संभल रिपोर्ट पर बोले डिप्टी सीएम: हम नहीं बदलने देंगे यहां की डेमोग्राफी, लगातार पीड़ित होते रहे हैं हिंदू
Report on Sambhal riots: पत्रकारों से बात करते हुए उप मुख्यमंत्री ने कांग्रेस व सपा सरकारों को आड़े हाथ लिया। उन्होंने कहा कि इन सरकारों ने तुष्टिकरण व वोटबैंक की राजनीति के लिए समाज का नुकसान किया।

विस्तार
उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने कहा कि एक सदी पहले ही पंडित जवाहर लाल नेहरू ने अपनी रिपोर्ट में कहा था कि संभल में हिंदुओं का शोषण हो रहा है। वे पीड़ित हैं। उप मुख्यमंत्री शनिवार को संभल मु्ददे पर शनिवार को लोकभवन में पत्रकारों से बातचीत की। उन्होंने कहा कि न्यायिक जांच आयोग ने रिपोर्ट मुख्यमंत्री को सौंप दी है। जांच रिपोर्ट अभी सार्वजनिक नहीं हुई है। हम इसे कैबिनेट में ले जाएंगे, इसके उपरांत कार्रवाई के लिए उसे आगे भेजेंगे। उप मुख्यमंत्री ने साफ तौर पर कहा कि आज की बातचीत न जांच रिपोर्ट से प्रेरित है और न ही उसका संदर्भ लिया जा रहा है।

उप मुख्यमंत्री ने कहा कि संभल में डेमोग्राफी बदलने के बारे में समय-समय पर मीडिया रिपोर्ट आती रहती है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ लगातार चर्चा करते हैं कि यूपी व अन्य राज्यों में डेमोग्राफी बदलने के लिए संगठित रूप से कुछ गिरोह विदेशी ताकतों के इशारे पर करते हैं। हम किसी भी स्थिति में डेमोग्राफी बदलने नहीं देंगे और पूर्ववर्ती स्थिति मेंटेन करेंगे। पाठक ने कहा कि 1924 में संभल में दंगा हुआ था। कई हिंदु परिवारों को मौत के घाट उतार गया था। उस समय महात्मा गांधी ने जवाहर लाल नेहरू से कहा था कि आप वहां का दौरा कीजिए। 8-10 सितंबर1924 को जवाहर लाल नेहरू ने दौरा किया और 12 सितंबर को 13 पन्नों की रिपोर्ट महात्मा गांधी को सौंपी थी।
पंडित नेहरू की उस रिपोर्ट स्पष्ट है कि संभल में हिंदू सदा पीड़ित रहे। संभल में जो दंगा हुआ था, मुस्लिम समाज के उपद्रवियों ने मंदिरों को निशाना बनाया था। उस समय नेहरू जी ने रिपोर्ट में कहा था कि हरिहर मंदिर महाराज पृथ्वीराज चौहान ने बनवाया था। बाबर ने इसे मस्जिद में बदलने का कार्य किया। यह ऐतिहासिक दस्तावेज बताता है कि संभल में हिंदुओं की पीड़ा अचानक नहीं हुई।
आज रूक गया पलायन
उप मुख्यमंत्री ने कहा कि उस समय से लेकर अब तक संभल में एससी, एसटी समाज हो या रस्तोगी-दुबे परिवार के सदस्य, डेमोग्राफी बदलने में किसी को भी बख्शा नहीं गया। 2017 के बाद से संभल, शामली, कैराना, मुजफ्फरनगर में पूरी तरह से पलायन रूका है। संविधान के दायरे में रहकर सरकार धर्मांतरण, लव जेहाद के खिलाफ लगातार कार्रवाई कर रही है और न्यायालय के माध्यम से कड़ी सजा दिला रहे हैं। हमारी सरकार सर्वांगीण विकास के लिए कार्य कर रही है।
आतंक का अड्डा बनाने चाहते थे तत्कालीन सीएम
उप मुख्यमंत्री ने कांग्रेस व सपा सरकारों को आड़े हाथ लिया। बोले कि इन सरकारों ने तुष्टिकरण व वोटबैंक की राजनीति की। 2012 से 2017 तक अखिलेश यादव की सरकार में तुष्टिकरण की हद बहुत अधिक हो गई थी। अयोध्या, वाराणसी व लखनऊ में बम विस्फोट करने वाले आतंकवादियों के मुकदमे पहली कैबिनेट में ही वापस लिए गए। तत्कालीन मुख्यमंत्री प्रदेश को आतंक के अड्डे के रूप में बदलना चाहते थे, लेकिन सर्वोच्च न्यायालय के निर्णय का जिक्र करते हुए उप मुख्यमंत्री ने धन्यवाद ज्ञापित किया। उन्होंने सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव पर हमला बोलते हुए कहा कि उनके मंसूबे कभी पूरे नहीं होंगे। उत्तर प्रदेश में सपा की वापसी की गुंजाइश खत्म हो गई है। बिहार का परिणाम भाजपा के पक्ष में होगा।
उप मुख्यमंत्री ने बताई संभल में हुई कार्रवाई
पाठक ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में हमारी सरकार कानून व्यवस्था को मजबूत कर रही है। संभल में हिंसा की घटना के बाद 68 से अधिक पौराणिक स्थलों व 19 प्राचीन कूपों को कब्जे से मुक्त कराकर पुनः उनका स्वरूप प्रदान करने का काम किया गया है। संभल में 1067 अतिक्रमण हटाकर 73 हेक्टेयर भूमि मुक्त कराई गई है। मस्जिद, मजार, मदरसे व कब्रिस्तान से भी 37 अवैध कब्जे हटाए गए। शासन किसी भी अवैध कब्जे को बर्दाश्त नहीं करेगा।
संभल में दो नए थाने बने, बिजली चोरी के लिए चला अभियान
उन्होंने बताया कि संभल में कानून व्यवस्था के लिए दो नए थाने व 45 नई चौकी स्थापित की गईं। संभल में कभी बिजली चोरी 82 प्रतिशत थी, जो अब 18 प्रतिशत है। वहां लोग फर्जी बीमा क्लेम लेते थे। बीमा माफिया पर कार्रवाई हुई है। 100 करोड़ से अधिक की धोखाधड़ी का पर्दाफाश किया गया है। 67 लोगों को जेल भेजा गया है।