सब्सक्राइब करें
Hindi News ›   Uttar Pradesh ›   Lucknow News ›   transport commissioner

Lucknow News: परिवहन आयुक्त से मिलने पहुंचे कर्मी, सुनाई पीड़ा, मिला आश्वासन

Lucknow Bureau लखनऊ ब्यूरो
Updated Mon, 17 Nov 2025 05:40 PM IST
विज्ञापन
transport commissioner
परिवहन आयुक्त से मिलने पहुंचे कर्मी, सुनाई पीड़ा, मिला आश्वासन
विज्ञापन

Trending Videos
320 प्राइवेट कर्मियों को आरटीओ से हटाने का मामला
कर्मचारियों से अफसरों के बाबत भी हुई पूछताछ

लखनऊ। ट्रांसपोर्टनगर आरटीओ सहित प्रदेशभर के आरटीओ, एआरटीओ से 320 कर्मचारियों को हटाने का मामला सोमवार को परिवहन आयुक्त कार्यालय पहुंचा। प्राइवेट कर्मियों ने परिवहन आयुक्त से न्याय की गुहार लगाई। साथ ही आरटीओ प्रशासन संजय तिवारी के आरोपों की जांच करवाने का आग्रह भी किया, ताकि सच्चाई सामने आ सके।
मामला परिवहन विभाग का है। ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने से लेकर बायोमेट्रिक तथा नए डीएल की प्रिंटिंग व उन्हें आवेदकों तक पहुंचाने की जिम्मेदारी निजी एजेंसी के पास है। लखनऊ में 28 व प्रदेशभर में 320 कर्मचारियों से यह काम करवाया जाता है। विभागीय अफसरों ने कंपनी के कर्मचारियों को हटाने के लिए जोर लगा दिया है। ट्रांसपोर्टनगर आरटीओ(प्रशासन) संजय तिवारी ने परिवहन आयुक्त किंजल सिंह को पत्र लिखकर कर्मचारियों को हटाने की बात कही है। उन्होंने दलील दी कि कर्मचारी पिछले कई वर्षों से एक ही जगह पर तैनात है, जिसकी वजह से उनकी दलालों से सांठगांठ हो गई है। ऐसे में नाराज कर्मचारियों ने सोमवार को परिवहन आयुक्त किंजल सिंह से मुलाकात कर अपनी बात रखी। उन्होंने इस बाबत अपना ज्ञापन भी सौंपा, जिस पर कार्रवाई का आश्वासन दिया गया। कर्मचारियों ने बताया कि उन पर दलालों से मिलीभगत के आरोप हैं, ऐसे में सवाल उठता है कि इतने वर्षों तक वह आरटीओ में कार्य कैसे करते रहे। उन्होंने परिवहन आयुक्त से जांच करवाने की मांग की, ताकि आरोपों की पड़ताल हो सके। इसके अतिरिक्त कर्मचारियों ने बताया कि उन्हें मामूली तनख्वाह मिलती है। ऐसे में उन्हें हटा दिए जाने से आजीविका का संकट खड़ा हो जाएगा। परिवार चलाना मुश्किल हो जाएगा।
विज्ञापन
विज्ञापन


चिट्ठी से मातहत ही नाखुश
लखनऊ संभाग में सीतापुर, लखीमपुर, हरदोई, उन्नाव, रायबरेली जिले भी आते हैं। आरटीओ प्रशासन संजय तिवारी की ओर से परिवहन आयुक्त को लिखे गए पत्र को लेकर जिलों में तैनात अफसर एकमत नहीं हैं। सूत्र बताते हैं कि अफसर चिट्ठी से नाखुश हैं। उनका कहना है कि उनके यहां प्राइवेट कर्मियों के भरोसे बेहतर काम हो रहा है। ऐसे में उन्हें हटाने से कामकाज बाधित हो जाएगा।

आरटीओ खुद लगा रहे दलाली पर मुहर
परिवहन आयुक्त कार्यालय के आला अफसरों में इस बात को लेकर चर्चाएं आम हैं कि ट्रांसपोर्टनगर आरटीओ प्रशासन संजय तिवारी पत्र में खुद इस बात का जिक्र कर रहे हैं कि प्राइवेट कर्मियों की दलालों से मिलीभगत है। ऐसे में इस पर अंकुश लगाने के लिए कुछ किया क्यों नहीं। अगर कार्रवाइयां होती रही हैं तो ऐसी नौबत ही क्यों पैदा हुई।


विज्ञापन
विज्ञापन

रहें हर खबर से अपडेट, डाउनलोड करें Android Hindi News App, iOS Hindi News App और Amarujala Hindi News APP अपने मोबाइल पे|
Get all India News in Hindi related to live update of politics, sports, entertainment, technology and education etc. Stay updated with us for all breaking news from India News and more news in Hindi.

विज्ञापन
विज्ञापन

एड फ्री अनुभव के लिए अमर उजाला प्रीमियम सब्सक्राइब करें

Next Article

एप में पढ़ें

Followed