निर्देशक श्रीराम राघवन आजकल अपनी नई फिल्म ‘मेरी क्रिसमस’ से चर्चा में हैं। फिल्म 12 जनवरी को रिलीज हुई। फिल्म में कैटरीना कैफ, विजय सेतुपति ने मुख्य भूमिका निभाई है और दर्शकों में इस अनदेखी जोड़ी को लेकर काफी उत्साह देखने को मिला है। श्रीराम राघवन ‘मेरी क्रिसमस’ की रिलीज के बाद अपनी आने वाली फिल्म ‘इक्कीस’ की तैयारियों में जुट गए हैं। इस फिल्म में ‘द आर्चीज’ स्टार अगस्त्य नंदा मुख्य भूमिका निभाएंगे। फिल्म ‘मेरी क्रिसमस’ में उन्होंने विजय और कैटरीना की जोड़ी बहुत ही अप्रत्याशित तरीके से बनाई है। फिल्म ‘बदलापुर’ के बाद वह वरुण धवन को ‘इक्कीस’ से अप्रत्याशित रूप से बाहर भी कर चुके हैं। अपने सितारों को लेकर क्या राय रही है श्रीराम राघवन की, आइए जानते हैं...
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अगस्त्य नंदा
अगस्त्य नंदा निर्देशक श्रीराम राघवन की फिल्म ‘इक्कीस’ में मुख्य भूमिका निभाएंगे। यह उनकी दूसरी फिल्म है। श्रीराम कहते हैं, , 'जब मैं पहली बार अगस्त्य से मिला तो उन्होंने मुझे ‘सात हिंदुस्तानी’ और ‘आनंद’ के अमिताभ (बच्चन) की याद दिला दी। उनमें एक खास आकर्षण है और वह किरदार में अच्छे भी लगते हैं। मैंने उनकी ‘द आर्चीज’ देखी है और मुझे फिल्म बहुत पसंद आई, मुझे उनका किरदार और फिल्म के कई अन्य किरदार बहुत पसंद आए। वह फिल्म निर्माण की प्रक्रिया को जानते हैं'।
कैटरीना का जिक्र चलने पर श्रीराम राघवन कहते हैं, “मैं एक बार कैटरीना से मिला और उन्होंने कहा कि वह कुछ हटकर करना चाहती है। ‘अंधाधुन’ के बाद मैं ‘मेरी क्रिसमस’ की कहानी लेकर उनके पास गया और उन्हें यह पसंद आई। इसके बाद मुझे उनके अपोजिट किसी ऐसे व्यक्ति की जरूरत थी जिसके साथ उन्होंने पहले काम नहीं किया हो। कहानी के लिए दो अजनबियों की आवश्यकता थी। मैंने कहा मुझे इसे आजमाने दो। मैंने इसे कभी हीरो-हीरोइन जैसी फिल्म के तौर पर नहीं देखा। यह सिर्फ दो किरदार हैं जो मिलते हैं और क्या होता है'।
विजय सेतुपति
विजय सेतुपति को फिल्म में कैटरीना के साथ कास्ट करने पर राघवन ने कहा, 'जब आप फिल्म देखेंगे, तो आपको पता चलेगा। कहानी ऐसी है कि मुझे बस एक बहुत ही लीक से हटकर जोड़ी या कास्टिंग की जरूरत थी और मैं अलग अलग परमुटेशन कॉम्बिनेशन कर रहा था। जब मैं मेलबर्न में एक समारोह में विजय से मिला। मैंने उनकी कुछ फिल्में देखी थीं। मैंने सोचा, क्या होगा अगर मैं यह अजीब कॉम्बिनेशन करूं और मुझे लगा इसकी अलग जिज्ञासा है'।
तब्बू
श्रीराम राघवन काफी समय से तब्बू के साथ काम करना चाहते थे, लेकिन सही मौके के इंतजार में थे। उन्होंने फिल्म ‘अंधाधुन’ में तब्बू के साथ किया। अपना अनुभव साझा करते हुए उन्होंने कहा, 'मैंने तब्बू को ही ध्यान में रखते हुए कहानी लिखी। जब कहानी 70-80 प्रतिशत तैयार हो गई, तो मैंने उन्हें यह कहानी सुनाई और वह तुरंत तैयार हो गईं। वह मुझसे पूछती रहीं, ‘क्या मैं खलनायक हूं?’ और मैं उनसे कहा, ‘आपका किरदार ऐसा हैं जो कुछ परिस्थितियों में फंस गया है और हम सभी अच्छे काम के साथ-साथ गलत काम करने में सक्षम हैं'।