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मोबाइल गेम्स छोड़ किताबों से दोस्ती करें युवा: चेतन भगत
ब्यूरो/अमर उजाला, धर्मशाला
Updated Sun, 15 May 2016 11:34 AM IST
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एचपीसीए स्टेडियम पहुंचे सुप्रसिद्घ लेखक चेतन भगत।
- फोटो : अमर उजाला
बच्चों को वीडियो और मोबाइल गेम्स से दूर रहना चाहिए और किताबों से दोस्ती करनी चाहिए। क्योंकि किताबें पढ़ने से दिमाग तेज होता है। यह कहना है लेखन के माध्यम से थ्री इडियट्स और टू स्टेटस जैसी फिल्मों से युवाओं के बीच फेमस हुए चेतन भगत का। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय स्तर पर राज्यों की स्वच्छता प्रतियोगिता होनी चाहिए और मुझे पूरा विश्वास है कि हिमाचल इसमें पहले स्थान पर आएगा।
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उन्होंने हिमाचल की स्वच्छता को देखते हुए इस पर किताब लिखने की भी अपनी इच्छा जाहिर की। वीडियो गेम्स और वीरवार को एचपीसीए स्टेडियम धर्मशाला में ‘पढ़ाई भी, सफाई भी’ कार्यक्रम में बतौर मुख्यातिथि आए सुप्रसिद्घ लेखक चेतन भगत ने कहा कि वह 10 दिनों से हिमाचल घूम रहे हैं।
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मैकलोडगंज और परागपुर में कई साइट्स शूटिंग के लिए अच्छी हैं। योल के सिद्धार्थ कपूर के प्रश्न के उत्तर में भगत ने बताया कि दिवाली को उनकी एक किताब आएगी। इस किताब में भारतीय नारियों की मनोदशा एवं उनकी मन की भावनाओं को प्रस्तुत किया है। कार्यक्रम में चेतन भगत की पत्नी अनुश्रिया भगत, एचपीसीए प्रवक्ता संजय शर्मा मुख्य रूप से मौजूद रहे।
बोले, अभी राजनीति में आने का इरादा नहीं
चेतन का कहना है कि अभी तक राजनीति में आने का कोई इरादा नहीं है। मुझे कोई अभिनय दिया जाए तो उसे पूरा नहीं कर सकता और न ही अच्छा अभिनेता बन सकता हूं। हालांकि कई बार मैंने टीवी शो पर काम किया। इससे मुझे पता चला कि मैं केवल किताब लिखने तक की सीमित हूं।
डटकर पढ़ाई करें बच्चे : धूमल
कार्यक्रम में आए विशेष अतिथि अरुण धूमल ने कहा कि बच्चे डिग्री के चक्कर में न पड़ें। वह डटकर पढ़ाई करें। क्योंकि डिग्री तो आज प्रधानमंत्री की भी पूछी जा रही है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने स्वच्छता अभियान और स्किल इंडिया कार्यक्रम चलाया है। लेकिन सोचने की बात यह है कि सरकार को आखिरकार इस अभियान को चलाने की जरूरत क्यों पड़ी।