Indore News: कैप्टन मीरा दवे ने कहा-किसी भी राष्ट्र के निर्माण के लिए ज्ञान, सेना और पैसा जरूरी
कैप्टन दवे ने कहा कि हाल ही में जब भारत में ऑपरेशन सिंदूर को अंजाम दिया तो उस ऑपरेशन की मीडिया ब्रीफिंग की जिम्मेदारी भी दो महिला अधिकारियों को दी गई थी। इसके साथ ही इस ऑपरेशन में पठानकोट से जो विंग काम कर रही थी इसका नेतृत्व भी एक नारी कर रही थी।
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अभ्यास मंडल की व्याख्यामाला में रविवार को कैप्टन मीरा दवे ने ‘नारी नेतृत्व से बढ़ता नागरिक विश्वास’ विषय पर अपने विचार व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि किसी भी राष्ट्र के निर्माण के लिए ज्ञान, सेना और पैसा जरूरी होता है। ज्ञान देवी सरस्वती देती है, सेना यानी शक्ति मां दुर्गा देती है और पैसा मां लक्ष्मी से मिलता है। महिला अपने हाथ में चूड़ी पहनी होती है तो वह उसी हाथ से रॉकेट लांचर भी उड़ाती है और एके-47 भी चलाती है। पायल और चूड़ी को नारी के बंधन के रूप में नहीं देखा जाना चाहिए।
कैप्टन दवे ने कहा कि हाल ही में जब भारत में ऑपरेशन सिंदूर को अंजाम दिया तो उस ऑपरेशन की मीडिया ब्रीफिंग की जिम्मेदारी भी दो महिला अधिकारियों को दी गई थी। इसके साथ ही इस ऑपरेशन में पठानकोट से जो विंग काम कर रही थी इसका नेतृत्व भी एक नारी कर रही थी। फाइटर पायलट भी महिला है। महिला के नेतृत्व के प्रति नागरिक विश्वास भी बढ़ रहा है।
उन्होंने कहा कि एक समय स्वामी विवेकानंद ने कहा था कि भारत उड़ान तब भर सकता है जब उसके दोनों पंख मजबूत होंगे। यहां पर दोनों पंख के रूप में स्त्री और पुरुष के स्वस्थ, सकुशल और मजबूत होने की बात कही गई थी। उन्होंने देवी अहिल्या बाई, झांसी की रानी से जुड़े प्रसंगों को भी सुनाया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता अशोक बडजात्या ने की। कार्यक्रम के प्रारंभ वक्ता का स्वागत प्रणिता दीक्षित और ग्रीष्मा त्रिवेदी ने किया।संचालन वैशाली खरे ने किया। अतिथि को स्मृति चिन्ह ओपी जोशी ने भेंट किया। अभ्यास मंडल की व्याख्यान माला में सोमवार को वरिष्ठ पत्रकार अवधेश कुमार का व्याख्यान होगा। वे समाजवाद का स्वप्न और संभावनाएं विषय पर अपनी बात रखेंगे।