{"_id":"6811f092c5391a26920797fe","slug":"depression-at-work-is-a-professional-s-silence-a-sign-of-mental-struggle-2025-04-30","type":"photo-gallery","status":"publish","title_hn":"Depression: पेशेवरों की खामोशी कहीं अवसाद का संकेत तो नहीं? जानें उससे बाहर निकलने के स्मार्ट तरीके","category":{"title":"Education","title_hn":"शिक्षा","slug":"education"}}
Depression: पेशेवरों की खामोशी कहीं अवसाद का संकेत तो नहीं? जानें उससे बाहर निकलने के स्मार्ट तरीके
ओडेट स्कूल ऑफ बिजनेस, विंडसर यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर
Published by: शाहीन परवीन
Updated Wed, 30 Apr 2025 03:24 PM IST
सार
Depression: कार्यस्थल पर कई पेशेवर धीरे-धीरे चुपचाप रहने लगते हैं, लेकिन क्या यह सिर्फ स्वभाव है या किसी गहरे मानसिक दबाव की निशानी? अधिक काम और लगातार तनाव अक्सर अवसाद का रूप ले सकते हैं, जिसे नजरअंदाज करना प्रदर्शन और मानसिक स्वास्थ्य दोनों के लिए खतरनाक हो सकता है।
Depression: आपने ऐसे पेशेवरों को जरूर देखा होगा, जी पहले तो किसी काम में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेते हैं, लेकिन अधिक काम के दबाव और अवसाद के कारण चिंता उनके मन में घर कर जाती है। इसके कारण वह कार्यस्थल पर चुप रहने लगते हैं। साथ ही काम पर अधिक समय तक चुप रहने या चिंता करने के कारण उनके प्रदर्शन पर भी इसका नकारात्मक असर पड़ता है।
यदि आप या आपके साथी भी उन्हों पेशेवरों में से एक है, तो इस अवसाद से बाहर निकलने के लिए सबसे पहले अपनी चुप्पी का कारण जानें और तुरंत उस पर काम करें। यहां कुछ रणनीतियों बताई गई हैं, जिन्हें अपनाकर आप इस अवसाद से बाहर आ सकते हैं।
Trending Videos
2 of 5
सांकेतिक तस्वीर
- फोटो : freepik
चुप्पी का कारण
कुछ लोग पहले की तुलना में इसलिए बोलना कम कर देते हैं. क्योंकि उन्हें लगता है कि अधिक बोलना व्यर्थ है। ऐसा मुख्यत दो कारणों से होता है। पहला उन्हें नकारात्मक प्रतिक्रिया का डर होता है और दूसरा उन्हें यह विश्वास हो जाता है कि उनके बोलने पर भी कोई बदलाव नहीं होगा। इससे पेशेवरों की काम में रुचि कम होने लगती है और काम पर ध्यान केंद्रित करना भी उनके लिए मुस्किल हो जाता है।
विज्ञापन
विज्ञापन
3 of 5
सांकेतिक तस्वीर
- फोटो : freepik
खुद का हो समर्थन
यदि आप अपने व्यवहार में यह बदलाव देख रहे हैं, ती सबसे पहले स्वयं का समर्थन करें और अपने किसी खास दोस्त को इसके बारे में बताएं। जब आप इस स्थिति से बाहर निकलने का प्रयास करेंगे, तो आपको यह समझने में आसानी होगी कि अपने विचारों को पेश करना या बोलना व्यर्थ नहीं है, बल्कि स्वयं का समर्थन करना एक सुरक्षित काम है। इससे आपको प्रबंधकों के सामने एक मजबूत छवि बनाने में मदद मिलती है। जब आप अपने लिए आवाज उठाएंगे, तो इससे आपका तनाव कम होगा और आपका आत्मविश्वास भी बढ़ेगा।
4 of 5
सांकेतिक तस्वीर
- फोटो : freepik
अपने विचार बताएं
यदि आप कार्यस्थल पर अक्सर चुप रहते हैं, तो आपको आलसी या फारिंग के रूप में प्रदर्शित किया जा सकता है। ऐसे में आपके साथी या प्रबंधक आपको समर्थन देने या आपका सहारा बनने के बजाय आपका आकलन करते हैं। इसलिए कार्यस्थल पर हमेशा चुप न रहें और जहां मुनासिब ही वहां अपने विचारों को जरूर प्रस्तुत करें। इससे प्रबंधक को यह समझने में आसानी होगी कि आप भी काम में रुथि लेते हैं।
विज्ञापन
5 of 5
सांकेतिक तस्वीर
- फोटो : freepik
साथियों की मदद भी करें
यदि कार्यस्थल पर आपका महकर्मी भी अवसर चुप रहता है, तो इसके पीछे के कारणों की समझकर उसकी मदद करने की कोशिश करें। साथ ही उसे यह भी बताएं कि चिंता या तनाव से इतर उसके लिए मानसिक रूप से स्वस्थ रहना क्यों अधिक जरूरी है। जब आप अपने साथी की मदद करेंगे तो, इससे उसे अपनी चिंताओं से उभरने में मदद मिलेगी।
एड फ्री अनुभव के लिए अमर उजाला प्रीमियम सब्सक्राइब करें
Next Article
Disclaimer
हम डाटा संग्रह टूल्स, जैसे की कुकीज के माध्यम से आपकी जानकारी एकत्र करते हैं ताकि आपको बेहतर और व्यक्तिगत अनुभव प्रदान कर सकें और लक्षित विज्ञापन पेश कर सकें। अगर आप साइन-अप करते हैं, तो हम आपका ईमेल पता, फोन नंबर और अन्य विवरण पूरी तरह सुरक्षित तरीके से स्टोर करते हैं। आप कुकीज नीति पृष्ठ से अपनी कुकीज हटा सकते है और रजिस्टर्ड यूजर अपने प्रोफाइल पेज से अपना व्यक्तिगत डाटा हटा या एक्सपोर्ट कर सकते हैं। हमारी Cookies Policy, Privacy Policy और Terms & Conditions के बारे में पढ़ें और अपनी सहमति देने के लिए Agree पर क्लिक करें।