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Auto Sales: दिवाली के बाद भी भारतीय वाहन बाजार की बनी हुई है रफ्तार, जानें क्या है वजह
ऑटो डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली
Published by: अमर शर्मा
Updated Tue, 09 Dec 2025 07:26 PM IST
सार
नवंबर में ऑटो सेल्स ने चौंका दिया, साल-दर-साल 2.14 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई क्योंकि यात्री वाहन और कमर्शियल वाहन की मांग मजबूत रही और रूरल सेंटिमेंट बेहतर हुआ।
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Auto Sales
- फोटो : Adobe Stock
फेडरेशन ऑफ ऑटोमोबाइल डीलर्स एसोसिएशन (FADA) द्वारा जारी नवंबर 2025 के खुदरा बिक्री आंकड़ों से पता चलता है कि भारत का वाहन बाजार त्योहारी सीजन के बाद भी स्थिर रहा। नवंबर 2024 की तुलना में कुल बिक्री 2.14 प्रतिशत बढ़ी। आमतौर पर दीवाली के बाद बाजार में गिरावट आती है, लेकिन इस बार ज्यादातर त्योहारों की खरीदारी अक्तूबर में ही हो गई थी। पिछले वर्ष दिवाली देर से होने के कारण कई रजिस्ट्रेशन नवंबर में शिफ्ट हो गए थे, जिससे 2024 के आंकड़े असाधारण रूप से ऊंचे थे।
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बाइक्स की बिक्री भी हुई कम
- फोटो : AI
दोपहिया वाहनों की बिक्री में गिरावट क्यों आई
नवंबर 2025 में दोपहिया वाहनों की बिक्री 3.1 प्रतिशत कम रही। डीलरों का कहना है कि अधिकांश खरीदारों ने त्योहारी सीजन खासकर अक्तूबर में ही खरीदारी कर ली थी। इसके अलावा, कई किसानों को भुगतान देर से मिला और कुछ लोकप्रिय मॉडल उपलब्ध नहीं थे, जिससे मांग प्रभावित हुई।
फिर भी, शादी के मौसम की जरूरत और टैक्स दरों में कमी के बाद कीमतें घटने से शोरूम में ग्राहकों की आवाजाही अच्छी बनी रही।
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नवंबर 2025 में दोपहिया वाहनों की बिक्री 3.1 प्रतिशत कम रही। डीलरों का कहना है कि अधिकांश खरीदारों ने त्योहारी सीजन खासकर अक्तूबर में ही खरीदारी कर ली थी। इसके अलावा, कई किसानों को भुगतान देर से मिला और कुछ लोकप्रिय मॉडल उपलब्ध नहीं थे, जिससे मांग प्रभावित हुई।
फिर भी, शादी के मौसम की जरूरत और टैक्स दरों में कमी के बाद कीमतें घटने से शोरूम में ग्राहकों की आवाजाही अच्छी बनी रही।
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पैसेंजर वाहन बने बाजार की ताकत
नवंबर में पैसेंजर वाहनों की बिक्री में करीब 20 प्रतिशत की जोरदार वृद्धि हुई। बेहतर कीमतें, लंबे इंतजार वाले मॉडलों की आपूर्ति में सुधार और कॉम्पैक्ट एसयूवी की लगातार मांग ने इस वृद्धि में अहम योगदान दिया। बेहतर बिक्री की वजह से डीलरों का स्टॉक भी कम होकर 44-46 दिनों पर आ गया, जो पिछले महीने 53 दिनों से अधिक था।
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Eicher Trucks
- फोटो : Eicher
कमर्शियल वाहनों में भी रफ्तार
कमर्शियल वाहन सेगमेंट ने भी अच्छा प्रदर्शन किया और पिछले साल की तुलना में 19.94% की वृद्धि दर्ज की। निर्माण कार्य, माल ढुलाई, पर्यटन और सरकारी ऑर्डरों ने बिक्री बढ़ाने में मदद की। हालांकि, कुछ क्षेत्रों में ट्रकों और फ्लीट वाहनों का उपयोग अभी भी पूरी क्षमता से नहीं हो रहा है।
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कार शोरुम पर खरीदार
- फोटो : अमर उजाला
ग्रामीण भारत की मांग में सुधार
डीलर्स आने वाले महीनों को लेकर आशावादी हैं, खासकर इसलिए क्योंकि ग्रामीण अर्थव्यवस्था मजबूत हो रही है। रबी सीजन की बुवाई समय से पहले और बड़े पैमाने पर शुरू हो चुकी है, जो 39.3 मिलियन हेक्टेयर से भी ज्यादा पहुंच गई है। बेहतर मिट्टी की नमी और बेहतर बीज उपलब्धता किसानों की आय बढ़ाने में मदद करेगी।
मौसम विभाग के अनुसार उत्तर और मध्य भारत में ठंड अधिक पड़ेगी, जिससे यात्रा और परिवहन की मांग बढ़ सकती है।
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