'काफी परेशान हूं..पांच दिन से सोया नहीं': जन्मदिन पर खत्म कर ली इंजीनियर ने आगे की जिंदगी, दोस्तों से कहा सॉरी
मामा बदरू जमा ने बताया कि भांजे ने सुसाइड नोट में अपने दोस्तों से माफी मांगने की बात लिखी है। जिन्होंने उनके साथ गलत किया है उन्हें माफ करने और नहा धोकर पाक साफ होकर फंदा लगाने की बात लिखी।


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मैं काफी दिनों से परेशान रह रहा हूं। इस कारण पांच दिन से ठीक से सोया नहीं हूं...। सुसाइड नोट में यह बातें लिखकर इंदिरानगर बी ब्लॉक में जल निगम आवासीय कॉलोनी में रहने वाले जेई शाकिब अहमद (34) ने फंदा लगा लिया। सोमवार को उनका जन्मदिन था। गाजीपुर पुलिस ने सुसाइड नोट कब्जे में ले लिया। शाकिब डिप्लोमा इंजीनियरिंग संघ के माइनॉरिटी डिपार्टमेंट में प्रदेश अध्यक्ष भी थे।
बाराबंकी में देवा के रहने वाले शाकिब प्रयागराज में जल निगम में जेई के पद तैनात थे। दो साल पहले उनका तबादला प्रयागराज हुआ था। इससे वह डिप्रेशन में थे। उनके मामा बदरू जमा ने बताया कि सात माह पहले शाकिब का निकाह मड़ियांव निवासी बरीरा सुंबुल से हुआ था। भांजा शनिवार को छुट्टी पर घर आया था।
रविवार को पत्नी को लेकर उसकी ननिहाल सीतापुर के सिधौली गया था। वहां से रात में लौट आया था। उसकी पत्नी मायके में ही थी। सोमवार को सुबह कॉलोनी के पास में रहने वाली भांजी शाकिब के घर पहुंची थी। दरवाजा खटखटाने पर जब कोई जवाब नहीं मिला तो भांजी ने पुलिस को सूचना दी। पुलिस दरवाजा तोड़कर पहुंची तो शाकिब पंखे में रस्सी के सहारे लटके हुए थे।
सुसाइड नोट में दोस्तों से माफी मांगी
मामा बदरू जमा ने बताया कि भांजे ने सुसाइड नोट में अपने दोस्तों से माफी मांगने की बात लिखी है। जिन्होंने उनके साथ गलत किया है उन्हें माफ करने और नहा धोकर पाक साफ होकर फंदा लगाने की बात लिखी। नोट में गुजारिश की कि पोस्टमार्टम न कराया जाए।