{"_id":"59f32bed4f1c1bec538b99c6","slug":"this-is-the-only-airport-in-the-world-that-shuts-runway-and-halts-flights-for-the-god","type":"photo-gallery","status":"publish","title_hn":"ये है दुनिया का ऐसा हवाई अड्डा जो 'भगवान' के लिए कर देता है अपना रनवे बंद ","category":{"title":"World of Wonders","title_hn":"ऐसा भी होता है","slug":"world-of-wonders"}}
ये है दुनिया का ऐसा हवाई अड्डा जो 'भगवान' के लिए कर देता है अपना रनवे बंद
amarujala.com- Presented by: राजेश सैनी
Updated Sat, 28 Oct 2017 08:25 AM IST
विज्ञापन
demo
क्या आपने कभी ऐसे अनोखे एयरपोर्ट के बारे में सुना है जहां 'भगवान' के लिए रनवे को बंद किया जाता हो..? कानों पर यकीन नहीं हुआ ना.. वास्तव में इस अजब-गजब दुनिय में ऐसा एयरपोर्ट वाकयी है जहां ऐसा होता है।
Trending Videos
airport
इससे भी बड़ा झटका आपको ये जानकर लगने वाला है कि ऐसा कहीं ओर नहीं बल्कि इंडिया में होता है। intoday.in की रिपोर्ट के मुताबिक केरल के तिरुवनंतपुरम इंटरनेशनल एयरपोर्ट का स्वामी पद्मनाभ मंदिर यात्रा के चलते ऐसा होता है।
10 दिवसीय 'पैनकुनी' और 'अलपस्सी' त्योहार के अंतिम दिन मंदिर की मूर्तियों की यात्रा निकलते समय एयरपोर्ट पर उड़ानों को 5 घंटे तक स्थगित कर दिया जाता है। 1 सप्ताह पहले ही एयरमैनों को इस बारे में सूचना दे दी जाती है।
10 दिवसीय 'पैनकुनी' और 'अलपस्सी' त्योहार के अंतिम दिन मंदिर की मूर्तियों की यात्रा निकलते समय एयरपोर्ट पर उड़ानों को 5 घंटे तक स्थगित कर दिया जाता है। 1 सप्ताह पहले ही एयरमैनों को इस बारे में सूचना दे दी जाती है।
विज्ञापन
विज्ञापन
airport runway
एयरपोर्ट परिसर में पड़ने वाले शनगुमुगम बीच के पास सीआईएसएफ के हथियारबद्ध जवान, पूरी यात्रा के दौरान रनवे के दोनों तरफ तैनात रहते हैं। पवित्र यात्रा के बाद मूर्तियां वापस उसी रास्ते से लौटती हैं। लोग पारंपरिक फायर लैम्प लेकर चलते हैं।
airport
शनिवार को होने वाले इस वार्षिक उत्सव के दौरान शाम को 4 से लेकर 9 बजे तक एयरपोर्ट पर सभी उड़ानें रोक दी जाएंगी। मंदिर प्रबंधन के अनुसार एयरपोर्ट 1932 में बना और यह परम्परा इसके काफी पहले से ही चली आ रही है। इस दौरान इसी रास्ते से होकर यात्रा गुजरती है। इसलिए रनवे को बंद किया जाता है।
विज्ञापन
airport
तिरुवनंतपुरम एयरपोर्ट के निदेशक जॉर्ज जी थाराकन ने कहा, 'आम तौर पर जुलूस की तारीख से एक सप्ताह पहले नोट जारी किया जाता है, ताकि दुनिया भर में उड़ान संचालकों को कार्यक्रम को बदलने की आवश्यकता से अवगत कराया जा सके। मुझे नहीं लगता है कि इस तरह की प्रैक्टिस पूरी दुनिया में कहीं और भी होती होगी। पूरे 5 घंटों तक रनवे बंद रहता है और सभी घरेलू- अंतरराष्ट्रीय उड़ानें रुकी रहती हैं। इस दौरान एयरपोर्ट परिसर से उन्हीं लोगों को गुजरने दिया जाता है, जिनके पास स्पेशल पास होता है। पास के लिए मंदिर की तरफ से लिस्ट सौंपी जाती है।'