देख लो सरकार: नली लगी, फिर भी कार्यालय का लगा रहे चक्कर...60 साल का कर्मचारी इलाज को मोहताज; सुनवाई दरकिनार
Sagar: पीसीओ सुरेश कुमार रोहित बीमारी से जूझते हुए मूत्राशय में थैली लगाए GPF के लिए दफ्तरों के चक्कर काट रहे हैं। कई आवेदन देने के बावजूद भुगतान लंबित है, जबकि सेवानिवृत्ति में सिर्फ 1 साल 6 माह शेष हैं। इलाज के लिए पैसों की जरूरत पर कर्मचारी परेशान है।
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सागर जिले के केसली जनपद पंचायत में लालफीताशाही का ऐसा उदाहरण सामने आया है जिसे देखकर हर कोई दंग है। यहां पीसीओ पद पर पदस्थ सुरेश कुमार रोहित अपनी जमा भविष्य निधि (GPF) निकालने के लिए महीनों से दफ्तर के चक्कर लगाने को मजबूर हैं। हालात यह हैं कि बीमारी के कारण उनके मूत्राशय में नली लगी हुई है और थैली कमर से टंगी रहती है, इसके बावजूद वे बार-बार आवेदन लेकर दफ्तर पहुंच रहे हैं, पर सुनवाई नहीं हो रही।
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सुरेश रोहित का कहना है कि उन्होंने कई बार लिखित आवेदन दिया है, लेकिन कार्रवाई अभी तक लंबित है। उनकी उम्र 60 वर्ष हो चुकी है और सेवानिवृत्ति में केवल 1 वर्ष 6 माह शेष हैं, ऐसे में मेडिकल उपचार के लिए GPF निकालना उनके लिए जरूरी हो गया है।
उन्होंने बताया कि मेरी हालत बहुत खराब है। इलाज के लिए पैसों की सख्त जरूरत है, पर हर बार सिर्फ आश्वासन मिलता है। 2022-23 के मेडिकल बिल का प्रकरण भी आगे नहीं बढ़ाया गया। शासन मेरे आवेदन पर संज्ञान लेकर जल्द भुगतान कराए, ताकि मेरा इलाज रुक ना जाए। इस मामले में जनपद के उच्च श्रेणी लिपिक उत्तम सिंह तेकाम का कहना है कि आवेदन मेरे पास आया था, पूरी फाइल तैयार कर सीईओ मैडम के पास भेज दी है। आगे की प्रक्रिया उन्हीं को करनी है।