सब्सक्राइब करें
Hindi News ›   Uttarakhand ›   Dehradun News ›   less fee for mbbs degree.

अरे ये क्या, अब एमबीबीएस में लगेंगे बस 3400 रुपए !

ब्यूरो / अमर उजाला, देहरादून Updated Sun, 19 Apr 2015 04:58 PM IST
विज्ञापन
less fee for mbbs degree.

अगर आप एआईपीएमटी परीक्षा में शामिल होने जा रहे हैं तो आपकी मेहनत आपको लाखों के खर्च वाली महंगी एमबीबीएस के बजाए बेहद सस्ती एमबीबीएस तक पहुंचा सकती है।

विज्ञापन
loader
Trending Videos


अहम बात यह है कि यहां का शुल्क इतना कम है कि एक गरीब घर का मेधावी बच्चा भी डॉक्टर बनने का ख्वाब संजो सकता है। एआईपीएमटी में 500 तक रैंक में आने वाले अभ्यर्थियों के लिए यह अच्छा अवसर हो सकता है। बलूनी क्लासेज के एमडी विपिन बलूनी के मुताबिक मेधावियों के लिए चाहे ऑल इंडिया कोटा हो या स्टेट कोटा, एमबीबीएस की फीस बेहद कम है।
विज्ञापन
विज्ञापन


एआईपीएमटी से सीट पाने पर एमबीबीएस शुल्क

- मौलाना आजाद मेडिकल कालेज, दिल्ली : 3405 रुपए वार्षिक
- लेडी हार्डिंग मेडिकल कालेज, दिल्ली : 600 रुपए वार्षिक (हॉस्टल शुल्क 250 रुपए मासिक)
- आर्म्ड फोर्स मेडिकल कालेज, पुणे : 7000 रुपए सालाना हॉस्टल फीस (कोई ट्यूशन फीस नहीं)
- ग्रांट मेडिकल कालेज, मुंबई : 20 हजार रुपए वार्षिक
- बैंगलोर मेडिकल कालेज, बंगलूरू : 23670 रुपए वार्षिक
- किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी, लखनऊ : 26,500 रुपए वार्षिक
- क्रिश्चन मेडिकल कालेज, वेल्लोर : 63,000 वार्षिक (हॉस्टल अलग)
एआईपीएमटी फोन इन पैकेज

अंतिम समय की तैयारी करने में काम आएंगे ये सवाल

less fee for mbbs degree.

तीन मई को होने जा रही ऑल इंडिया प्री मेडिकल प्री डेंटल टेस्ट (एआईपीएमटी) परीक्षा की तैयारियों के मद्देनजर ‘अमर उजाला’ हेल्पलाइन में प्रदेशभर से युवाओं ने सवाल पूछे। किसी को अंतिम समय की तैयारी की चिंता दिखी, तो कोई परीक्षा के पैटर्न और एनसीईआरटी व अन्य किताबों से तैयारी पर असमंजस में था।

‘अमर उजाला’ कार्यालय में आए फिजिक्स, कैमिस्ट्री और बायोलॉजी के विशेषज्ञों ने प्रदेशभर के छात्रों के सवालों के सरलता से जवाब दिए। भारी संख्या में आए फोन कॉल्स के बीच कुछ उपयोगी सवाल और उनके जवाब प्रकाशित किए जा रहे हैं।

सवाल : क्या एआईपीएमटी में गत वर्षों के प्रश्नपत्रों को पढ़कर सफलता पाई जा सकती है। इनमें से कितने सवाल नई परीक्षा में पूछे जाते हैं। - रंजना, हल्द्वानी
जवाब : देखिए, पुराने पेपर से कोई सवाल आएगा, इसकी गारंटी नहीं है। क्योंकि गत वर्षों में ऐसा कुछ नहीं हुआ है। हां, इतना जरूर है कि पुराने प्रश्न पत्रों के कांसेप्ट रिपीट हो सकते हैं। इसलिए आप पुराने प्रश्न पत्रों के सवालों के बजाए उनके कांसेप्ट समझने का प्रयास करें। पुराने प्रश्न पत्र आपका समय प्रबंधन भी सही कर देंगे।

सवाल : एआईपीएमटी में परीक्षा का पैटर्न क्या होता है? इसमें किस विषय से कितने सवाल पूछे जाएंगे? - वैशाली, हरिद्वार
जवाब : यह परीक्षा 720 अंकों की होती है। इसे मोटे तौर पर तीन हिस्सों में बांटा जाता है। पहला फिजिक्स, फिर कैमिस्ट्री और फिर बायोलॉजी (बॉटनी व जूलॉजी)। फिजिक्स के 45, कैमिस्ट्री के 45 और बायोलॉजी के 90 सवाल पूछे जाएंगे। एक सवाल चार अंक का है और गलत जवाब पर एक अंक की नेगेटिव मार्किंग है।

सवाल : एआईपीएमटी और एनसीईआरटी की किताबों का क्या संबंध है? यह कितना फायदेमंद होता है। - रिशिका मिश्रा, हल्द्वानी

जवाब : निश्चित तौर पर एनसीईआरटी की किताबें एआईपीएमटी जैसी परीक्षा में सबसे अहम होती हैं। यह कह सकते हैं कि कम से कम 85 प्रतिशत सवाल पूरी तरह से एनसीईआरटी की किताब से आते हैं जबकि बाकी के बाहरी किताबों या अलग कांसेप्ट पर आते हैं। इतने सवाल हल करने पर अच्छी रैंक आ सकती है।

सवाल : अब समय बेहद कम बचा है। परीक्षा की तैयारी का तरीका क्या होना चाहिए, जिससे कम समय में अच्छी तैयारी हो जाए। - मुकुल, हल्द्वानी। नेहा आर्य सितारगंज। अनंत, देहरादून
जवाब : फिलहाल पहले 10 दिन का वॉर लेवल प्लान तैयार करें। इसमें अगर फिजिक्स में 30 चैप्टर हैं तो प्रतिदिन तीन चैप्टर के हिसाब से रिविजन करें। बचे चार दिनों में इस रिविजन को एक नॉवेल की तरह पढ़ें। इससे न केवल आत्मविश्वास बढ़ेगा बल्कि आगे की राह भी आसान हो जाएगी।

सवाल : अगर एआईपीएमटी में एक सवाल के दो से ज्यादा जवाब आ जाएं तो क्या करें। क्या ऐसा संभव है कि एक सवाल के दो जवाब आ जाएं? - सौरभ सकलानी, देहरादून
जवाब : एआईपीएमटी में आमतौर पर एक सवाल के एक ही जवाब वाले प्रश्न पूछे जाते हैं। फिर भी अगर किसी प्रश्न पर ऐसा महसूस हो तो जिस जवाब पर आप सबसे ज्यादा संतुष्ट हों तो उसे भर दें।

सवाल : एआईपीएमटी क्वालिफाई करने के लिए कम से कम कितने अंक होने चाहिए। - आयुषी, हल्द्वानी
जवाब : इस प्रवेश परीक्षा की करीब 3000 एमबीबीएस सीटों के लिए भारी मारामारी होती है। प्रतियोगिता इतनी कड़ी है कि कम से कम 80 प्रतिशत का टारगेट लेकर ही आप खुद को सुरक्षित मान सकते हैं।

सवाल : एआईपीएमटी देने जा रहे हैं तो क्या क्या दस्तावेज साथ लेकर आएं? - विकास, रामनगर
जवाब : परीक्षा में शामिल होने के लिए अभ्यर्थी को प्रवेश पत्र लाना अनिवार्य है। इसके अलावा अगर वह कोई क्लिप बोर्ड साथ लेकर आए तो परीक्षा कक्ष में सुविधा होगी। प्रवेश पत्र के साथ डाउनलोड किए गए फार्मेट पर चिपकाया गया एक पोस्टकार्ड आकार का फोटोग्राफ भी लाएं। इस बात का ख्याल रखें कि परीक्षा के लिए बॉल प्वाइंट पेन आपको केंद्र पर ही उपलब्ध कराया जाएगा, इसलिए पहले से काई पेन पेंसिल लेकर न जाएं। परीक्षा हॉल में परीक्षा से 30 मिनट पहले एंट्री शुरू हो जाएगी। इसलिए समय से पहुंच जाएं।

सवाल : एआईपीएमटी में विषयवार तैयारी का पैटर्न क्या हो? इसमें फिजिक्स, कैमिस्ट्री और बायोलॉजी सबसे बड़ी चुनौती है। - सोनाली, पौड़ी, सोनी, अल्मोड़ा, दीक्षा भट्ट, पिथौरागढ़
जवाब : बायोलॉजी में सेल बायोलॉजी, जेनेटिक्स, इकोलॉजी, एनिमल एंड प्लांट किंगडम से जुड़े सवाल आसान होते हैं और इससे बेहतर स्कोर भी बन जाता है। इसमें जूलॉजी में ह्यूमन फिजियोलॉजी, रिप्रॉडक्टिव हेल्थ, हेल्थ एंड वेलफेयर जैसे टॉपिक अहम हो सकते हैं। बॉटनी में ऑर्गेनिज्म एंड पॉपुलेशन, इको सिस्टम, प्रोसेस एंड एप्लीकेशन, मॉलिक्यूलर बेसिस आफ इन हेरिटेंस, प्लांट मार्फोलॉजी जैसे टॉपिक बेहतर स्कोरिंग साबित हो सकते हैं। फिजिक्स में एटॉमिक स्ट्रक्चर, रेडियोएक्टिविटी, कंडक्शन, फोटो इलेक्ट्रिक इफेक्ट, न्यूक्लियर फिजिक्स, रेडिएशन, थर्मोडायनामिक्स, इलेक्ट्रिकल सर्किट, मैग्नेटिज्म जैसे टॉपिक्स अहम साबित हो सकते हैं। कैमिस्ट्री में जनरल ऑर्गेनिक कैमिस्ट्री, कॉर्डिनेशन कैमिस्ट्री, केमिकल बांडिंग, इलेक्ट्रो कैमिस्ट्री, कैमिकल थर्मोडायनामिक्स जैसे टॉपिक्स महत्वपूर्ण साबित होंगे। यह भी ध्यान रखें कि मॉर्डन फिजिक्स से जुड़े थ्योरिटिकल सवाल अपेक्षाकृत आसान होते हैं, जिसमें ज्यादा गणनाओं की जरूरत नहीं होती। हीट और थर्मोडायनामिक्स में ज्यादातर सवाल ग्राफ आधारित होते हैं और हल करने में भी आसान होते हैं।

सवाल : एमबीबीएस में दाखिले को एआईपीएमटी की केवल एक परीक्षा होती है या फिर प्री और मेंस भी होता है? - निधि, टिहरी गढ़वाल
जवाब : पुराने समय में एआईपीएमटी प्री और मेंस होती थी। वर्ष 2013 में नीट परीक्षा हुई। वर्ष 2014 में जब दोबारा एआईपीएमटी शुरू की गई थी तो इसमें प्री और मेंस का पैटर्न खत्म कर दिया गया था। अब केवल एक ही परीक्षा होती है।

मेरिट में आने के लिए कम से कम इतने हों अंक

less fee for mbbs degree.

एआईपीएमटी परीक्षा देने जा रहे अभ्यर्थियों के लिए मुकाबला काफी मुश्किल है। काउंसिलिंग के आधार पर एमबीबीएस में दाखिले होते हैं लेकिन परीक्षा के बाद सीबीएसई की ओर से एक मेरिट सूची बनाई जाती है। परीक्षा देने वाले छात्रों को इस सूची में शामिल होने के लिए कम से कम कुछ अंक हासिल करने जरूरी हैं।

बोर्ड के मुताबिक सामान्य अभ्यर्थियों को कम से कम 50 प्रतिशत अंक फिजिक्स में, 50 प्रतिशत कैमिस्ट्री में और 50 प्रतिशत अंक बायोलॉजी में हासिल करने होंगे। इसके अलावा एससी, एसटी व ओबीसी अभ्यर्थियों के लिए तीनों विषयों में अलग-अलग 40 प्रतिशत अंक हासिल करने जरूरी हैं।

सामान्य विकलांग को तीनों विषयों में अलग-अलग 45 प्रतिशत और एससी, एसटी व ओबीसी विकलांग को कम से कम 40 प्रतिशत अंक लाने अनिवार्य हैं। इतने अंक हासिल करने के बाद ही अभ्यर्थी को मेरिट में आने का मौका मिलेगा। अगर कोई दो या अधिक छात्र एक जैसा स्कोर करते हैं तो ऐसी सूरत में बायोलॉजी के अंक प्राथमिकता पर होंगे।

अगर बायोलॉजी के अंक भी समान हैं तो फिर कैमिस्ट्री के अंक देखे जाएंगे। अगर वो भी समान हैं तो अभ्यर्थी की ओर से विषयवार छात्र की ओर से भरे गए गलत जवाब देखे जाएंगे। इसके बाद चौथी प्राथमिकता पर अभ्यर्थी की आयु भी देखी जाएगी।

अब भी है मौका
अगर आप अब भी एआईपीएमटी को लेकर दी गई जानकारी के बावजूद कोई सवाल पूछना चाहते हैं। सवाल को लेकर आशंकित हैं। पैटर्न से परेशान हैं। समय प्रबंधन नहीं कर पा रहे हैं तो इससे जुड़े तमाम सवाल हमारे विशेषज्ञों से पूछ सकते हैं। इसके लिए आप अपने सवाल 26 अप्रैल तक हमारे पास ईमेल करें। हम सभी सवाल और उनके जवाब 27 अप्रैल के अंक में प्रकाशित करेंगे। हमारी ईमेल आईडी है - editor@ddn.amarujala.com

विज्ञापन
विज्ञापन
विज्ञापन
विज्ञापन

एड फ्री अनुभव के लिए अमर उजाला प्रीमियम सब्सक्राइब करें

Next Article

एप में पढ़ें

Followed