लुक्स को लेकर प्रयोग करना एक सामान्य बात है। खुद को अलग या आकर्षक दिखाने के लिए किए जाने वाले ऐसे प्रयोगों में से ही एक है हेयर कलर का प्रयोग। चाहे सफेद बालों को छुपाने के लिए सामान्य, ब्राउन, ब्लैक आदि कलर्स करना हो या फैशन और ट्रेंड्स के हिसाब से पिंक, पर्पल, रेड, ग्रीन आदि कलर्स करवाना हो, लोग घर पर इन कलर्स को करने के अलावा प्रोफेशनल्स की हेल्प भी लेते हैं। हालांकि, आजकल हेयर कलर करने की प्रक्रिया इतनी आसान हो गई है कि इसका प्रयोग कोई भी कर सकता है। हर उम्र के लोग बड़े पैमाने पर इसका उपयोग कर रहे हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि हेयर कलर का उपयोग ठीक से न करने का प्रभाव भी आपकी सेहत पर पड़ सकता है? इसलिए जरूरी है कि चाहे घर पर हेयर कलर करें या किसी प्रोफेशनल से करवाएं, सतर्कता जरूर रखें। तो चलिए आपको बताते हैं कि जब भी हेयर कलर करवाएं, तो किन सावधानियों को जरूर अपनाएं।
हेयर कलर कराते समय भूलकर भी न करें ये गलतियां, बालों को हो सकता है नुकसान
-पहली चीज, हेयर कलर को किसी प्रयोग की तरह न करें, बल्कि इसका उपयोग सीमित रखें। जितना कम उपयोग होगा, उतनी ही रिस्क कम होगा।
-जब भी हेयर कलर करना हो अच्छे और स्थापित ब्रांड को ही चुनें। थोड़े सी बचत के लालच में गलत और अधिक कैमिकल्स से भरी डाई न चुनें।
- कलर को बालों पर लगाकर बहुत देर न छोड़ें। जितनी ज्यादा देर कलर सिर पर रहेगा, नुकसान की आशंका उतनी ही बढ़ेगी।
- हेयर कलर उपयोग करने के बाद सिर की सतह यानी स्कैल्प को अच्छी तरह पानी से धोएं। कोशिश करें की स्कैल्प पर कम से कम कलर जाए।
- कभी भी दो अलग तरह के हेयर कलर या डाई को मिक्स नहीं करें। ये कैमिकल्स के रिएक्शन को और बढ़ा सकता है।
- कलर करते समय ग्लव्ज जरूर पहनें और सारे इंस्ट्रक्शंस सही तरीके से फॉलो करें। साथ ही कलर लगाने से पहले पैच टेस्ट जरूर करें। ताकि किसी प्रकार की एलर्जी के बारे में पता रहे।
- आइब्रो, पलकों आदि को रंगने से बचें। इनसे त्वचा के अलावा आंखों को भी गंभीर नुकसान पहुंच सकता है।
- हेयर कलर प्रोडक्ट्स में लैड एसिटेट भी हो सकता है, जिससे गंभीर नुकसान पहुंच सकता है। इसलिए कटी-फटी त्वचा, किस घाव, आंखों के आस पास कलर को आने से रोकें।