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Lucknow News: होम्योपैथी दवाओं से शरीर की गांठ का सटीक इलाज संभव
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लखनऊ। होम्योपैथिक दवा से पेट की गांठ ही नहीं, शरीर की दूसरी गांठों को भी ठीक किया जा सकता है। अधिकतर गांठों को दो से तीन माह में ही होम्योपैथिक दवा और बताए गए परहेज से ठीक किया जा सकता हैं। अब मरीजों को गांठ का ऑपरेशन कराने की जरूरत तक नहीं है। लिम्फ नोट्स और गिल्टियों को सही करने के साथ भूख न लगने और बुखार की समस्या भी ठीक की जा रही है। ये जानकारी डाॅ. अविनाश श्रीवास्तव ने दी। वह रविवार को केजीएमयू के कन्वेंशन सेंटर में हैनीमैन एजूकेशनल एंड डेवलपमेंट सोसायटी की ओर से चल रही दो दिवसीय होमकॉन-2025 कांफ्रेंस के समापन में मौजूद रहे।
समापन सत्र में मुख्य अतिथि पूर्व कार्यवाहक मुख्यमंत्री डॉ. अम्मार रिजवी, सत्र के अध्यक्ष एमएलसी अनूप कुमार गुप्ता, सोसाइटी के अध्यक्ष डॉ. शिवली मजहर, सचिव डॉ. आशीष वर्मा, विशिष्ट अतिथि महिला आयोग की सदस्य डॉ. प्रियंका मौर्या, डॉ. ब्रजेश कुमार गुप्ता, डॉ. पीयूष शुक्ला ने दीप प्रज्ज्वलन किया। डॉ. अम्मार ने प्रदेश सरकार से होम्योपैथिक का व्यापक विकास करने की अपील की।
डॉ. आशीष वर्मा ने होम्योपैथ में ऑटिज्म और डॉक्टर बत्रा अकादमी के डॉ. समीर चोकर ने मरीजों के इलाज संबंधी अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत की और ऑटिज्म के होम्योपैथिक इलाज की जानकारी दी। डॉ. अविनाश श्रीवास्तव ने पेट में होने वाली गांठ पर शोध प्रस्तुत किया। डॉ. अविनाश ने बताया कि उन्होंने पेट में गांठ की समस्या लेकर आने वाले मरीजों का होम्योपैथिक इलाज किया। ज्यादातर मरीजों की पेट की गांठ दवाओं और परहेजी भोजन से दो से तीन माह में दूर हो गई।
मुंबई के डॉ. फारूक जे. मास्टर, डॉ. एमएस बिंद्रा ने कैंसर और प्रोस्टेट कैंसर के इलाज पर शोध पेश किया। ग्रीस से आए डॉ. कोस्टास ने साइको न्यूरोटिक डिसऑर्डर पर अपना शोध प्रस्तुत किया। डॉ. अरविंद मेहता व डॉ. आरके सिंह ने बांझपन में होम्योपैथिक इलाज की सफलता के बारे में बताया।

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समापन सत्र में मुख्य अतिथि पूर्व कार्यवाहक मुख्यमंत्री डॉ. अम्मार रिजवी, सत्र के अध्यक्ष एमएलसी अनूप कुमार गुप्ता, सोसाइटी के अध्यक्ष डॉ. शिवली मजहर, सचिव डॉ. आशीष वर्मा, विशिष्ट अतिथि महिला आयोग की सदस्य डॉ. प्रियंका मौर्या, डॉ. ब्रजेश कुमार गुप्ता, डॉ. पीयूष शुक्ला ने दीप प्रज्ज्वलन किया। डॉ. अम्मार ने प्रदेश सरकार से होम्योपैथिक का व्यापक विकास करने की अपील की।
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डॉ. आशीष वर्मा ने होम्योपैथ में ऑटिज्म और डॉक्टर बत्रा अकादमी के डॉ. समीर चोकर ने मरीजों के इलाज संबंधी अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत की और ऑटिज्म के होम्योपैथिक इलाज की जानकारी दी। डॉ. अविनाश श्रीवास्तव ने पेट में होने वाली गांठ पर शोध प्रस्तुत किया। डॉ. अविनाश ने बताया कि उन्होंने पेट में गांठ की समस्या लेकर आने वाले मरीजों का होम्योपैथिक इलाज किया। ज्यादातर मरीजों की पेट की गांठ दवाओं और परहेजी भोजन से दो से तीन माह में दूर हो गई।
मुंबई के डॉ. फारूक जे. मास्टर, डॉ. एमएस बिंद्रा ने कैंसर और प्रोस्टेट कैंसर के इलाज पर शोध पेश किया। ग्रीस से आए डॉ. कोस्टास ने साइको न्यूरोटिक डिसऑर्डर पर अपना शोध प्रस्तुत किया। डॉ. अरविंद मेहता व डॉ. आरके सिंह ने बांझपन में होम्योपैथिक इलाज की सफलता के बारे में बताया।