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'तलाश भोजपुरी भाषायी अस्मिता की' का विमोचन
टीम डिजिटल/अमर उजाला, दिल्ली
Updated Mon, 22 Feb 2016 12:59 PM IST
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भोजपुरी भाषा को सहेजने और इसे संवैधानिक दर्जा दिलाने को लेकर लिखी गई किताब 'तलाश भोजपुरी भाषायी अस्मिता की' का विमोचन हुआ है। दिल्ली के हैबिटेट सेंटर में रविवार शाम इंडिया इंटरनेशनल सेंटर में भोजपुरी समाज दिल्ली ओर से आयोजित कार्यक्रम में अजीत दुबे की इस किताब का विमोचन हुआ।
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इस मौके पर आम आदमी पार्टी विधायक आदर्श शास्त्री ने कहा कि उनकी सरकार विधानसभा के इसी सत्र में भोजपुरी को आठवीं अनुसूची में शामिल किए जाने संबंधी प्रस्ताव लाने जा रही है। इस प्रस्ताव को विधान सभा से पारित कर केंद्र सरकार को भेजा जाएगा और ये मांग की जायेगी कि भोजपुरी को शीघ्र आठवीं अनुसूची में जगह दें।
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वहीं, कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता व महराष्ट्र प्रदेश अध्यक्ष संजय निरुपम ने याद दिलाया कि प्रधानमंत्री खुद बनारस से सांसद हैं और गृहमंत्री राजनाथ सिंह भी भोजपुरी भाषी क्षेत्र से हैं। अब तो भोजपुरी मान्यता मिलनी ही चाहिए। गौरतलब है कि भोजपुरी की मान्यता का जिक्र चुनाव से पूर्व प्रधानमंत्री मोदी भी कर चुके हैं। इस अवसर पर भाजपा सांसद अर्जुन राम मेघावाल भी मौजूद रहे। उन्होंने कहा कि वे इस मुद्दे को लेकर गृहमंत्री एवं प्रधानमंत्री से लागातर संपर्क में हैं।

किताब के लेखक अजीत दुबे ने बताया कि भोजपुरी को आठवीं अनुसूची में जगह दिलाने के संघर्षों और संसद में इस मुद्दे से जुड़े तमाम बहसों पर केन्द्रित यह एक महत्वपूर्ण किताब है। इस पुस्तक में हर उस पहलू की विस्तृत विवेचना मिलेगी जो भोजपुरी को आठवीं अनुसूची में जगह दिलाने में या तो अड़चन रूप में रही है या प्रयास के तौर पर की गयी कोशिश है। इस पुस्तक में सूचना के अधिकार से प्राप्त जानकारी के आधार पर कई तथ्यों को रखा गया है।
इस कार्यक्रम में सांसद मनोज तिवारी, पूर्व सांसद महाबल मिश्रा सहित भोजपुरी से जुड़े तमाम लोग उपस्थित रहे।