था। इससे को-एजूकेशन वाले इस स्कूल में विद्यार्थी क्लास रूम की कमी का सामना कर रहे थे। इसकी वजह से ज्यादातर कक्षाएं खुले में लगानी पड़ रहीं थीं। स्कूल का एकमात्र कमरा भी खस्ताहाल हो चला था। बाहर बनाया शेड भी गिरने की स्थिति में था। बारिश होने और हवा चलने पर स्कूल में छुट्टी करनी पड़ती थी।
विज्ञापन
विज्ञापन
तीन महीने में सुलझा ढाई दशक पुराना विवाद
राजस्व रिकार्ड के मुताबिक स्कूल के अधिकार क्षेत्र में 2.75 कनाल जमीन है। इसको लेकर बीते ढाई दशक से शिक्षा विभाग और सैन्य अधिकारियों के बीच विवाद चल रहा था। समाधान की उम्मीद नजर नहीं आ रही थी। इससे विद्यार्थी परेशानी का सामना कर रहे थे। साल 2024 में जब इस स्कूल को शहीद इंस्पेक्टर शब्बीर अहमद के नाम समर्पित किया गया तो इस मुद्दे को समाचार पत्र में प्रमुखता से प्रकाशित किया गया था। इसका प्रशासन ने तत्काल संज्ञान लिया और ढाई दशक पुराने विवाद को मात्र कुछ महीनों में सुलझा कर विकास की राह तैयार कर दी। जिला उपायुक्त सलोनी राय ने स्वयं इस मामले में हस्तक्षेप किया और दोनों पक्षों की सुलह कराई। सेना को दूसरी जगह जमीन आवंटित कर मामले का समाधान किया गया।
24.39 लाख से बनेंगे तीन क्लास रूम और दो शौचालय
जिला कैपेक्स बजट के तहत 24.39 लाख की परियोजना स्वीकृत की गई है। इससे स्कूल परिसर में तीन अतिरिक्त क्लास रूम और बालक-बालिकाओं के लिए दो अलग-अलग शौचालय बनाए जाएंगे। ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज विभाग की तरफ से इसकी निविदा प्रक्रिया पूरी करने के बाद अब जमीनी स्तर पर नींव तैयार करने का काम भी शुरू कर दिया गया है।
छात्रों को मिलेगी राहत, अभिभावकों की चिंता भी होगी दूर
स्कूल में अतिरिक्त क्लास रूम बनने से विद्यार्थियों को राहत मिलेगी। अभिभावकों की चिंता भी दूर होगी। स्थानीय सोहन लाल, अंजु देवी, तरुण कुमार, विकास व अन्य ने कहा कि स्कूल की आठ कक्षाओं के लिए एक कमरा होेने से बच्चों को परेशानी आती थी। बारिश में छुट्टी करनी पड़ती थी। इससे छात्रों की पढ़ाई प्रभावित होती थी।
जमीन का विवाद सुलझने के बाद स्कूल में सुविधाओं को बढ़ाने को लेकर विशेष प्रयास किए गए हैं। प्राथमिकता के आधार पर क्लास रूम की कमी को दूर किया जा रहा है। बालक-बालिकाओं के लिए अलग-अलग शौचालय बनाए जा रहे हैं। 24.39 लाख की स्वीकृत परियोजना पर काम शुरू कर दिया गया है। प्रयास रहेगा कि अगला सत्र शुरू होने से पहले काम पूरा हो जाए।
- कल्पना जसरोटिया, डिप्टी सीईओ