MP Winter Session: प्रश्न काल समाप्त, खाद के मुद्दे को लेकर कांग्रेस के तेवर तल्ख; सदन से किया वॉकआउट
MP Assembly Winter Session Live Updates News in Hindi: मप्र विधानसभा का शीतकालीन सत्र आज से शुरू हो गया है। सबसे पहले विधानसभा अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर ने दो विधायकों को शपथ दिलाई। दूसरी और किसानों के खाद के मुद्दे पर कांग्रेस का विरोध जारी है और उसने सदन से वॉक आउट कर दिया। मंगलवार 11 बजे तक विधानसभा की कार्रवाई स्थगित कर दी गई।
लाइव अपडेट
विधानसभा कार्यवाही के पहले दिन खाद के मुद्दे को लेकर कांग्रेस लगातार सत्ता पक्ष पर हावी है। इसी बीच सदन के भीतर से विपक्ष ने वॉकआउट कर दिया है।
प्रश्न काल समाप्त होने के बाद शून्य काल में नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंगार ने खाद का मुद्दा उठाया। उन्होंने किसानों को खाद नहीं मिल रहा है, इसपर सरकार से जवाब मांगा। उमंग सिंघार ने कहा कि सरकार किसानों के लिए खाद उपलब्ध नहीं करा पा रही है। इस पर अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि चर्चा के लिए विषय लगा हुआ है, समय आने पर चर्चा होगी। वहीं भाजपा विधायक व मंत्री कैलाश विजयवर्गी ने कहा कि आज के दिन बांग्लादेश का उदय हुआ था, हमारी सेवा ने 93 हजार सैनिकों को घुटने टेकने पर मजबूर कर दिया था।
मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने विधानसभा सदन में भाजपा नेता प्रभात झा, भूतपूर्व सदस्य आरिफ अकील, पूर्व मंत्री नटवर सिंह, एस एम कृष्णा सहित अन्य दिवंगत भूतपूर्व सदस्यों के योगदान का स्मरण किया और श्रद्धांजलि अर्पित की। मुख्यमंत्री डॉ यादव ने जनजातीय कलाकार जोधइया बाई के निधन का भी उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि जोधइया बाई एक विशिष्ट जनजातीय कलाकार थीं। पेरिस सहित विश्व के कई स्थानों पर उनके चित्रों की प्रदर्शनियां लगती रही हैं।
इधर, भाजपा विधायक रामेश्वर शर्मा ने एक बयान दिया है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रगान गाना चाहिए, राष्ट्रगान गाना ही पड़ेगा। वहीं मदरसों में राष्ट्रगान अनिवार्य करने पर रामेश्वर शर्मा ने कहा कि मैं देश के बड़े मौलवियों से पूछना चाहता हू, कि क्या राष्ट्रगान गाना गलत है? जैसे मादरे वतन बोलते है, धरती ही मेरी माता है बोलते है, मदरसों के लिए जमीन चाहिए, वजीफा चाहिए, इसलिए राष्ट्रगान गाना चाहिए।
वंदे मातरम के साथ विधानसभा सत्र की कार्यवाही शुरू हो गई है। सबसे पहले उपचुनाव में निर्वाचित हुए सदस्य रमाकांत भार्गव, कमलेश प्रताप शाह को विधानसभा अध्यक्ष ने शपथ दिलाई है।
मध्यप्रदेश सरकार के इंडस्ट्री कॉनक्लेव में निवेश प्रस्ताव के झूठे दावों ने मध्यप्रदेश को शर्मसार किया है। झूठ बोलने के लिये कुख्यात मध्यप्रदेश सरकार ने एक ही निवेश प्रस्ताव को दो अलग-अलग संभागों में जोड़कर निवेश का फ़र्ज़ी आँकड़ा पेश किया है।
— Kamal Nath (@OfficeOfKNath) December 16, 2024
बताया जा रहा है कि 7550 करोड़ के… pic.twitter.com/4KwdVIcZnd
कमलनाथ ने कहा कि मध्यप्रदेश सरकार के इंडस्ट्री कॉनक्लेव में निवेश प्रस्ताव के झूठे दावों ने मध्यप्रदेश को शर्मसार किया है। झूठ बोलने के लिये कुख्यात मध्यप्रदेश सरकार ने एक ही निवेश प्रस्ताव को दो अलग-अलग संभागों में जोड़कर निवेश का फ़र्ज़ी आँकड़ा पेश किया है। बताया जा रहा है कि 7550 करोड़ के निवेश प्रस्ताव ऐसे हैं जिसे पहले सागर संभाग में गिनाया गया था, बाद में इन्हीं प्रस्तावों को नर्मदापुरम संभाग में भी जोड़कर झूठी वाहवाही लूटने की कोशिश की गई है।
इसके पहले शिवराज सरकार को भी इसी तरह झूठी वाहवाही लूटने की आदत थी, लाखों करोड़ के निवेश और रोज़गार का दावा किया जाता था, और हक़ीक़त में निवेश शून्य और रोज़गार भी शून्य ही रहता था। इसी रास्ते पर अब मोहन यादव सरकार भी चल पड़ी है। निवेश के झूठे आँकड़े सरकार की नीयत पर गंभीर सवाल उठाते हैं।
आगे उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री जी, निवेश विश्वास से आता है…और झूठ बोलने वालों पर कभी विश्वास नहीं होता, इसलिये मध्यप्रदेश निवेश से वंचित रह जाता है। मेरा आपसे आग्रह है कि झूठ बोलने का शिवराज सिंह चौहान का यह मर्ज़ आप मत अंगीकार कीजिए। धीरे-धीरे सच बोलने और स्वीकारने की कोशिश कीजिए, शुरू शुरू में आपको थोड़ा अटपटा लगेगा लेकिन कोशिश करेंगे तो सच बोल पायेंगे।