सिनेमाजगत ने आज एक ऐसा सितारा खो दिया जिसकी क्षति से बॉलीवुड हिल गया है। इस अभिनेता का नाम इरफान खान हैं। इरफान आखिरी बार बड़े पर्दे पर 'अंग्रेजी मीडियम' फिल्म में नजर आए थे जो कि इस साल मार्च में ही रिलीज हुई। 32 साल के करियर में इरफान ने कुछ ऐसी फिल्में की हैं जो मील का पत्थर साबित हुईं। खास बात है कि इरफान को 'पान सिंह तोमर' फिल्म के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार से भी सम्मानित किया जा चुका है। अभिनय की कला के महारथी कहे जाने वाले इरफान खान की आज हम आपको 10 उन बेहतरीन फिल्मों के बारे में बताएंगे जिसके लिए उन्हें हमेशा याद किया जाएगा।
इन 10 फिल्मों ने इरफान को बना दिया सिनेमा का महारथी, 'पान सिंह तोमर' से लेकर बन चुके 'मदारी' भी
मकबूल (2003)
विशाल भारद्वाज के निर्देशन में बनी इस फिल्म में इरफान ने मकबूल का मुख्य किरदार निभाया है। फिल्म की कहानी में मकबूल एक अंडरवर्ल्ड डॉन अब्बा जी (पंकज कपूर) का भरोसेमंद आदमी है। वह अब्बा जी के यहां काम करने वाली एक नौकरानी निम्मी (तब्बू) से चुपचाप प्यार करता है। वह मकबूल को अब्बा जी खिलाफ भड़काती है और मकबूल अब्बा जी का कत्ल कर देता है। इरफान के किरदार में अकस्मात बदलाव फिल्म की गति के हिसाब से अद्वितीय लगता है।
पान सिंह तोमर (2012)
भारतीय राष्ट्रीय खेलों में स्वर्ण पदक जीतने वाला पान सिंह तोमर चम्बल का मशहूर डाकू कैसे बन जाता है? यह फिल्म उस डाकू की आदि से अंत तक की पूरी सच्चाई को बयां करती है। तिग्मांशु धूलिया ने पान सिंह तोमर के किरदार में पर्दे पर इरफान को पेश किया। मध्य प्रदेश की भाषा और बोली को फिल्म में जब इरफान बोलते हैं, तो ऐसा लगता है जैसे इरफान उसी परिवेश में पले बढ़े हैं। इस फिल्म के लिए इरफान को राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार भी मिल चुका है।
लाइफ ऑफ पाई (2012)
इरफान ने जितनी पहचान हिंदी सिनेमा में बनाई है, उससे ज्यादा इज्जत उन्होंने हॉलीवुड में कमाई है। ताईवान के निर्देशक आंग ली के निर्देशन में बनी इस फिल्म में इरफान एक लेखक को अपनी जीवनी सुनाते हुए नजर आते हैं। इरफान अपनी कहानी बचपन से शुरू करते हैं, और किशोरावस्था की उस घटना का विस्तार से वर्णन करते हैं, जिसमें उन्होंने एक नाव पर लंबा समय एक शेर के साथ बिताया। खुद भूखे पेट रहकर एक भूखे शेर के साथ एक नाव पर रहना स्थितिक तौर पर आत्महत्या जैसा आभास कराता है।
साहेब बीवी और गैंगस्टर रिटर्न्स (2013)
तिग्मांशु की बेहतरीन फिल्मों में से एक इस फिल्म को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर सराहना मिली। इरफान ने इस फिल्म में उजड़ी हुई रियासत के लुटे हुए सुल्तान इंद्रजीत सिंह का किरदार निभाया है। वह अपनी खोई हुई विरासत को वापस पाने की जद्दोजहद में लगा हुआ है, जिसको आदित्य प्रताप (जिमी शेरगिल) के पुरखों ने बर्बाद कर दिया है। यह फिल्म नफरत, प्यार, धोखा, वासना आदि का भरपूर डोज देती है।