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सीक्रेट मिशन पर गुड़गांव पहुंचे टाइटेनिक फेम लियोनार्डो
Updated Sat, 07 Nov 2015 01:29 PM IST
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मेवात में तलाशी फिल्म की कहानी: टाइटेनिक फेम हॉलीवुड एक्टर लियोनार्डो डिकैप्रियो अपनी डॉक्यूमेंट्री की कहानी तलाशने हरियाणा के अति पिछड़े जिले मेवात तक पहुंच गए। वह पिछले सप्ताह अमेरिका से मेवात के गांव खेड़ली में पहुंचे थे। वहां उनके साथ पर्यावरणविद् सुनीता नारायणन भी थीं। मेवात की हालत देख एक्टर को काफी आश्चर्य हुआ।
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उन्होंने बेमौसमी जलवायु का मेवात में अध्ययन भी किया। इस बारे में गहन जानकारी के लिए उन्होंने सुनीता नारायण के जरिए कई किसानों से भी बात की। बताया जा रहा है कि लियोनार्डो डिकैप्रियो जलवायु परिवर्तन विषय पर एक डॉक्यूमेंट्री फिल्म बनाने जा रहे हैं। इसके लिए भारत में जलवायु परिवर्तन विषय का गहराई से अध्ययन कर रहे हैं।
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यही कारण है कि वह मेवात के गांव खेड़ली में जलवायु एक्टिविस्ट के तौर पर पिछले सप्ताह आए थे। इसकी भनक उन्होंने किसी को नहीं लगने दी। वह दुनिया भर में विरोधाभासी जलवायु परिवर्तन के प्रभाव का अध्ययन और आकलन कर रहे हैं। वह ऐसे मौसम का किसानों की फसल पर पड़ने वाले प्रभाव में भी काफी गहराई से रुचि ले रहे हैं।
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किसानों से पूछा- क्या है जलवायु परिवर्तन: किसानों से एक्टर ने जलवायु परिवर्तन के बारे में पूछा तो किसानों ने उन्हें बताया कि वह यह नहीं जानते हैं कि जलवायु परिवर्तन क्या होता है। मगर उन्हें यह पता है कि सितंबर में अति बारिश से उनकी फसलें पूरी तरह से बर्बाद हो गई थीं।
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लकड़ी व उपलों से खाना बनते देख चौंके: लियोनार्डो डिकैप्रियो को मेवात के गांव खेड़ली की हालत देख काफी आश्चर्य हुआ। उन्होंने जब गांव में देखा कि महिलाएं गोबर के उपलों और लकड़ी से खाना पका रही हैं तो उन्हें काफी हैरत हुई। प्रदूषित साधनाें से घरों में खाना पकाने की मजबूरी के बारे में भी उन्होंने गांव वालों से जानकारी हासिल की। उन्होंने पूछा कि महिलाएं खाना बनाने में एलपीजी क्यों इस्तेमाल नहीं करतीं तो इस पर महिलाओं ने बताया कि वह काफी महंगा है।
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