{"_id":"6938e1500e5db7f9b901aaf6","slug":"mp-news-electricity-shock-may-occur-in-the-new-year-mp-power-generation-company-has-proposed-a-10-increase-2025-12-10","type":"story","status":"publish","title_hn":"MP News: नए साल में लग सकता है बिजली का झटका, मप्र पावर जनरेशन कंपनी ने 10% तक बढ़ोतरी का रखा प्रस्ताव","category":{"title":"City & states","title_hn":"शहर और राज्य","slug":"city-and-states"}}
MP News: नए साल में लग सकता है बिजली का झटका, मप्र पावर जनरेशन कंपनी ने 10% तक बढ़ोतरी का रखा प्रस्ताव
न्यूज डेस्क, अमर उजाला, भोपाल
Published by: आनंद पवार
Updated Wed, 10 Dec 2025 08:26 AM IST
सार
नए साल पर मध्यप्रदेश के लोगों की बिजली खर्च पर असर पड़ सकता है। पावर जनरेशन कंपनी ने बिजली दरों में 10% तक बढ़ोतरी का प्रस्ताव दिया है, जिस पर जल्द सुनवाई शुरू हो सकती है।
विज्ञापन
बिजली संयंत्र (सांकेतिक)
- फोटो : एएनआई / रॉयटर्स
विज्ञापन
विस्तार
मध्यप्रदेश में नए साल की शुरुआत बिजली उपभोक्ताओं को बिजली का करंट लग सकता है। राज्य की पावर जनरेशन कंपनी ने मप्र विद्युत नियामक आयोग के समक्ष बिजली दरों में 10 प्रतिशत तक इजाफे का प्रस्ताव प्रस्तुत किया है। आयोग इस प्रस्ताव पर सुझाव और आपत्तियां लेने के लिए जन सुनवाई आयोजित करने की तैयारी कर रहा है। नियामक आयोग जन सुनवाई के दौरान आम जनता और हितधारकों की आपत्तियाँ सुनने के बाद ही अंतिम निर्णय देगा। फिलहाल प्रस्ताव ने उपभोक्ताओं में नए साल के बिलों को लेकर चिंता बढ़ा दी है।
ये भी पढ़ें- भरेवा शिल्प को मिली राष्ट्रीय उड़ान: राष्ट्रपति ने बैतूल के कारीगर बलदेव वाघमारे को दिया राष्ट्रीय सम्मान
कंपनी ने बढ़ोतरी को बताया अनिवार्य
नियामक आयोग मुख्यालय में दायर याचिका में कंपनी ने दावा किया कि लगातार बढ़ रहे लाइन लॉस और वित्तीय दबाव के कारण दरों में संशोधन आवश्यक हो गया है। सूत्रों के अनुसार, इस प्रस्तावित बढ़ोतरी की सीमा 10% तक हो सकती है, हालांकि अंतिम निर्णय जन सुनवाई के बाद ही होगा।
ये भी पढ़ें- MP News: हर घर से एक संतोष वर्मा निकलेगा, विवादित आईएएस अधिकारी ने अब सांसद चंद्रशेखर की बात दोहराई
15 दिसंबर से हो सकती है सुनवाई
आयोग के सूत्रों का कहना है कि कंपनी के प्रस्ताव पर प्रारंभिक अध्ययन के बाद आपत्तियां आमंत्रित की जाएंगी। पहली सुनवाई 15 दिसंबर को होने की संभावना है, हालांकि आयोग की ओर से इसका औपचारिक कार्यक्रम अभी जारी नहीं हुआ है। अधिकारियों ने बताया कि प्रस्ताव प्राप्त होने के बाद प्रक्रिया आगे बढ़ाई जाएगी।
ये भी पढ़ें- Bhopal News: बड़े तालाब में डल झील सा एहसास, शिकारा पर्यटन बना हॉट ट्रेंड, 5 दिन में 3000 लोगों ने लिया आनंद
आठ महीने पहले ही बढ़े थे बिजली के दाम
इस साल अप्रैल से ही उपभोक्ता पहले से बढ़े हुए टैरिफ का भुगतान कर रहे हैं। बीते वित्तीय वर्ष में कंपनियों ने 7.52% बढ़ोतरी की मांग की थी, लेकिन आयोग ने केवल 3.46% वृद्धि की मंजूरी दी थी। यही कारण है कि घरेलू, गैर-घरेलू और कृषि श्रेणियों में प्रति यूनिट दरें कुछ पैसों की वृद्धि के साथ लागू हुईं और फिक्स चार्ज भी बढ़ाए गए।
ये भी पढ़ें- भोपाल बाईपास टोल विवाद: एमपीआरडीसी की वसूली पर पारस सकलेचा ने उठाया सवाल, बोले-अवैध ली राशि
चुनावी वर्षों में मिली थी राहत
पिछले दो वर्ष 2024 में लोकसभा और 2023 में विधानसभा चुनाव हुए, जिसके चलते आयोग ने दर बढ़ोतरी पर सख्ती दिखाई थी। 2024 में 3.86% बढ़ोतरी की मांग के मुकाबले मात्र 0.7% और 2023 में 3.20% की तुलना में केवल 1.65% बढ़ोतरी को मंजूरी मिली थी।
प्रदेश में सहकारिता चुनाव भी प्रस्तावित हैं, ऐसे में राजनीतिक परिस्थितियों को देखते हुए आयोग बड़ी राहत देने की संभावना कम लग रही है। सूत्रों का अनुमान है कि नई दरें 4 से 6% की सीमा में तय की जा सकती हैं। इसके बाद भी उपभोक्ताओं के लिए नए साल में बिजली बिल बढ़ना लगभग तय माना जा रहा है।
Trending Videos
ये भी पढ़ें- भरेवा शिल्प को मिली राष्ट्रीय उड़ान: राष्ट्रपति ने बैतूल के कारीगर बलदेव वाघमारे को दिया राष्ट्रीय सम्मान
विज्ञापन
विज्ञापन
कंपनी ने बढ़ोतरी को बताया अनिवार्य
नियामक आयोग मुख्यालय में दायर याचिका में कंपनी ने दावा किया कि लगातार बढ़ रहे लाइन लॉस और वित्तीय दबाव के कारण दरों में संशोधन आवश्यक हो गया है। सूत्रों के अनुसार, इस प्रस्तावित बढ़ोतरी की सीमा 10% तक हो सकती है, हालांकि अंतिम निर्णय जन सुनवाई के बाद ही होगा।
ये भी पढ़ें- MP News: हर घर से एक संतोष वर्मा निकलेगा, विवादित आईएएस अधिकारी ने अब सांसद चंद्रशेखर की बात दोहराई
15 दिसंबर से हो सकती है सुनवाई
आयोग के सूत्रों का कहना है कि कंपनी के प्रस्ताव पर प्रारंभिक अध्ययन के बाद आपत्तियां आमंत्रित की जाएंगी। पहली सुनवाई 15 दिसंबर को होने की संभावना है, हालांकि आयोग की ओर से इसका औपचारिक कार्यक्रम अभी जारी नहीं हुआ है। अधिकारियों ने बताया कि प्रस्ताव प्राप्त होने के बाद प्रक्रिया आगे बढ़ाई जाएगी।
ये भी पढ़ें- Bhopal News: बड़े तालाब में डल झील सा एहसास, शिकारा पर्यटन बना हॉट ट्रेंड, 5 दिन में 3000 लोगों ने लिया आनंद
आठ महीने पहले ही बढ़े थे बिजली के दाम
इस साल अप्रैल से ही उपभोक्ता पहले से बढ़े हुए टैरिफ का भुगतान कर रहे हैं। बीते वित्तीय वर्ष में कंपनियों ने 7.52% बढ़ोतरी की मांग की थी, लेकिन आयोग ने केवल 3.46% वृद्धि की मंजूरी दी थी। यही कारण है कि घरेलू, गैर-घरेलू और कृषि श्रेणियों में प्रति यूनिट दरें कुछ पैसों की वृद्धि के साथ लागू हुईं और फिक्स चार्ज भी बढ़ाए गए।
ये भी पढ़ें- भोपाल बाईपास टोल विवाद: एमपीआरडीसी की वसूली पर पारस सकलेचा ने उठाया सवाल, बोले-अवैध ली राशि
चुनावी वर्षों में मिली थी राहत
पिछले दो वर्ष 2024 में लोकसभा और 2023 में विधानसभा चुनाव हुए, जिसके चलते आयोग ने दर बढ़ोतरी पर सख्ती दिखाई थी। 2024 में 3.86% बढ़ोतरी की मांग के मुकाबले मात्र 0.7% और 2023 में 3.20% की तुलना में केवल 1.65% बढ़ोतरी को मंजूरी मिली थी।
प्रदेश में सहकारिता चुनाव भी प्रस्तावित हैं, ऐसे में राजनीतिक परिस्थितियों को देखते हुए आयोग बड़ी राहत देने की संभावना कम लग रही है। सूत्रों का अनुमान है कि नई दरें 4 से 6% की सीमा में तय की जा सकती हैं। इसके बाद भी उपभोक्ताओं के लिए नए साल में बिजली बिल बढ़ना लगभग तय माना जा रहा है।

कमेंट
कमेंट X