इस बार ऑस्कर में बेहतरीन प्रदर्शन करने वाली फिल्मों की कहानी पढ़िए, सच मानिए आप अचंभित हो जाएंगे।
Oscar 2017: 'मूनलाइट' से 'ला ला लैंड', पढ़िए अवार्ड विनिंग फिल्मों की कहानी
Oscar 2017: 'मूनलाइट' से 'ला ला लैंड', यहां पढ़िए अवार्ड विनिंग फिल्मों की कहानी
ला ला लैंड दो कलाकारों की संगीत प्रधान कहानी है जो हॉलीवुड में करियर बनाना चाहते हैं और इस दौरान उन्हें प्यार हो जाता है। यह म्यूजिकल रोमांटिक कॉमेडी-ड्रामा फिल्म है जिसमें संगीत और प्रेम के नए स्वरूप को बड़ी शिद्दत से दिखाया गया है। रेयान घोसलिंग पियानो बजाने वाला कलाकार हैं और एमा स्टोन एक उभरती हुई हीरोइन हैं जो अपने-अपने सपनों को पूरा करने की जद्दोजहद में एक दूसरे के करीब आते हैं।
फिल्म के डायरेक्टर ने यह फिल्म 2010 में ही लिख ली थी लेकिन उन्हें कोई स्टूडियो और प्रोडक्शन हाउस नहीं मिला जो बिना उनकी स्क्रिप्ट में बदलाव किए फिल्म को फाइनेंस कर सके।
संयोग देखिए कि फिल्म को ऑस्कर मिलते ही फिल्म के डायरेक्टर और कलाकारों को अपनी फिल्म में लेने के लिए होड़ मच गई है।
Oscar 2017: 'मूनलाइट' से 'ला ला लैंड', यहां पढ़िए अवार्ड विनिंग फिल्मों की कहानी
असगर फरहादी की फिल्म 'द सेल्समैन' दरअसल ईरान के एक जोड़े की कहानी है। राना और एमाद को किन्हीं वजहों से अपना घर बदलना पड़ता है और वो जिस अपार्टमेंट में शिफ्ट होते हैं वहां पहले से एक वेश्या रहती है। वेश्या और उसके ग्राहकों के बीच होने वाली हिंसक घटनाओं के चलते राना और एमाद का दांपत्य जीवन किस तरह प्रभावित होता है औऱ वो दोनों किस तरह इससे बाहर आते हैं, फिल्म इसी को दिखाती है।
Oscar 2017: 'मूनलाइट' से 'ला ला लैंड', यहां पढ़िए अवार्ड विनिंग फिल्मों की कहानी
ये एक एनिमेटेड फिल्म हैं। इसमें एक जूटोपिया नाम की जानवरों की दुनिया होती है। यहां रहने वाले जिनिफर नाम के एक मादा खरगोश की नौकरी पुलिस में लग जाती है। पुलिस में रहते हुए कई मिस्ट्री केस सॉल्व करती है। उसके लिए पुलिस की जिंदगी आसान नहीं होती लेकिन वो खुद को साबित करती है। इस जानवरों की दुनिया में रहने वाली एक लोमड़ी जिनिफर की जिंदगी में काफी परेशानी खड़ी करती है। इस फिल्म के निर्देशक बिरॉन होवॉर्ड और रिच मोरे हैं।
वायोला डेविस को फिल्म 'फेंसेस' के लिए बेस्ट सपॉर्टिंग ऐक्ट्रेस का ऑस्कर अवॉर्ड मिला।
इस फिल्म में ट्रॉय मैक्सॉन नाम का एक सफाई कर्मचारी बेसबॉल में अपना करियर बनाने का सपना देखता है। लेकिन अश्वेत प्लेयर को लीग में खेलने की इजाजत नहीं मिलती। ट्रॉय एक अच्छा पिता और पति बनने की कोशिश करता है। अश्वेत होने के चलते उसके परिवार को भी काफी कुछ सहना पड़ता है। पूरी फिल्म ट्रॉय की जिंदगी पर आधारित है। इस फिल्म के निर्देशक डेंजल वॉशिंगटन हैं।