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Lucknow : सोशलिस्ट पार्टी का प्रदर्शन, कहा-सोनम वांगचुक को रिहा करे सरकार, दर्ज मुकदमे वापस हों
अमर उजाला नेटवर्क, लखनऊ
Published by: आकाश द्विवेदी
Updated Thu, 13 Nov 2025 04:27 PM IST
सार
लखनऊ में सोशलिस्ट पार्टी इंडिया ने सोनम वांगचुक और अन्य बंदियों की रिहाई तथा उनके खिलाफ दर्ज मुकदमे वापस लेने की मांग को लेकर शहीद स्मारक पर प्रदर्शन किया। पार्टी ने लद्दाख को संविधान की छठी अनुसूची में शामिल करने और पूर्ण राज्य का दर्जा देने की मांग का समर्थन किया।
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प्रदर्शन करते कार्यकर्ता
- फोटो : अमर उजाला नेटवर्क
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विस्तार
सोनम वांगचुक सहित सभी बंदियों को रिहा करने और उनके खिलाफ दर्ज मुकदमे वापस लेने की मांग को लेकर सोशलिस्ट पार्टी इंडिया ने प्रदर्शन किया। पार्टी ने लद्दाख को संविधान की छठी अनुसूची में शामिल करने और पूर्ण राज्य का दर्जा देने की मांग का समर्थन भी किया।
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शहीद स्मारक पर प्रदर्शनकारियों की अगुवाई कर रहे सोशलिस्ट पार्टी इंडिया के प्रधान महासचिव एवं मैग्सेसे पुरस्कार से सम्मानित संदीप पांडेय ने कहा कि लद्दाख में बीते चार वर्षों से लेह एपेक्स बॉडी व कारगिल डेमोक्रेटिक एलायंस संयुक्त रूप से लद्दाख को भारतीय संविधान की छठी अनुसूची में शामिल करने, पूर्ण राज्य का दर्जा देने, लद्दाख का अपना लोक सेवा आयोग गठित और लेह व कारगिल दो अलग संसदीय क्षेत्र बनाने की मांगों को लेकर संघर्ष कर रहे हैं।
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उन्होंने कहा कि सोनम वांगचुक के पांचवें अनशन के दौरान बीती 24 सितंबर को हिंसा हुई और पुलिस के गोलीकांड में चार लद्दाखी शहीद हो गए। सोनम वांगचुक अभी भी जोधपुर जेल में हैं और करीब 15 लद्दाखी लेह की जेल में बंद हैं।
उन्होंने सभी को रिहा कर मुकदमे वापस लेने की मांग की। उन्होंने कहा कि लेह स्वायत्त पर्वतीय विकास परिषद का पांच वर्ष का कार्यकाल 31 अक्टूबर को खत्म हो गया लेकिन अगले चुनाव की कोई अधिसूचना जारी नहीं हुई है। लद्दाख में विधान सभा का तो कोई प्रावधान है नहीं, जो बचा खुचा लोकतंत्र स्वायत्त पर्वतीय विकास परिषद के नाम पर था वह भी वर्तमान में स्थगित है।
उन्होंने कहा कि भाजपा की केन्द्र सरकार मांगे पूरी करने के बजाए बौद्ध बहुसंख्यक लेह व मुस्लिम बहुसंख्यक कारगिल के बीच फूट डालने की कोशिश कर रही है। उन्होंने जम्मू-कश्मीर की पूर्ण राज्य की मांग का भी समर्थन किया।
उन्होंने कहा कि दिल्ली में हुई बम विस्फोट की घटना से स्पष्ट है कि केंद्र सरकार भले ही दावा करे कि जम्मू-कश्मीर में स्थिति सामान्य हो गई है लेकिन सच यह है कि जम्मू-कश्मीर के लोग सरकार द्वारा लिए गए फैसलों से असंतुष्ट हैं। पहले हमें बताया गया था कि नोटबंदी से आतंकवाद खत्म होगा, फिर बताया गया कि जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 व 35ए हटाने से आतंकवाद खत्म होगा लेकिन साफ है कि यह दावे झूठे थे।
उन्होंने कहा कि जब तक जम्मू-कश्मीर को शेष राज्यों के बराबर दर्जा नहीं दिया जाएगा, वहां के लोगों को यह महसूस नहीं होगा कि वे भी भारत का उसी तरह हिस्सा हैं जैसे शेष भारत के लोग। उन्होंने कहा कि आतंकवाद की समस्या को खत्म करने के लिए जम्मू-कश्मीर के साथ सौतेला व्यवहार करना बंद करना होगा। प्रदर्शन में मुख्य रूप से पार्टी के महासचिव सलीम खान, संतोष धरकार, संगीता, शंकर सिंह, शाहरुख खान, रामेंद्र यादव मौजूद रहे।