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भोपाल मेट्रो का पहला कमर्शियल सफर शुरू: राजधानी की रफ्तार बदली, एम्स से सुभाष नगर तक 30 मिनट में पहुंची मेट्रो
न्यूज डेस्क, अमर उजाला, भोपाल
Published by: संदीप तिवारी
Updated Sun, 21 Dec 2025 09:12 PM IST
सार
भोपाल में मेट्रो का पहला कमर्शियल रन रविवार सुबह शुरू हुआ। पहले ही दिन 6 हजार से अधिक यात्रियों ने सफर किया, जिससे 2 लाख रुपए से ज्यादा की आय हुई। बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक मेट्रो को लेकर उत्साह दिखा। मेट्रो एम्स से सुभाष नगर तक 8 स्टेशनों के बीच 17 ट्रिप के साथ संचालित हो रही है।
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मेट्रो
- फोटो : अमर उजाला
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विस्तार
राजधानी भोपाल ने रविवार को सार्वजनिक परिवहन के क्षेत्र में एक नया अध्याय जोड़ दिया। सुबह ठीक 9 बजे एम्स स्टेशन से भोपाल मेट्रो का पहला कमर्शियल रन शुरू हुआ। पहले ही दिन मेट्रो को लेकर लोगों में जबरदस्त उत्साह देखने को मिला। बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक हजारों लोग मेट्रो का अनुभव लेने पहुंचे। पहले दिन 6 हजार से ज्यादा यात्रियों ने सफर किया, जिससे मेट्रो को 2 लाख रुपए से अधिक की आय हुई। पूरे दिन कुल 17 ट्रिप हुई। इसमें एम्स से सुभाषनगर के बीच 9 और सुभाषनगर से एम्स के बीच 8 ट्रिप शामिल हैं। एम्स से सुभाष नगर तक मेट्रो ने लगभग 30 मिनट में दूरी तय की। जैसे-जैसे मेट्रो अलकापुरी, डीआरएम, रानी कमलापति, एमपी नगर, डीबी मॉल, केंद्रीय स्कूल और सुभाष नगर स्टेशनों से गुजरती रही, कोच में अनाउंसमेंट गूंजता रहा अगला स्टेशन डीबी मॉल है, दरवाजे बाईं ओर खुलेंगे। इसी के साथ भोपाल आधिकारिक रूप से देश का 26वां मेट्रो शहर बन गया।
बच्चों की टिकट को लेकर विवाद की स्थिति भी बनी
सुभाषनगर मेट्रो स्टेशन पर कुछ लोगों ने बच्चों का किराया वसूलने पर आपत्ति ली। इसे लेकर वीडियो भी सामने आए। उनका कहना था कि कम उम्र के बच्चों की टिकट को लेकर तो रेलवे का नियम भी नहीं है। बावजूद मेट्रो में किराया वसूला जा रहा है।
सेल्फी, वीडियो कॉल और खुशी का माहौल
पहले कमर्शियल सफर के दौरान यात्रियों का उत्साह साफ नजर आया। ट्रेन खचाखच भरी रही। युवा वर्ग मेट्रो में सेल्फी और वीडियो बनाता दिखा, वहीं कई यात्रियों ने वीडियो कॉल पर अपने परिजनों को मेट्रो का नजारा दिखाया। रविवार की छुट्टी होने के कारण बड़ी संख्या में लोग सिर्फ मेट्रो देखने और उसका आनंद लेने पहुंचे थे।
सीनियर सिटीजन ने दिए सुझाव
मेट्रो में सफर कर रहे कई बुजुर्गों ने सुझाव दिए कि सीनियर सिटीजन के लिए सीटों की संख्या बढ़ाई जानी चाहिए। कुछ यात्रियों ने बुजुर्गों के लिए किराया माफ करने या रियायत देने की भी मांग रखी।
17 ट्रिप, 8 स्टेशनों से मिलेगी सेवा
-शुरुआती चरण में भोपाल मेट्रो सुबह 9 बजे से शाम 7 बजे तक संचालित हो रही है। इस दौरान कुल 17 ट्रिप चलाई जा रही हैं।
-एम्स, अलकापुरी, डीआरएम, रानी कमलापति, एमपी नगर, डीबी मॉल, केंद्रीय स्कूल और सुभाष नगर इन 8 स्टेशनों से यात्री मेट्रो सेवा का लाभ ले रहे हैं।
-फिलहाल हर 75 मिनट में एक मेट्रो उपलब्ध है। यात्रियों की संख्या और संचालन अनुभव के आधार पर आगे फ्रीक्वेंसी बढ़ाई जाएगी। भीड़ नियंत्रण के लिए एक समय में प्रत्येक स्टेशन पर अधिकतम 500 यात्रियों को ही प्रवेश दिया जा रहा है।
किराया 20 से 40 रुपए
फिलहाल ऑनलाइन टिकटिंग शुरू नहीं हुई है। यात्रियों को मैन्युअल टिकट काउंटर से टिकट लेना होगा।
किराया तीन जोन में तय किया गया है।
2 स्टेशन तक: 20 रुपए
3 से 5 स्टेशन: 30 रुपए
6 से 8 स्टेशन: 40 रुपए
हाईटेक सुविधाएं, पार्किंग बनी चुनौती
सभी मेट्रो स्टेशनों पर एस्केलेटर, लिफ्ट और रैंप की सुविधा उपलब्ध है। डीबी मॉल, एमपी नगर और सुभाष नगर स्टेशनों पर फुट ओवरब्रिज बनाए गए हैं। रानी कमलापति स्टेशन को रेलवे स्टेशन से सीधे जोड़ा गया है, जिससे यात्रियों को बड़ी सुविधा मिलेगी।
सुरक्षा के लिहाज से सभी स्टेशनों पर प्लेटफॉर्म स्क्रीन डोर लगाए गए हैं।हालांकि, फिलहाल पार्किंग सुविधा न होना यात्रियों के लिए परेशानी का कारण बन सकता है। मेट्रो प्रशासन टू-व्हीलर पार्किंग की व्यवस्था पर काम कर रहा है।
पॉल्यूशन कम होगा, ट्रैफिक से मिलेगी राहत
मेट्रो में सफर कर रहे इंजीनियर मनोज अग्रवाल ने कहा कि भोपाल में मेट्रो शुरू होने से ट्रैफिक का दबाव कम होगा, लोगों का समय और पैसा बचेगा, साथ ही प्रदूषण पर भी नियंत्रण होगा। उन्होंने इसे शहर के लिए बेहद उपयोगी सुविधा बताया।
दिल्ली-मुंबई के बाद अब भोपाल में भी मेट्रो का आनंद
सामाजिक कार्यकर्ता डॉ. संतोष भार्गव ने कहा कि दिल्ली और मुंबई के बाद अब भोपाल में मेट्रो सुविधा मिलना गर्व की बात है। उन्होंने कहा कि एम्स तक मेट्रो सेवा शुरू होना मरीजों और उनके परिजनों के लिए बड़ी राहत है और यह सरकार की सराहनीय पहल है।
सीनियर सिटीजन और महिलाओं के लिए सीटें बढ़ाने की मांग
यात्री एस.एम. खान ने कहा कि मेट्रो सुविधा बेहद अच्छी है, लेकिन सीनियर सिटीजन और महिलाओं के लिए सीटें सीमित हैं। उन्होंने मांग की कि इन वर्गों के लिए सुविधाएं बढ़ाई जाएं। उनका कहना है कि मेट्रो शुरू होने से पूरा भोपाल खुश है।
यह भी पढ़ें-मध्यप्रदेश में कोहरे का कहर, ठंड ने तोड़े रिकॉर्ड, सीजन में पहली बार 3 डिग्री से नीचे पारा
सिटी का सफर हुआ आसान
गांधी मेडिकल कॉलेज के एमबीबीएस छात्र राकेश ने बताया कि भोपाल अब मेट्रो सिटी बन गया है। पहले यात्रा में काफी दिक्कतें आती थीं। रविवार की छुट्टी होने के कारण वे मेट्रो देखने पहुंचे और एम्स से सुभाष नगर तक का सफर उनके लिए बेहद आनंददायक रहा।
यह भी पढ़ें-आज से भोपाल मेट्रो में आम जनता होगी सवार, सुबह 9 बजे से शाम 7 बजे तक चलेगी, सुरक्षा के सख्त नियम
सात साल बाद पूरा हुआ सपना
भोपाल मेट्रो का पहला रूट एम्स से करोंद तक 16.05 किलोमीटर लंबा है। इस प्राथमिकता कॉरिडोर पर काम वर्ष 2018 में शुरू हुआ था। अक्टूबर 2023 में ट्रायल रन हुआ और अब 2025 में राजधानी को मेट्रो की सौगात मिल गई है।
भोपाल मेट्रो के साथ शहर की यातायात व्यवस्था में एक नए युग की शुरुआत हो चुकी है।
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बच्चों की टिकट को लेकर विवाद की स्थिति भी बनी
सुभाषनगर मेट्रो स्टेशन पर कुछ लोगों ने बच्चों का किराया वसूलने पर आपत्ति ली। इसे लेकर वीडियो भी सामने आए। उनका कहना था कि कम उम्र के बच्चों की टिकट को लेकर तो रेलवे का नियम भी नहीं है। बावजूद मेट्रो में किराया वसूला जा रहा है।
सेल्फी, वीडियो कॉल और खुशी का माहौल
पहले कमर्शियल सफर के दौरान यात्रियों का उत्साह साफ नजर आया। ट्रेन खचाखच भरी रही। युवा वर्ग मेट्रो में सेल्फी और वीडियो बनाता दिखा, वहीं कई यात्रियों ने वीडियो कॉल पर अपने परिजनों को मेट्रो का नजारा दिखाया। रविवार की छुट्टी होने के कारण बड़ी संख्या में लोग सिर्फ मेट्रो देखने और उसका आनंद लेने पहुंचे थे।
सीनियर सिटीजन ने दिए सुझाव
मेट्रो में सफर कर रहे कई बुजुर्गों ने सुझाव दिए कि सीनियर सिटीजन के लिए सीटों की संख्या बढ़ाई जानी चाहिए। कुछ यात्रियों ने बुजुर्गों के लिए किराया माफ करने या रियायत देने की भी मांग रखी।
17 ट्रिप, 8 स्टेशनों से मिलेगी सेवा
-शुरुआती चरण में भोपाल मेट्रो सुबह 9 बजे से शाम 7 बजे तक संचालित हो रही है। इस दौरान कुल 17 ट्रिप चलाई जा रही हैं।
-एम्स, अलकापुरी, डीआरएम, रानी कमलापति, एमपी नगर, डीबी मॉल, केंद्रीय स्कूल और सुभाष नगर इन 8 स्टेशनों से यात्री मेट्रो सेवा का लाभ ले रहे हैं।
-फिलहाल हर 75 मिनट में एक मेट्रो उपलब्ध है। यात्रियों की संख्या और संचालन अनुभव के आधार पर आगे फ्रीक्वेंसी बढ़ाई जाएगी। भीड़ नियंत्रण के लिए एक समय में प्रत्येक स्टेशन पर अधिकतम 500 यात्रियों को ही प्रवेश दिया जा रहा है।
किराया 20 से 40 रुपए
फिलहाल ऑनलाइन टिकटिंग शुरू नहीं हुई है। यात्रियों को मैन्युअल टिकट काउंटर से टिकट लेना होगा।
किराया तीन जोन में तय किया गया है।
2 स्टेशन तक: 20 रुपए
3 से 5 स्टेशन: 30 रुपए
6 से 8 स्टेशन: 40 रुपए
हाईटेक सुविधाएं, पार्किंग बनी चुनौती
सभी मेट्रो स्टेशनों पर एस्केलेटर, लिफ्ट और रैंप की सुविधा उपलब्ध है। डीबी मॉल, एमपी नगर और सुभाष नगर स्टेशनों पर फुट ओवरब्रिज बनाए गए हैं। रानी कमलापति स्टेशन को रेलवे स्टेशन से सीधे जोड़ा गया है, जिससे यात्रियों को बड़ी सुविधा मिलेगी।
सुरक्षा के लिहाज से सभी स्टेशनों पर प्लेटफॉर्म स्क्रीन डोर लगाए गए हैं।हालांकि, फिलहाल पार्किंग सुविधा न होना यात्रियों के लिए परेशानी का कारण बन सकता है। मेट्रो प्रशासन टू-व्हीलर पार्किंग की व्यवस्था पर काम कर रहा है।
पॉल्यूशन कम होगा, ट्रैफिक से मिलेगी राहत
मेट्रो में सफर कर रहे इंजीनियर मनोज अग्रवाल ने कहा कि भोपाल में मेट्रो शुरू होने से ट्रैफिक का दबाव कम होगा, लोगों का समय और पैसा बचेगा, साथ ही प्रदूषण पर भी नियंत्रण होगा। उन्होंने इसे शहर के लिए बेहद उपयोगी सुविधा बताया।
दिल्ली-मुंबई के बाद अब भोपाल में भी मेट्रो का आनंद
सामाजिक कार्यकर्ता डॉ. संतोष भार्गव ने कहा कि दिल्ली और मुंबई के बाद अब भोपाल में मेट्रो सुविधा मिलना गर्व की बात है। उन्होंने कहा कि एम्स तक मेट्रो सेवा शुरू होना मरीजों और उनके परिजनों के लिए बड़ी राहत है और यह सरकार की सराहनीय पहल है।
सीनियर सिटीजन और महिलाओं के लिए सीटें बढ़ाने की मांग
यात्री एस.एम. खान ने कहा कि मेट्रो सुविधा बेहद अच्छी है, लेकिन सीनियर सिटीजन और महिलाओं के लिए सीटें सीमित हैं। उन्होंने मांग की कि इन वर्गों के लिए सुविधाएं बढ़ाई जाएं। उनका कहना है कि मेट्रो शुरू होने से पूरा भोपाल खुश है।
यह भी पढ़ें-मध्यप्रदेश में कोहरे का कहर, ठंड ने तोड़े रिकॉर्ड, सीजन में पहली बार 3 डिग्री से नीचे पारा
सिटी का सफर हुआ आसान
गांधी मेडिकल कॉलेज के एमबीबीएस छात्र राकेश ने बताया कि भोपाल अब मेट्रो सिटी बन गया है। पहले यात्रा में काफी दिक्कतें आती थीं। रविवार की छुट्टी होने के कारण वे मेट्रो देखने पहुंचे और एम्स से सुभाष नगर तक का सफर उनके लिए बेहद आनंददायक रहा।
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सात साल बाद पूरा हुआ सपना
भोपाल मेट्रो का पहला रूट एम्स से करोंद तक 16.05 किलोमीटर लंबा है। इस प्राथमिकता कॉरिडोर पर काम वर्ष 2018 में शुरू हुआ था। अक्टूबर 2023 में ट्रायल रन हुआ और अब 2025 में राजधानी को मेट्रो की सौगात मिल गई है।
भोपाल मेट्रो के साथ शहर की यातायात व्यवस्था में एक नए युग की शुरुआत हो चुकी है।

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