CAA के खिलाफ घंटाघर पर प्रदर्शन कर रही महिलाओं को जबरन हटाने की कोशिश, उग्र हुईं प्रदर्शनकारी

कोरोना वायरस से बचाव के लिए बृहस्पतिवार दोपहर घंटाघर पर धरना दे रही महिलाओं को हटाने पहुंची पुलिस को जबरदस्त विरोध का सामना करना पड़ा। महिलाएं पुलिस से भिड़ गईं और जमकर धक्का-मुक्की व नारेबाजी की। धरनास्थल पर कई थानों की फोर्स और आरएएफ बुलवा ली गई तो मोर्चा लेने के लिए महिलाओं ने भी अपनी संख्या बढ़ा ली। करीब 1000 से अधिक महिलाओं ने पुलिस से बचने के लिए मंच के चारों तरफ रस्सियों का घेरा बना दिया। देर रात तक घंटाघर पर तनाव के हालात बने हुए थे।

तनाव दोपहर करीब ढाई बजे से शुरू हुआ। ठाकुरगंज समेत कई थानों की फोर्स घंटाघर पर सीएए-एनआरसी के विरोध में धरना दे रही महिलाओं को हटाने के लिए पहुंची थी। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि कोरोना वायरस के फैलने की आशंका के चलते लोगों को एक ही स्थान पर जमा होने से रोका जा रहा है। इसी के तहत पुलिस घंटाघर पर बैठी महिलाओं का धरना खत्म कराने के लिए पहुंची थी। उस वक्त मंच पर 15-20 महिलाएं ही थीं। पुलिस अधिकारियों ने समझाया तो वह झगड़े पर उतारू हो गईं।
पुलिस पर जबरन हटाने और अभद्रता का आरोप लगाते हुए प्रदर्शनकारी महिलाओं ने हंगामा शुरू कर दिया और फोन व वॉट्सएप पर मैसेज कर अन्य महिलाओं को धरनास्थल पहुंचने का आह्वान किया। कुछ ही देर में धरनास्थल पर महिलाओं की संख्या बढ़ने लगी। महिला पुलिसकर्मियों ने उन्हें हटाने का प्रयास किया तो वह धक्का-मुक्की और हाथापाई करने लगीं। इस दौरान दो-तीन महिलाओं ने पुलिसकर्मियों पर धक्का देने, मारपीट व छेड़छाड़ और अभद्रता का आरोप लगाते हुए पुलिस-प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। पुलिस ने लाठियां पटककर प्रदर्शनकारियों को डराने का प्रयास किया, लेकिन कोई नतीजा नहीं निकला। उलटा महिलाएं और भड़क गईं। आखिर पुलिस को कदम पीछे खींचने पड़े। देर रात तक धरनास्थल पर 1000 से अधिक महिलाएं नारेबाजी कर रही थीं। तनाव की आशंका के चलते भारी पुलिस फोर्स तैनात थी।
बंद कराई आसपास की दुकानें, जब्त की मंच के इर्द-गिर्द बंधी रस्सियां
महिलाओं के उग्र होने और हालात तनावपूर्ण होने पर पुलिस ने मंच के इर्द-गिर्द बंधी पॉलीथिन और रस्सियां जब्त कर लीं। आसपास की दुकानें भी बंद करा दी गईं। इससे धरना-प्रदर्शन कर रही महिलाओं में दहशत फैल गई और उन्होंने पुलिस टीम पर गंभीर आरोप लगाने शुरू कर दिए।