श्रीनगर। टैगोर हॉल में तीन दिवसीय अंतरराज्यीय सांस्कृतिक महोत्सव के दूसरे दिन कई रंगारंग कार्यक्रम हुए। साथ ही चित्रकला प्रदर्शनी का भी आयोजन किया गया। इस दौरान लोक गायक वहीद जीलानी ने गाया मुझे याद है जरा-जरा, तुम्हें याद हो या न हो... तो लोग झूम उठे।
टैगोर हॉल में बुधवार को सुबह 10 बजे से दूसरे दिन के कार्यक्रम शुरू हुए। इस दौरान अतिथियों ने अपनी बात रखी। परिसर में बच्चों की चित्रकला प्रतियोगिता का आयोजन किया गया था। मंच पर अतिथियों का स्वागत गुलदस्ता भेंट कर किया गया। जम्मू-कश्मीर डेल्फ़िक परिषद के अध्यक्ष, इंजीनियर अशोक सिंह ने स्वागत भाषण दिया। इसके बाद उस्ताद मोहम्मद ने कश्मीरी सूफ़ियाना मौसीकी पेश की जिसका साथ याकूब शेख एंड पार्टी ने दिया।
गुलज़ार अहमद गनई और अब्दुल रशीद हाफ़िज़ एंड पार्टी द्वारा चकरी पेश की गई। चंडीगढ़ से विक्रम सिरोहीवाल ने सूफ़ियाना महफ़िल सजाई। डेल्फ़िक काउंसिल ऑफ़ जम्मू-कश्मीर के उपाध्यक्ष विजय पुरी और मुख्य अतिथि पूर्व मंत्री शाम लाल शर्मा ने कार्यक्रम को संबोधित किया। इसके बाद मंच पर ही सांस्कृतिक आदान-प्रदान सत्र पर पैनल चर्चा : अंतरराज्यीय सांस्कृतिक आदान-प्रदान जम्मू-कश्मीर और देश के बाकी हिस्सों के बीच एक सेतु का काम कैसे कर सकता है ताकि जम्मू-कश्मीर में पर्यटन और शांति को बढ़ावा मिले, की गई।
इसमें राजस्थान की आईएएस श्रेया गुहा, डॉ. अमित शर्मा, राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता प्रो. शाद रमज़ान, रमेश प्रसन्ना ने हिस्सा लिया।