Diamond Rain Planet: हमारी धरती रहस्यों से भरी पड़ी है, तो वहीं हमारा सौरमंडल भी एक तिलिस्मी दुनिया है। हमारे सौरमंडल में आठ ग्रह मौजूद हैं, लेकिन हमारा मंगल, बृहस्पति और शनि पर ज्यादा ध्यान रहता है। लेकिन सौरमंडल के बाहर कई अजीबोगरीब ग्रह हैं। जहां पर आए दिन रहस्यमयी घटनाएं देखने को मिलती हैं। अब ऐसी ही घटना हमारे सौरमंडल के दो ग्रहों पर दिखी है। धरती पर मानसून में झमाझम बारिश हो रही है, तो वहीं इन दो ग्रहों पर बेशकीमती हीरों की बरसात हो रही है।
Diamond Rain Planet: इन दो ग्रहों पर हो रही हीरों की बारिश, जानिए क्या है इसके पीछे की वजह
जानिए क्यों हो रही है होरी की बारिश
दरअसर हमारी धरती पर बारिश के पानी का निर्माण हाइड्रोजन और ऑक्सीजन की बूंदों से होता है जबकि कई ग्रहों पर पानी के बूंदे मोटी और भारी होती हैं। इनका निर्माण पानी की जगह कार्बन से होता है। इन ग्रहों पर कार्बन और हाइड्रोजन के बॉन्ड तापमान और दबाव की स्थिति चरम पर होने की वजह से टूट जाते हैं। इस वजह से ही हीरे की बारिश होती है।
इन ग्रहों पर सालों से होरी की बारिश हो रही है और यह प्लैनेट्स की बर्फीली सतह पर जमा हो रहे हैं। वैज्ञानिकों का दावा है कि इन दो गह्रों पर मौजूद स्थितियों की वजह से कार्बन परमाणुओं को इतना अधिक कठोर कर सकता है जिससे हीरे का निर्माण हो सके।
शोधकर्ता नाओमी रोवे-गर्नी का कहना है कि नेप्टयून और यूरेनस पर हीरे की बरसात होती है, लेकिन आप यह मत सोचिएगा कि धरती की तरह बारिश होती होगी। उनका कहना है कि किसी बादल में हीरे मौजूद नहीं रहते हैं, बल्कि यह एक वैज्ञानिक प्रक्रिया की वजह से बनते हैं।
नाओमी रोवे-गर्नी ने बताया कि यह दोनों ग्रह मीथेन गैस की वजह नीले रगं के दिखाई देते हैं। हम सभी जानते हैं कि मीथेन में कार्बन होता है। उनका कहना है कि नेप्टयून और यूरेनस पर वायुमंडलीय दबाव बहुत अधिक होने की वजह से कार्बन कई बार अलग हो जाता है। दबाव की वजह से क्रिस्टल का निर्माण होता है जो एक हीरा होता है। अगर ग्रह पर आप रहते और देखते तो यह हीरे की बारिश जैसा ही प्रतीत होता।