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असुरक्षित कारें: इनमें से कोई भी कार खरीदने से पहले जरूर सोचें दो बार, क्रैश टेस्ट में हो चुकी हैं 'फुस्स'

ऑटो डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली Published by: Harendra Chaudhary Updated Thu, 11 Nov 2021 01:28 PM IST
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ZERO Safety Ratings Cars of India: Top Worst Rated Indian Cars By Global NCAP and Latin NCAP
Global NCAP

Zero safety rating cars in India: कार खरीदते समय अब ज्यादातर ग्राहक कारों के सेफ्टी फीचर्स को तरजीह देने लगे हैं। महिंद्रा और टाटा समेत कई कार कंपनियां अपनी कारों की लॉन्चिंग के साथ ही क्रैश टेस्ट रेटिंग भी जारी कर देती हैं। पिछले दिनों नई Tata Punch की सेफ्टी रेटिंग जारी गई थी, तो हाल ही में नई लॉन्च Mahindra XUV700 की सेफ्टी रेटिंग सामने आई है। दोनों ही कारों को NCAP क्रैश टेस्ट में 5-स्टार रेटिंग मिली है। ये अच्छी बात है कि कार कंपनियों के साथ ग्राहकों में भी सेफ्टी को लेकर जागरुकता बढ़ रही है। कंपनियां भी ग्राहकों में भरोसा बढ़ाने के लिए टॉप सेफ्टी रेटिंग्स को एक मार्केटिंग टूल की तरह इस्तेमाल कर रही हैं। हाल ही में लॉन्च नेक्स्ट जेनरेशन सेलेरियो में कंपनी ने 12 से ज्यादा सेफ्टी फीचर होने का दावा किया है, हालांकि इसका क्रैश टेस्ट होना अभी बाकी है। लेकिन ऐसा नहीं है कि देश में बिकने वाली सभी कारें सुरक्षा के मामले में अव्वल हैं। बल्कि आज भी भारत में जीरो सेफ्टी रेटिंग्स वाली कारें जमकर बिक रही हैं, यानी कि यात्रियों के सेफ्टी के लिहाज से वे बिल्कुल अनसेफ हैं। आइए जानते हैं उन कारों के बारे में सेफ्टी के लिहाज से बिल्कुल असुरक्षित हैं और उन्हें क्रैश टेस्ट में जीरो स्टार रेटिंग मिली है...

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ZERO Safety Ratings Cars of India: Top Worst Rated Indian Cars By Global NCAP and Latin NCAP
Maruti Suzuki Baleno Latin NCAP Rating - फोटो : NCAP

Maruti Suzuki Baleno

देश की सबसे बड़ी कार निर्माता कंपनी Maruti Suzuki (मारुति सुजुकी) की प्रीमियम हैचबैक कार Baleno (बलेनो) हाल ही में लैटिन NCAP (एनसीएपी) क्रैश टेस्ट में सुरक्षा मानकों को पास करने में नाकाम रही है। बलेनो अपने सेगमेंट में सबसे ज्यादा बिकने वाली प्रीमियम हैचबैक भी है। मारुति की बेस्ट सेलिंग प्रीमियम हैचबैक कार बलेनो से। मारुति की कुल बिक्री का सबसे बड़ा हिस्सा बलेनो से आता है। प्रीमियम हैचबैक सेगमेंट में बाकी कारों ह्यूंदै i20, टाटा अल्ट्रोज के मुकाबले ग्राहक बलेनो को ही तरजीह देते हैं। वहीं इसे कई देशों में भी निर्यात किया जाता है। लेकिन हाल ही में हुए Latin NCAP क्रैश टेस्ट में बलेनो ने वाकई निराश किया है। बलेनो को 0 स्टार सेफ्टी रेटिंग मिली है। मेड इन इंडिया सुजुकी बलेनो में दो एयरबैग्स स्टैंडर्ड आते हैं। अडल्ट ऑक्यूपेंट में इसे 20.03 प्रतिशत और चाइल्ड आक्यूपेंट में इसे 17.06 प्रतिशत मिले हैं। इसमें स्टैंडर्ड इलेक्ट्रॉनिक स्टैबिलिटी कंट्रोल ESC नहीं मिलता है। लैटिन एनसीएपी ने खराब साइड इफेक्ट प्रोटेक्शन, मार्जिनल व्हिपलैश प्रोटेक्शन, स्टैंडर्ड साइड बॉडी और हेड प्रोटेक्शन एयरबैग्स की कमी, स्टैंडर्ड इलेक्ट्रॉनिक स्टेबिलिटी कंट्रोल (ईएससी) की कमी और सुजुकी के चाइल्ड रेस्ट्रेंट सिस्टम (सीआरएस) की सिफारिश नहीं करने के फैसले को जीरो-स्टार के नतीजों का कारण बताया।
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ZERO Safety Ratings Cars of India: Top Worst Rated Indian Cars By Global NCAP and Latin NCAP
Suzuki Swift Latin NCAP Crash Test - फोटो : Latin NCAP

Maruti Suzuki Swift

अगस्त 2021 में मारुति की बेस्ट सेलिंग कारों में शामिल हैचबैक स्विफ्ट का भी क्रैश टेस्ट हुआ था। लैटिन NCAP यानी न्यू कार एसेसमेंट प्राग्राम फॉर लैटिन अमेरिका एंड द कैरिबियन में स्विफ्ट का भी हाल बलेनो जैसा रहा था। स्विफ्ट को भी क्रैश टेस्ट मे 0 स्टार रेटिंग मिली थी। जिसके बाद देश की तीसरी सबसे बड़ी कार निर्माता कंपनी टाटा मोटर्स ने सेफ्टी रेटिंग्स को लेकर मारुति सुजुकी को सोशल मीडिया पर ट्रॉल भी किया था। स्विफ्ट को अडल्ट ऑक्यूपेंट प्रोटेक्शन में 6.21 अंक मिले हैं, जबकि चाइल्ड प्रोटेक्शन में 31.71 अंक हासिल हुए हैं। लैटिन एनसीएपी द्वारा क्रैश टेस्ट की गई स्विफ्ट मेड-इन-इंडिया थी और इसे जापानी कार निर्माता की सुजुकी मोटर गुजरात मैन्युफेक्चरिंग प्लांट में बनाया गया था। 
ZERO Safety Ratings Cars of India: Top Worst Rated Indian Cars By Global NCAP and Latin NCAP
Renault Duster Latin NCAP Crash Test - फोटो : Latin NCAP

Renault Duster

यह देश की पहली एसयूवी है जिसमें देश में मिडसाइज सेगमेंट में सबसे पहले कदम रखा था। इसे 2012 में लॉन्च किया गया था। अब रेनो कंपनी डस्टर का नेक्स्ट जेनरेशन मॉडल लॉन्च करने की तैयारी कर रही है। लेकिन सेफ्टी लिहाज से डस्टर ने ग्राहकों को निराश किया है। इसी साल अगस्त में डस्टर की क्रैश टेस्ट रेटिंग्स आई थीं, जिसमें सेफ्टी एंड क्रैश टेस्ट में जीरो रेटिंग मिली थीं। रेनो डस्टर को एडल्ट ऑक्यूपेंट बॉक्स कैटिगरी में 29.47 फीसदी, पेडिस्ट्रियन प्रोटेक्शन और वल्नरेबल रोड यूजर्स बॉक्स कैटिगरी में 50.79 फीसदी, चाइल्ड ऑक्यूमेंट बॉक्स में 22.93 फीसदी और सेफ्टी असिस्ट बॉक्स कैटिगरी में 34.88 फीसदी नंबर मिले थे। रेनो डस्टर में साइड हेड प्रोटेक्शन और साइड बॉडी प्रोटेक्शन एयरबैग्स की कमी है। हालांकि टेस्टिंग में डुअल एयरबैग्स और ईएससी फीचर से युक्त डस्टर का इस्तेमाल किया गया था। वहीं रिपोर्टस के मुताबिक टेस्टिंग के दौरान इसके फ्यूल लीकेज की समस्या भी सामने आई थी।
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Maruti s-presso Global ncap - फोटो : Global ncap

Maruti Suzuki S-Presso

Maruti Suzuki S-Presso (मारुति सुजुकी एस-प्रेसो) Global NCAP (ग्लोबल एनसीएपी) की सुरक्षा रेटिंग के लेटेस्ट क्रैश टेस्ट में एक भी स्टार हासिल करने में नाकाम रही। एस-प्रेसो, एडल्ट ऑक्यूपेंट प्रोटेक्शन के लिए परीक्षण में प्रभावित करने में नाकाम रही। हालांकि, एस-प्रेसो को बच्चों की सेफ्टी के लिहाज से दो-स्टार की सुरक्षा रेटिंग हासिल हुई थी। इस कार में सिर्फ ड्राइवर-साइड एयरबैग स्टैंडर्ड मिलता है। एयरबैग और उनके द्वारा दी जाने वाली सुरक्षा, ग्लोबल एनसीएपी के परीक्षणों का एक महत्वपूर्ण हिस्सा होती है। एस-प्रेसो के बॉडीशेल को अस्थिर रेटिंग दी गई और यह ज्यादा लोडिंग में सक्षम नहीं पाई गई। टेस्ट के नतीजों में कहा गया है कि फ्रंट सीटबेल्ट में प्रीटेंशनर्स मौजूद नहीं हैं और पीछे की सीट में बीच में बैठने वाले यात्री के लिए तीन-बिंदु वाला सीटबेल्ट नहीं मिलता है। चाइल्ड रेस्ट्रेंट सिस्टम (CRS) के लिए कोई ISOFIX एंकरेज भी नहीं है। क्रैश टेस्ट में इस्तेमाल किया गया वेरिएंट ड्राइवर-साइड एयरबैग, ABS, EBD जैसे फीचर्स से लैस था।
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