अवध विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में सोमवार को राज्यपाल आनंदीबेन पटेल महिलाओं पर केंद्रित रहीं। राज्यपाल ने कहा कि डॉ राममनोहर लोहिया स्त्री और पुरुष में समानता की बात करते थे।
महिलाओं को समानता का दर्जा देकर ही एक स्वस्थ समाज का निर्माण हो सकता है। 2020-21 के सर्वे में अस्पताल में होने वाले प्रसव का प्रतिशत 67% से बढ़कर 83% हो गया है। यह हमारे लिए बहुत ही गौरव की बात है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने भाषण में बोलते हैं कि महिलाओं का प्रसव अस्पताल में ही होना चाहिए। इससे जच्चा और बच्चा दोनों को बचाया जा सकता है। महिलाओं के शत-प्रतिशत प्रसव अस्पताल में ही होनी चाहिए।
यह हमारा दायित्व है। हम महिला सशक्तिकरण की बात करते हैं। सशक्त बच्चे तभी पैदा होंगे जब महिला सशक्त होगी। उत्तर प्रदेश में पुरुषों की तुलना में महिलाओं की आबादी में बढ़ोतरी हुई है।
पांच साल पहले पुरुषों की तुलना में 1000 में 999 थी जो बढ़कर अब 1000 पुरुषों की तुलना में महिलाओं की संख्या 1017 हो गई है। अवध विश्वविद्यालय में राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने आज 107 मेधावियों को गोल्ड मेडल दिया।
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अवध विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में सोमवार को राज्यपाल आनंदीबेन पटेल महिलाओं पर केंद्रित रहीं। राज्यपाल ने कहा कि डॉ राममनोहर लोहिया स्त्री और पुरुष में समानता की बात करते थे।
महिलाओं को समानता का दर्जा देकर ही एक स्वस्थ समाज का निर्माण हो सकता है। 2020-21 के सर्वे में अस्पताल में होने वाले प्रसव का प्रतिशत 67% से बढ़कर 83% हो गया है। यह हमारे लिए बहुत ही गौरव की बात है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने भाषण में बोलते हैं कि महिलाओं का प्रसव अस्पताल में ही होना चाहिए। इससे जच्चा और बच्चा दोनों को बचाया जा सकता है। महिलाओं के शत-प्रतिशत प्रसव अस्पताल में ही होनी चाहिए।
यह हमारा दायित्व है। हम महिला सशक्तिकरण की बात करते हैं। सशक्त बच्चे तभी पैदा होंगे जब महिला सशक्त होगी। उत्तर प्रदेश में पुरुषों की तुलना में महिलाओं की आबादी में बढ़ोतरी हुई है।
पांच साल पहले पुरुषों की तुलना में 1000 में 999 थी जो बढ़कर अब 1000 पुरुषों की तुलना में महिलाओं की संख्या 1017 हो गई है। अवध विश्वविद्यालय में राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने आज 107 मेधावियों को गोल्ड मेडल दिया।