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WTC Final: आठ टेस्ट में तीन हार…क्या भारत अब भी विश्व टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल में पहुंच सकता है? जानें समीकरण
स्पोर्ट्स डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली
Published by: स्वप्निल शशांक
Updated Tue, 18 Nov 2025 10:50 AM IST
सार
India Qualification for WTC 2025-27 : टीम का मौजूदा अंक प्रतिशत (PCT) 54.17 प्रतिशत है, जो पिछले तीन चक्रों को देखते हुए फाइनल खेलने के लिए पर्याप्त नहीं माना जाता। डब्ल्यूटीसी में आमतौर पर फाइनल में पहुंचने वाली टीमों का अंक प्रतिशत 64-68% के बीच रहता है। ऐसे में भारत की राह बेहद संकरी और चुनौतीपूर्ण है।
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भारतीय टीम
- फोटो : ANI
कोलकाता टेस्ट में मिली हार के बाद भारत की वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) 2025–27 में स्थिति मुश्किल हो चुकी है। शुभमन गिल की कप्तानी वाली टीम ने अब तक विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के इस चक्र में आठ में से तीन टेस्ट हार चुकी है। एक मुकाबला ड्रॉ रहा और केवल चार जीत दर्ज की हैं। यह प्रदर्शन उन मानकों से काफी दूर है जो फाइनल में जगह बनाने के लिए अपेक्षित होते हैं।
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- फोटो : BCCI
भारत के सामने अब कौन-कौन सी सीरीज?
भारत को इस साइकिल में कुल 18 टेस्ट खेलने थे, जिनमें से आठ मैच वह खेल चुका है। अब उसके सामने 10 महत्वपूर्ण मुकाबले शेष हैं। इनमें दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ घरेलू सीरीज का एक टेस्ट (गुवाहाटी), श्रीलंका दौरे पर दो टेस्ट, न्यूजीलैंड दौरे पर दो टेस्ट और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पांच टेस्ट मैचों की घरेलू सीरीज शामिल हैं। इन सभी मुकाबलों में भारत को लगभग बेहतरीन क्रिकेट दिखाना होगा। खासकर ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पांच टेस्ट की होम सीरीज भारत की डब्ल्यूटीसी किस्मत तय कर सकती है, क्योंकि यहां हार की कोई गुंजाइश नहीं होगी।
भारत को इस साइकिल में कुल 18 टेस्ट खेलने थे, जिनमें से आठ मैच वह खेल चुका है। अब उसके सामने 10 महत्वपूर्ण मुकाबले शेष हैं। इनमें दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ घरेलू सीरीज का एक टेस्ट (गुवाहाटी), श्रीलंका दौरे पर दो टेस्ट, न्यूजीलैंड दौरे पर दो टेस्ट और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पांच टेस्ट मैचों की घरेलू सीरीज शामिल हैं। इन सभी मुकाबलों में भारत को लगभग बेहतरीन क्रिकेट दिखाना होगा। खासकर ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पांच टेस्ट की होम सीरीज भारत की डब्ल्यूटीसी किस्मत तय कर सकती है, क्योंकि यहां हार की कोई गुंजाइश नहीं होगी।
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कितनी जीत पर भारत पहुंचेगा फाइनल की दौड़ में?
अगर भारत अपने शेष 10 मैच सभी जीत लेता है, तो उसके कुल अंक 172 हो जाएंगे और अंक प्रतिशत बढ़कर 79.63 प्रतिशत हो जाएगा, यानी फाइनल तय। हालांकि, यह आदर्श स्थिति है। भारत का संभावित अंक प्रतिशत, टीम द्वारा शेष मैचों में प्राप्त जीत की संख्या पर निर्भर करेगा। भारत 18 में से आठ टेस्ट खेल चुका है और हम आपको यह बता रहे हैं कि अगले 10 टेस्ट में कितनी जीत (ड्रॉ की संभावना को नकारते हुए) पर भारत का अंक प्रतिशत कितना होगा। यहां देखें, भारत के संभावित अंक प्रतिशत कितने होंगे:
स्पष्ट है कि भारत को फाइनल की दौड़ में मजबूती से बने रहने के लिए कम से कम आठ जीत चाहिए। इससे टीम 68% के ऊपर पहुंच जाएगी, वह ऐतिहासिक सीमा जहां अधिकांश टीमें फाइनल खेलती रही हैं।
अगर भारत अपने शेष 10 मैच सभी जीत लेता है, तो उसके कुल अंक 172 हो जाएंगे और अंक प्रतिशत बढ़कर 79.63 प्रतिशत हो जाएगा, यानी फाइनल तय। हालांकि, यह आदर्श स्थिति है। भारत का संभावित अंक प्रतिशत, टीम द्वारा शेष मैचों में प्राप्त जीत की संख्या पर निर्भर करेगा। भारत 18 में से आठ टेस्ट खेल चुका है और हम आपको यह बता रहे हैं कि अगले 10 टेस्ट में कितनी जीत (ड्रॉ की संभावना को नकारते हुए) पर भारत का अंक प्रतिशत कितना होगा। यहां देखें, भारत के संभावित अंक प्रतिशत कितने होंगे:
- अगले 10 टेस्ट में 5 जीत: 51.85%
- अगले 10 टेस्ट में 6 जीत: 57.41%
- अगले 10 टेस्ट में 7 जीत: 62.96%
- अगले 10 टेस्ट में 8 जीत: 68.52%
- अगले 10 टेस्ट में 9 जीत: 74.07%
- अगले 10 टेस्ट में 10 जीत: 79.63%
स्पष्ट है कि भारत को फाइनल की दौड़ में मजबूती से बने रहने के लिए कम से कम आठ जीत चाहिए। इससे टीम 68% के ऊपर पहुंच जाएगी, वह ऐतिहासिक सीमा जहां अधिकांश टीमें फाइनल खेलती रही हैं।
भारतीय टीम
- फोटो : BCCI
WTC इतिहास क्या कहता है?
पिछले तीन चक्रों में फाइनल खेलने वाली छह टीमों का अंक प्रतिशत इस प्रकार रहा:
2019–2021 (फाइनल में विजेता: न्यूजीलैंड)
2021–2023 (फाइनल में विजेता: ऑस्ट्रेलिया)
2023–2025 (फाइनल में विजेता: दक्षिण अफ्रीका)
इन आंकड़ों से स्पष्ट है कि फाइनल के लिए टीमों का अंक प्रतिशत लगातार 65-70% के बीच रहा है। इसी पैटर्न को देखते हुए भारत को अगले 10 में से कम से कम आठ जीत हासिल करनी होंगी ताकि वह सुरक्षित रूप से शीर्ष-दो में जगह बना सके।
पिछले तीन चक्रों में फाइनल खेलने वाली छह टीमों का अंक प्रतिशत इस प्रकार रहा:
2019–2021 (फाइनल में विजेता: न्यूजीलैंड)
- डब्ल्यूटीसी तालिका में शीर्ष पर रहा था भारत: 72.2% (अंक प्रतिशत)
- डब्ल्यूटीसी तालिका में दूसरे स्थान पर रहा था न्यूजीलैंड: 70%
2021–2023 (फाइनल में विजेता: ऑस्ट्रेलिया)
- डब्ल्यूटीसी तालिका में शीर्ष पर रहा था ऑस्ट्रेलिया: 66.7%
- डब्ल्यूटीसी तालिका में दूसरे स्थान पर रहा था भारत: 58.8%
2023–2025 (फाइनल में विजेता: दक्षिण अफ्रीका)
- डब्ल्यूटीसी तालिका में शीर्ष पर रहा था दक्षिण अफ्रीका: 69.44%
- डब्ल्यूटीसी तालिका में दूसरे स्थान पर रहा था ऑस्ट्रेलिया: 67.54%
इन आंकड़ों से स्पष्ट है कि फाइनल के लिए टीमों का अंक प्रतिशत लगातार 65-70% के बीच रहा है। इसी पैटर्न को देखते हुए भारत को अगले 10 में से कम से कम आठ जीत हासिल करनी होंगी ताकि वह सुरक्षित रूप से शीर्ष-दो में जगह बना सके।
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भारतीय टीम
- फोटो : BCCI
भारत के लिए आगे की चुनौती
भारत के सामने समस्या सिर्फ विरोधियों का शानदार खेल दिखाना नहीं है, बल्कि खुद का अस्थिर प्रदर्शन भी है। बाहर की परिस्थितियों में भी बल्लेबाज संघर्ष करते दिखे हैं। भारतीय टेस्ट टीम फिलहाल बदलाव के दौर में है। कप्तान नया है और अभी तक प्लेइंग-11 में किसी की जगह पक्की नहीं है। ये सभी कारण भारत की मुश्किलें बढ़ाते हैं, लेकिन अच्छी बात यह है कि भारत के पास अब भी 10 मैच हैं और इनमें से छह टेस्ट घर पर हैं। भारत को घरेलू परिस्थितियों को भुनाना होगा।
भारत के सामने समस्या सिर्फ विरोधियों का शानदार खेल दिखाना नहीं है, बल्कि खुद का अस्थिर प्रदर्शन भी है। बाहर की परिस्थितियों में भी बल्लेबाज संघर्ष करते दिखे हैं। भारतीय टेस्ट टीम फिलहाल बदलाव के दौर में है। कप्तान नया है और अभी तक प्लेइंग-11 में किसी की जगह पक्की नहीं है। ये सभी कारण भारत की मुश्किलें बढ़ाते हैं, लेकिन अच्छी बात यह है कि भारत के पास अब भी 10 मैच हैं और इनमें से छह टेस्ट घर पर हैं। भारत को घरेलू परिस्थितियों को भुनाना होगा।