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Umaria News: जालसाजों का नया तरीका, सोशल मीडिया पर सस्ते सामान का झांसा देकर ठगी, कलेक्टर को भी नहीं छोड़ा
न्यूज डेस्क, अमर उजाला, उमरिया
Published by: उमरिया ब्यूरो
Updated Thu, 21 Aug 2025 08:23 AM IST
सार
कलेक्टर ने इसे पूरी तरह फर्जी बताते हुए जनता से सतर्क रहने और किसी भी प्रकार की आर्थिक लेन-देन से बचने की अपील की है। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को सूचना दे दी है और साइबर टीम मामले की जांच कर रही है। प्रशासन ने नागरिकों से कहा है कि संदिग्ध मैसेज मिलने पर तुरंत पुलिस व प्रशासन को सूचित करें।
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साइबर ठगी (सांकेतिक तस्वीर)
- फोटो : अमर उजाला
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विस्तार
उमरिया जिले में इन दिनों सोशल मीडिया पर एक फर्जी सोशल मीडिया प्रोफाइल सक्रिय हो गई हैं, जो खुद को कलेक्टर धरणेन्द्र कुमार जैन बताकर लोगों से संपर्क कर रही है। यह फर्जी आईडी आम नागरिकों को घरेलू सामान और इलेक्ट्रॉनिक आइटम बेहद कम दामों पर उपलब्ध कराने का झांसा देकर ठगी का प्रयास कर रही है।
ठगी का तरीका
जानकारी के अनुसार इस फर्जी सोशल मीडिया अकाउंट से कई लोगों को व्यक्तिगत मैसेज भेजे गए हैं। संदेश में दावा किया गया है कि कलेक्टर का एक मित्र, जोकि सीआरपीएफ कैंप में पदस्थ है, स्थानांतरण के कारण अपने घरेलू सामान बेच रहा है। मैसेज में अंग्रेजी में लिखा गया।
“One my friend Sumit Kumar from CRPF Camp will be… I forwarded your number to him. He is selling his household furniture and electrical items second hand. All item good condition and price very cheap.”
इस संदेश में यह स्पष्ट रूप से बताया गया कि सामान अच्छी हालत में है और कीमत बेहद कम है। अब तक एक जैसे मैसेज दो अलग-अलग लोगों को भेजे जा चुके हैं। साफ है कि योजनाबद्ध तरीके से लोगों को जाल में फंसाने की कोशिश की जा रही है।
कलेक्टर ने लोगों से सतर्क रहने की अपील की
जब इस मामले में असली कलेक्टर धरणेन्द्र कुमार जैन से बात की गई तो उन्होंने इस फर्जीवाड़े की पुष्टि की। उन्होंने साफ कहा कि उनका इस सोशल मीडिया अकाउंट से कोई संबंध नहीं है। कलेक्टर ने कहा मेरे नाम और फोटो का दुरुपयोग कर किसी अज्ञात व्यक्ति ने यह फर्जी सोशल मीडिया आईडी बनाई है। इस अकाउंट के माध्यम से आम जनता को गुमराह कर ठगी की कोशिश की जा रही है। मैं नागरिकों से अपील करता हूं कि इस आईडी से भेजी गई फ्रेंड रिक्वेस्ट स्वीकार न करें और न ही किसी भी प्रकार की वित्तीय लेन-देन में शामिल हों।
अधिकारियों को दी गई सूचना
कलेक्टर जैन ने बताया कि इस मामले को लेकर उन्होंने संबंधित अधिकारियों को सूचित कर दिया है। जल्द ही साइबर टीम इस फर्जी आईडी के संचालक का पता लगाएगी और कार्रवाई की जाएगी।
जनता से अपील
प्रशासन की ओर से भी आम नागरिकों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है। कहा गया है कि अगर किसी भी व्यक्ति को इस तरह का मैसेज प्राप्त होता है तो तुरंत इसकी सूचना प्रशासन और पुलिस को दें। किसी भी परिस्थिति में ऑनलाइन भुगतान या एडवांस राशि न भेजें।
पहले भी वायरल हुआ था ऐसा पोस्ट
गौरतलब है कि इससे पहले भी सोशल मीडिया पर इसी तरह का फर्जी पोस्ट वायरल हो चुका है। उस समय भी प्रशासन को हस्तक्षेप करना पड़ा था और लोगों को सावधान रहने की अपील की गई थी। इसके बावजूद ठगी करने वाले नए-नए तरीके अपनाकर लोगों को फंसाने की कोशिश कर रहे हैं।
सोशल मीडिया पर बढ़ती ठगी
बीते कुछ समय से जिले सहित पूरे प्रदेश में सोशल मीडिया प्लेटफार्मों का इस्तेमाल ठगी के लिए किया जा रहा है। कभी फर्जी आईडी बनाकर सरकारी अधिकारी या जनप्रतिनिधि के नाम से मैसेज भेजे जाते हैं, तो कभी नौकरी और लोन के नाम पर लोगों को निशाना बनाया जाता है। इस तरह के मामलों में कई लोग जालसाजों के शिकार भी हो चुके हैं।
उमरिया जिले का यह ताजा मामला एक बार फिर इस बात की चेतावनी है कि सोशल मीडिया पर आई हर जानकारी पर आंख मूंदकर भरोसा न करें। कलेक्टर धरणेन्द्र कुमार जैन ने स्वयं स्पष्ट किया है कि उनके नाम से बनाई गई सोशल मीडिया आईडी पूरी तरह से फर्जी है। ऐसे में नागरिकों को सतर्क रहना चाहिए और किसी भी संदिग्ध संदेश की तुरंत सूचना प्रशासन को देनी चाहिए। जिला जनसंपर्क कार्यालय, उमरिया ने भी इस फर्जी सोशल मीडिया आईडी को लेकर आम जनता को चेतावनी जारी की है।
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ठगी का तरीका
जानकारी के अनुसार इस फर्जी सोशल मीडिया अकाउंट से कई लोगों को व्यक्तिगत मैसेज भेजे गए हैं। संदेश में दावा किया गया है कि कलेक्टर का एक मित्र, जोकि सीआरपीएफ कैंप में पदस्थ है, स्थानांतरण के कारण अपने घरेलू सामान बेच रहा है। मैसेज में अंग्रेजी में लिखा गया।
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“One my friend Sumit Kumar from CRPF Camp will be… I forwarded your number to him. He is selling his household furniture and electrical items second hand. All item good condition and price very cheap.”
इस संदेश में यह स्पष्ट रूप से बताया गया कि सामान अच्छी हालत में है और कीमत बेहद कम है। अब तक एक जैसे मैसेज दो अलग-अलग लोगों को भेजे जा चुके हैं। साफ है कि योजनाबद्ध तरीके से लोगों को जाल में फंसाने की कोशिश की जा रही है।
कलेक्टर ने लोगों से सतर्क रहने की अपील की
जब इस मामले में असली कलेक्टर धरणेन्द्र कुमार जैन से बात की गई तो उन्होंने इस फर्जीवाड़े की पुष्टि की। उन्होंने साफ कहा कि उनका इस सोशल मीडिया अकाउंट से कोई संबंध नहीं है। कलेक्टर ने कहा मेरे नाम और फोटो का दुरुपयोग कर किसी अज्ञात व्यक्ति ने यह फर्जी सोशल मीडिया आईडी बनाई है। इस अकाउंट के माध्यम से आम जनता को गुमराह कर ठगी की कोशिश की जा रही है। मैं नागरिकों से अपील करता हूं कि इस आईडी से भेजी गई फ्रेंड रिक्वेस्ट स्वीकार न करें और न ही किसी भी प्रकार की वित्तीय लेन-देन में शामिल हों।
अधिकारियों को दी गई सूचना
कलेक्टर जैन ने बताया कि इस मामले को लेकर उन्होंने संबंधित अधिकारियों को सूचित कर दिया है। जल्द ही साइबर टीम इस फर्जी आईडी के संचालक का पता लगाएगी और कार्रवाई की जाएगी।
जनता से अपील
प्रशासन की ओर से भी आम नागरिकों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है। कहा गया है कि अगर किसी भी व्यक्ति को इस तरह का मैसेज प्राप्त होता है तो तुरंत इसकी सूचना प्रशासन और पुलिस को दें। किसी भी परिस्थिति में ऑनलाइन भुगतान या एडवांस राशि न भेजें।
पहले भी वायरल हुआ था ऐसा पोस्ट
गौरतलब है कि इससे पहले भी सोशल मीडिया पर इसी तरह का फर्जी पोस्ट वायरल हो चुका है। उस समय भी प्रशासन को हस्तक्षेप करना पड़ा था और लोगों को सावधान रहने की अपील की गई थी। इसके बावजूद ठगी करने वाले नए-नए तरीके अपनाकर लोगों को फंसाने की कोशिश कर रहे हैं।
सोशल मीडिया पर बढ़ती ठगी
बीते कुछ समय से जिले सहित पूरे प्रदेश में सोशल मीडिया प्लेटफार्मों का इस्तेमाल ठगी के लिए किया जा रहा है। कभी फर्जी आईडी बनाकर सरकारी अधिकारी या जनप्रतिनिधि के नाम से मैसेज भेजे जाते हैं, तो कभी नौकरी और लोन के नाम पर लोगों को निशाना बनाया जाता है। इस तरह के मामलों में कई लोग जालसाजों के शिकार भी हो चुके हैं।
उमरिया जिले का यह ताजा मामला एक बार फिर इस बात की चेतावनी है कि सोशल मीडिया पर आई हर जानकारी पर आंख मूंदकर भरोसा न करें। कलेक्टर धरणेन्द्र कुमार जैन ने स्वयं स्पष्ट किया है कि उनके नाम से बनाई गई सोशल मीडिया आईडी पूरी तरह से फर्जी है। ऐसे में नागरिकों को सतर्क रहना चाहिए और किसी भी संदिग्ध संदेश की तुरंत सूचना प्रशासन को देनी चाहिए। जिला जनसंपर्क कार्यालय, उमरिया ने भी इस फर्जी सोशल मीडिया आईडी को लेकर आम जनता को चेतावनी जारी की है।

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