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MP News: IAS विवाद पर नया तूफान,हिंदू उत्सव समिति के अध्यक्ष बोले-वर्मा अपनी पत्नी को ब्राह्मणों के यहां भेजें
न्यूज डेस्क, अमर उजाला, भोपाल
Published by: संदीप तिवारी
Updated Tue, 25 Nov 2025 10:06 PM IST
सार
भोपाल में आईएएस संतोष वर्मा के विवादित बयान की आग थमती उससे पहले ही हिंदू उत्सव समिति के अध्यक्ष चंद्रशेखर तिवारी की टिप्पणी ने नया बवाल खड़ा कर दिया। दोनों नेताओं के महिलाओं को लेकर दिए बयान ने सामाजिक और राजनीतिक हलकों में तीखी प्रतिक्रिया पैदा कर दी है।
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हिंदू उत्सव समिति के अध्यक्ष चंद्रशेखर तिवारी
- फोटो : अमर उजाला
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विस्तार
ब्राह्मण बेटियों को लेकर आईएएस संतोष वर्मा के विवादित बयान ने प्रदेश में बड़ा राजनीतिक और सामाजिक तूफान खड़ा कर दिया है। अजाक्स नेता वर्मा ने कहा था कि “जब तक मेरे बेटे को कोई ब्राह्मण अपनी बेटी दान नहीं देता या संबंध नहीं बनाता, तब तक आरक्षण जारी रहना चाहिए।” उनके इस बयान के बाद कई संगठनों में आक्रोश है।आईएएस वर्मा को लेकर प्रतिक्रिया देते हुए हिंदू उत्सव समिति, भोपाल के अध्यक्ष चंद्रशेखर तिवारी भी आपा खो बैठे और उन्होंने कहा कि संतोष वर्मा को अपनी पत्नी को ब्राह्मणों के यहां भेज देना चाहिए। तिवारी का यह बयान भी महिला विरोधी बताकर सोशल मीडिया पर तीखी प्रतिक्रिया का कारण बना है। कई लोग सवाल उठा रहे हैं कि समाज का प्रतिनिधित्व करने वाले पद पर बैठे व्यक्ति को ऐसी टिप्पणी नहीं करनी चाहिए।
तिवारी ने माफी की मांग, पर खुद घिरे
चंद्रशेखर तिवारी ने यह जरूर कहा कि आईएएस संतोष वर्मा को अपने बयान पर सार्वजनिक माफी मांगनी चाहिए, लेकिन खुद द्वारा की गई टिप्पणी को लेकर वे विरोध के घेरे में आ गए हैं। संतोष वर्मा का बयान जाति और बेटियों को लेकर अत्यंत आपत्तिजनक बताया गया। तिवारी का बयान महिलाओं की मर्यादा को ठेस पहुंचाने वाला माना गया।दोनों ही बयानों को समाजिक संगठनों और बुद्धिजीवियों ने अनुचित बताया है।
ब्राह्मण समाज आक्रोशित
इधर अखिल भारतीय ब्राह्मण समाज के प्रदेश अध्यक्ष पुष्पेंद्र मिश्र ने कहा कि प्रधानमंत्री बेटी-बचाओ अभियान चलाते हैं, प्रदेश सरकार 'लाड़ली बहना' और लाड़ली लक्ष्मी' जैसी योजनाएं चला रही है, ऐसे में एक आईएएस अफसर द्वारा बेटियों पर अनर्गल टिप्पणी अस्वीकार्य है।उन्होंने चेतावनी दी कि जब तक संतोष वर्मा को निलंबित कर गिरफ्तार नहीं किया जाता, विरोध जारी रहेगा।
यह भी पढ़ें-राजधानी में अपराधियों के हौसले बुलंद, पॉश इलाकों में मारपीट-तोड़फोड़, भोपाल पुलिस पर उठे सवाल
मंत्रालय कर्मचारी संघ भी उतरा मैदान में
मंत्रालय अधिकारी-कर्मचारी संघ ने भी संतोष वर्मा के बयान के विरोध में डिप्टी सीएम राजेंद्र शुक्ल को ज्ञापन सौंपा।संघ के अध्यक्ष सुधीर नायक के नेतृत्व में यह ज्ञापन दिया गया।पहले मंत्रालय में प्रदर्शन की योजना थी, लेकिन अंततः प्रदर्शन नहीं किया गया।
यह भी पढ़ें-IAS संतोष वर्मा का विवादित बयान, बोले-आरक्षण तब तक रहे जब तक बेटे काे ब्राह्मण अपनी बेटी दान ना दे
ब्राह्मण समाज के कार्यकर्ताओं ने एमपी नगर थाने के सामने प्रदर्शन किया
मंगलवार को अखिल भारतीय ब्राह्मण समाज के कार्यकर्ताओं ने एमपी नगर थाने के सामने जोरदार प्रदर्शन किया।महिलाओं ने भी प्रदर्शन में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। कई महिलाएँ फरसा लेकर मौके पर पहुंचीं, जिससे माहौल और तनावपूर्ण हो गया। प्रदर्शनकारियों ने पुलिस को ज्ञापन सौंपकर आईएएस संतोष वर्मा के खिलाफ कठोर कार्रवाई की मांग की।
उप नेता प्रतिपक्ष ने सीएम से की कड़ी कार्रवाई की मांग
मध्य प्रदेश विधानसभा के उप नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस विधायक हेमंत कटारे ने कहा कि आजकल देश में एक चलन सा बन गया है कि यदि किसी को चर्चा में आना हो, तो वह ब्राह्मण समाज पर आपत्तिजनक टिप्पणी कर देता है। क्या ब्राह्मण समाज इतना कमजोर हो गया है कि कोई भी व्यक्ति हमारी बहनों–बेटियों पर टिप्पणी करे और हम शांत बैठे रहें? उन्होंने कहा कि एक प्रशासनिक अधिकारी IAS संतोष वर्मा ने ब्राह्मण समाज की बेटियों को ‘दान की वस्तु’ बताकर न केवल आपत्तिजनक टिप्पणी की है, बल्कि पूरे समाज का अपमान किया है। ऐसे अधिकारी पर सख्त कार्रवाई होना आवश्यक है। उन्होंने कहा कि मैं मुख्यमंत्री से मांग करता हूं कि यदि वे सचमुच ब्राह्मण समाज के साथ खड़े हैं, तो तत्काल कठोर कार्रवाई करें।
सामाजिक सौहार्द बिगाड़ने की कोशिश
पूर्व मंत्री और कांग्रेस के प्रदेश मीडिया प्रभारी मुकेश नायक ने कहा कि IAS संतोष वर्मा का बयान सामाजिक सौहार्द को बिगाड़ने वाला है। उन्होंने कहा कि संतोष वर्मा ने एक बड़े समुदाय का अपमान किया है, इसलिए उन पर कठोर कार्रवाई की जानी चाहिए।
मुकेश नायक ने कहा कि आरक्षण उनकी निजी संपत्ति नहीं है कि ब्राह्मण की बेटी से उनके बेटे की शादी हो जाए तो वे उसे हटा देंगे। इस तरह का बयान एक प्रशासनिक अधिकारी को बिल्कुल नहीं देना चाहिए। यह अत्यंत खराब स्तर का बयान है, और शासन को उन पर तुरंत कार्रवाई करनी चाहिए।
BJP विधायक बोले- हिंदू एकता भंग करना चाहते हैं
विधायक रामेश्वर शर्मा ने कहा- कुछ जातिवादी लोग हिंदू एकता को भंग करना चाहते हैं। अपराधी मानसिकता किसी की नहीं चलेगी। सनातन एकता रहेगी। हिंदू एक था, एक है और रहेगा। सब बेटियों का सम्मान है, सब बेटियां सुरक्षित हैं। मामले में बीजेपी के प्रदेश मंत्री लोकेंद्र पाराशर ने एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा है कि बेटी किसी की भी हो, सबकी बेटी एक जैसी ही पूज्य है। जो भारतीय समाज बेटियों में देवी के दर्शन करता है, उस समाज का कोई उच्च अधिकारी ऐसे निकृष्ट विचार रखे,यह कृत्य घिनौना है। इसे बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। अपने निकृष्ट सोच की तुष्टि के लिए बेटियों की मर्यादा को तार तार करने वाला भारतीय प्रशासनिक सेवा के लायक तो कतई नहीं है। इसे समाज से दंड मिलना चाहिए और कानून से भी।
ऐसे लोगों का बहिष्कार होना चाहिए
सपाक्स के राष्ट्रीय संयोजक डॉ. हीरालाल त्रिवेदी ने कहा- इससे घटिया, निकृष्ट और निंदनीय स्टेटमेंट कोई और नहीं हो सकता। जो अपनी बेटी और दूसरे की बेटी में इतना फर्क करता हो, उसके लिए कोई शब्द नहीं है। अजाक्स हो, सपाक्स हो या अपाक्स हो, कोई भी वर्ग वाले हों, ऐसे लोगों का बहिष्कार होना चाहिए। सरकार को भी इन्हें बाहर करना चाहिए क्योंकि ऐसे आदमी को सार्वजनिक पद पर रहने का अधिकार नहीं है। पुलिस को एफआईआर दर्ज कर इसे गिरफ्तार करना चाहिए।
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तिवारी ने माफी की मांग, पर खुद घिरे
चंद्रशेखर तिवारी ने यह जरूर कहा कि आईएएस संतोष वर्मा को अपने बयान पर सार्वजनिक माफी मांगनी चाहिए, लेकिन खुद द्वारा की गई टिप्पणी को लेकर वे विरोध के घेरे में आ गए हैं। संतोष वर्मा का बयान जाति और बेटियों को लेकर अत्यंत आपत्तिजनक बताया गया। तिवारी का बयान महिलाओं की मर्यादा को ठेस पहुंचाने वाला माना गया।दोनों ही बयानों को समाजिक संगठनों और बुद्धिजीवियों ने अनुचित बताया है।
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ब्राह्मण समाज आक्रोशित
इधर अखिल भारतीय ब्राह्मण समाज के प्रदेश अध्यक्ष पुष्पेंद्र मिश्र ने कहा कि प्रधानमंत्री बेटी-बचाओ अभियान चलाते हैं, प्रदेश सरकार 'लाड़ली बहना' और लाड़ली लक्ष्मी' जैसी योजनाएं चला रही है, ऐसे में एक आईएएस अफसर द्वारा बेटियों पर अनर्गल टिप्पणी अस्वीकार्य है।उन्होंने चेतावनी दी कि जब तक संतोष वर्मा को निलंबित कर गिरफ्तार नहीं किया जाता, विरोध जारी रहेगा।
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मंत्रालय कर्मचारी संघ भी उतरा मैदान में
मंत्रालय अधिकारी-कर्मचारी संघ ने भी संतोष वर्मा के बयान के विरोध में डिप्टी सीएम राजेंद्र शुक्ल को ज्ञापन सौंपा।संघ के अध्यक्ष सुधीर नायक के नेतृत्व में यह ज्ञापन दिया गया।पहले मंत्रालय में प्रदर्शन की योजना थी, लेकिन अंततः प्रदर्शन नहीं किया गया।
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ब्राह्मण समाज के कार्यकर्ताओं ने एमपी नगर थाने के सामने प्रदर्शन किया
मंगलवार को अखिल भारतीय ब्राह्मण समाज के कार्यकर्ताओं ने एमपी नगर थाने के सामने जोरदार प्रदर्शन किया।महिलाओं ने भी प्रदर्शन में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। कई महिलाएँ फरसा लेकर मौके पर पहुंचीं, जिससे माहौल और तनावपूर्ण हो गया। प्रदर्शनकारियों ने पुलिस को ज्ञापन सौंपकर आईएएस संतोष वर्मा के खिलाफ कठोर कार्रवाई की मांग की।
उप नेता प्रतिपक्ष ने सीएम से की कड़ी कार्रवाई की मांग
मध्य प्रदेश विधानसभा के उप नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस विधायक हेमंत कटारे ने कहा कि आजकल देश में एक चलन सा बन गया है कि यदि किसी को चर्चा में आना हो, तो वह ब्राह्मण समाज पर आपत्तिजनक टिप्पणी कर देता है। क्या ब्राह्मण समाज इतना कमजोर हो गया है कि कोई भी व्यक्ति हमारी बहनों–बेटियों पर टिप्पणी करे और हम शांत बैठे रहें? उन्होंने कहा कि एक प्रशासनिक अधिकारी IAS संतोष वर्मा ने ब्राह्मण समाज की बेटियों को ‘दान की वस्तु’ बताकर न केवल आपत्तिजनक टिप्पणी की है, बल्कि पूरे समाज का अपमान किया है। ऐसे अधिकारी पर सख्त कार्रवाई होना आवश्यक है। उन्होंने कहा कि मैं मुख्यमंत्री से मांग करता हूं कि यदि वे सचमुच ब्राह्मण समाज के साथ खड़े हैं, तो तत्काल कठोर कार्रवाई करें।
सामाजिक सौहार्द बिगाड़ने की कोशिश
पूर्व मंत्री और कांग्रेस के प्रदेश मीडिया प्रभारी मुकेश नायक ने कहा कि IAS संतोष वर्मा का बयान सामाजिक सौहार्द को बिगाड़ने वाला है। उन्होंने कहा कि संतोष वर्मा ने एक बड़े समुदाय का अपमान किया है, इसलिए उन पर कठोर कार्रवाई की जानी चाहिए।
मुकेश नायक ने कहा कि आरक्षण उनकी निजी संपत्ति नहीं है कि ब्राह्मण की बेटी से उनके बेटे की शादी हो जाए तो वे उसे हटा देंगे। इस तरह का बयान एक प्रशासनिक अधिकारी को बिल्कुल नहीं देना चाहिए। यह अत्यंत खराब स्तर का बयान है, और शासन को उन पर तुरंत कार्रवाई करनी चाहिए।
BJP विधायक बोले- हिंदू एकता भंग करना चाहते हैं
विधायक रामेश्वर शर्मा ने कहा- कुछ जातिवादी लोग हिंदू एकता को भंग करना चाहते हैं। अपराधी मानसिकता किसी की नहीं चलेगी। सनातन एकता रहेगी। हिंदू एक था, एक है और रहेगा। सब बेटियों का सम्मान है, सब बेटियां सुरक्षित हैं। मामले में बीजेपी के प्रदेश मंत्री लोकेंद्र पाराशर ने एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा है कि बेटी किसी की भी हो, सबकी बेटी एक जैसी ही पूज्य है। जो भारतीय समाज बेटियों में देवी के दर्शन करता है, उस समाज का कोई उच्च अधिकारी ऐसे निकृष्ट विचार रखे,यह कृत्य घिनौना है। इसे बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। अपने निकृष्ट सोच की तुष्टि के लिए बेटियों की मर्यादा को तार तार करने वाला भारतीय प्रशासनिक सेवा के लायक तो कतई नहीं है। इसे समाज से दंड मिलना चाहिए और कानून से भी।
ऐसे लोगों का बहिष्कार होना चाहिए
सपाक्स के राष्ट्रीय संयोजक डॉ. हीरालाल त्रिवेदी ने कहा- इससे घटिया, निकृष्ट और निंदनीय स्टेटमेंट कोई और नहीं हो सकता। जो अपनी बेटी और दूसरे की बेटी में इतना फर्क करता हो, उसके लिए कोई शब्द नहीं है। अजाक्स हो, सपाक्स हो या अपाक्स हो, कोई भी वर्ग वाले हों, ऐसे लोगों का बहिष्कार होना चाहिए। सरकार को भी इन्हें बाहर करना चाहिए क्योंकि ऐसे आदमी को सार्वजनिक पद पर रहने का अधिकार नहीं है। पुलिस को एफआईआर दर्ज कर इसे गिरफ्तार करना चाहिए।