ब्रिटेन का शाही परिवार फिर एक बार सुर्खियों में हैं। ब्रिटेन की महारानी एलिजाबेथ द्वितीय के पति प्रिंस फिलिप का शुक्रवार, 09 अप्रैल, 2021 को निधन हो गया। वह 99 वर्ष के थे। लंदन स्थित बकिंघम पैलेस ने इसकी पुष्टि की। प्रिंस फिलिप को ड्यूक ऑफ एडिनबर्ग भी कहा जाता था। उनका और महारानी एलिजाबेथ का करीब 73 साल का साथ रहा। हालांकि, इससे पहले ब्रिटेन का शाही परिवार राजपरिवार से अलग हो चुके प्रिंस हैरी और मेगन मर्केल के कारण सुर्खियों में आया था। उन्होंने ब्रिटिश रॉयल फैमिली में नस्लीय भेदभाव का खुलासा किया।
ब्रिटिश शाही परिवार : नस्लभेद ही नहीं, इन कारणों से पहले भी विवादों में रहा है राजघराना
- ब्रिटेन की महारानी एलिजाबेथ द्वितीय के पति प्रिंस फिलिप का शुक्रवार, 09 अप्रैल, 2021 को निधन हो गया।
- प्रिंस फिलिप को ड्यूक ऑफ एडिनबर्ग भी कहा जाता था। वह 99 वर्ष के थे।


हैरी और मेगन के खुलासे
हैरी और मेगन की ओर से हाल ही में अमेरिकी टीवी प्रस्तोता ओप्रा विन्फ्रे को दिए एक विशेष साक्षात्कार में शाही परिवार के एक सदस्य द्वारा नस्लभेदी टिप्पणी का जिक्र किया था। बकौल, मेगन शाही परिवार में उनके बेटे के पैटा होने से पहले ही उसे लेकर रंगभेद से जुड़ी टिप्पणियां होने लगीं थीं।
उसके जन्म से पूर्व ही उसे उसके अधिकारों से वंचित करने की योजनाएं बनाई गईं थीं। हैरी और मेगन दोनों ही अपनी संतान के भविष्य को लेकर आशंकित थे। दोनों के इस साक्षात्कार के बाद पूरा राजघराना सकते में आ गया। बकिंघम पैलेस ने ब्रिटेन की महारानी एलिजाबेथ द्वितीय की ओर से एक बयान जारी कर खेद व्यक्त किया है।
ब्रिटेन के शाही परिवार ने इस खुलासे को चिंताजनक बताते हुए पारिवारिक स्तर पर मंथन करने की बात कही है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, इस मसले को लेकर शाही परिवार के उच्चाधिकारियों ने कई बैठकें की थी। तब जाकर राजघराने की ओर से सफाई दी गई।

नियमों में बंध गई थी मेगन
हालांकि, हैरी और मेगन ने परिवार से जुड़े उस सदस्य का नाम जाहिर नहीं किया था। लेकिन उन्होंने यह जरूर बताया था कि नस्लीय टिप्पणी उनके बेटे आर्ची को रंग को लेकर की गई थी। राजपरिवार के साथ अपने अनुभव पर मेगन ने कहा था कि वह बेहद अकेलापन महसूस करती थी। उसे कई तरह के नियमों में बंधकर रहना पड़ रहा था। हालांकि, प्रिंस हैरी पूरी तरह उनका साथ दे रहे थे।

संतान के भविष्य की चिंताएं
वह दोस्तों के साथ लंच या डिनर तक के लिए बाहर नहीं जा सकती थी। गर्भावस्था के दौरान ही उनके होने वाले बच्चे को लेकर कई तरह के नए-नियम कायदे बनाए गए थे। उससे जिनसे सुरक्षा और शाही परिवार के राजकुमार की उपाधि नहीं दी जाती। परिवार के लोग उसकी त्वचा के रंग को लेकर बात करते थे। इन सब बातों से वह तनाव महसूस करती थीं।

आत्महत्या करने तक की सोची
मेगन ने अपने मानसिक स्वास्थ्य को लेकर बात करते हुए साक्षात्कार के दौरान बताया कि वह उन दिनों इतने अधिक तनाव में थीं कि कई दफा अनचाहे बुरे ख्याल उनके मन में आने लगे थे। वे उन्हें किसी से साझा तक नहीं कर पाती थीं। इसके कारण कई बार उनके मन में आत्महत्या कर लेने तक के ख्याल आने लगे थे। फिर उन्होंने एक सामाजिक संस्था की मदद ली। ऐसे ही कई कारणों से दोनों ने शाही परिवार से अलग होने का फैसला किया।