लविवि में पीएचडी दाखिले का मामला, होम साइंस और कंप्यूटर साइंस के अभ्यर्थी परेशान
लखनऊ विश्वविद्यालय में जहां पीएचडी दाखिले पूरे होने को हैं, वहीं दो विभागों के अभ्यर्थी प्रवेश परीक्षा के बाद अभी भी साक्षात्कार का इंतजार कर रहे हैं। इन दोनों विभागों में पीएचडी की कुल 14 सीटें हैं। इनके दाखिले पर लविवि के निर्णय न लेने से अभ्यर्थी परेशान हैं।
लविवि ने होम साइंस और कंप्यूटर साइंस विभाग में भी अन्य विभागों के साथ पीएचडी के आवेदन मांगे थे। दोनों विभागों में प्रवेश परीक्षा भी हो गई। प्रवेश परीक्षा के बाद अभ्यर्थियों को साक्षात्कार की तारीख दी गई पर उसके ठीक पहले प्रक्रिया स्थगित कर दी गई।
इसके बाद बाकी दाखिला प्रक्रिया पूरी होने को है पर इन दोनों विभागों का नंबर नहीं आया। अभ्यर्थियों को यह भी नहीं बताया जा रहा कि उनके दाखिले कब होंगे। लविवि के प्रवक्ता डॉ. दुर्गेश श्रीवास्तव का कहना है कि कुछ तकनीकी कारण से इनकी प्रक्रिया स्थगित की गई थी। जल्द ही इसका फैसला किया जाएगा।
बड़ा सवाल: ईडब्ल्यूएस के आवेदन मांगे नहीं, फिर उनके नाम कैसे बढ़ा दी सीटें
विवि पीएचडी प्रवेश में पूरी पारदर्शिता का दावा कर रहा है, लेकिन उसकी प्रक्रिया पर लगातार सवाल उठ रहे हैं। लविवि ने जनवरी में जब आवेदन मांगे थे तो उसमें ईडब्ल्यूएस की सीट घोषित नहीं की थी। ऑर्डिनेंस के अनुसार विज्ञापित सीट की संख्या में बदलाव नहीं किया जा सकता। इसके बावजूद लविवि ने ईडब्ल्यूएस कोटे की बात कहकर सीट बढ़ा दी।
सवाल यह है कि जब ईडब्ल्यूएस सीट के आवेदन नहीं मांगे गए तो फिर इसका लाभ किसे दिया जा रहा है। कई अभ्यर्थी ऐसे हैं जो ईडब्ल्यूएस कोटे के थे लेकिन लविवि की ओर से सीट जारी नहीं करने की वजह से वे ओपन वर्ग के आवेदकों में शामिल हुए।
पीएचडी की दूसरी लिस्ट जारी, 25 तक जमा होगी फीस
लविवि ने मंगलवार को पीएचडी दाखिले के लिए अपनी दूसरी सूची जारी कर दी। अर्थशास्त्र, अंग्रेजी, हिंदी, फिजिकल एजुकेशन, समाजशास्त्र, अप्लाइड इकनॉमिक्स, कॉमर्स, लॉ, बॉटनी, केमिस्ट्री, गणित और जूलॉजी विभाग के अभ्यर्थियों को सूची में नाम देखकर फीस जमा करने को कहा गया है। इसकी अंतिम तारीख 25 दिसंबर है।