What is Journaling?: आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में तनाव और मानसिक स्वास्थ्य की समस्याएं आम हो गई हैं। ऐसे में जर्नलिंग एक सरल और प्रभावी तरीका है, जो मन को शांति देता है और तनाव को कम करता है। लेकिन जर्नलिंग आखिर है क्या, और यह मानसिक स्वास्थ्य के लिए कैसे फायदेमंद है? आइए इस लेख में इसी के बारे में विस्तार से जानते हैं, साथ ही जर्नलिंग के चार प्रमुख फायदों के बार में भी विस्तार से जानेंगे।
Benefits of Journaling : 'जर्नलिंग' क्या है और यह तनाव कम करने में कैसे मदद करती है? जानें इसके चार बड़े फायद
जर्नलिंग को लेकर कई शोध किए जा चुके हैं, और लगभग सभी शोध में इसके फायदे के बारे में बताया गया है। जर्नलिंग को लेकर हमारे समाज में उतनी जागरूकता नहीं है जितनी होनी चाहिए। इसलिए आइए इस लेख में जर्नलिंग के फायदे के बारे में जानते हैं।
तनाव और चिंता में कमी
अपने विचारों और भावनाओं को लिखने से मन का बोझ हल्का होता है। जब आप अपनी चिंताओं को कागज पर उतारते हैं, तो वे कम डरावनी लगती हैं। एक अध्ययन के अनुसार, रोजाना 15 मिनट जर्नलिंग करने से कोर्टिसोल (तनाव वाले हार्मोन) का लेवल कम होता है। यह मन को शांत करता है और नींद की गुणवत्ता बढ़ाता है।
ये भी पढ़ें- Heatstroke vs Heat Exhaustion: हीटस्ट्रोक और हीट एक्जॉशन में क्या अंतर है? जानें दोनों के लक्षण और सावधानियां
जर्नलिंग आपको अपनी भावनाओं को पहचानने और समझने में मदद करती है। यह आपको यह देखने का मौका देती है कि आप किन स्थितियों में तनावग्रस्त होते हैं और उसका कारण क्या है। इससे आप अपनी प्रतिक्रियाओं को बेहतर ढंग से नियंत्रित कर सकते हैं और सकारात्मक सोच विकसित कर सकते हैं।
ये भी पढ़ें- Covid-19: केरल-गुजरात कोरोना से सबसे ज्यादा प्रभावित, दिल्ली में भी बढ़ रहा संक्रमण; जानिए ये जरूरी बातें
समस्या-समाधान
विचारों को लिखने से दिमाग में स्पष्टता आती है, जिससे समस्याओं का हल ढूंढना आसान हो जाता है। जर्नलिंग क्रिएटिवीटी को बढ़ाती है, क्योंकि यह आपको नए दृष्टिकोण से सोचने की आजादी देती है। यही वजह है कि कई लोग अपने लक्ष्य और योजनाएं लिखकर उन्हें हासिल करने की दिशा में काम करते हैं।
ये भी पढ़ें- Study: एक हफ्ते की भी गड़बड़ नींद बढ़ा सकती है डायबिटीज का खतरा, कहीं आप भी न हो जाएं शिकार?
जर्नलिंग में आभार (ग्रैटिट्यूड जर्नलिंग) लिखना एक लोकप्रिय तरीका है। हर दिन उन चीजों को लिखें, जिनके लिए आप आभारी हैं। यह सकारात्मक सोच को बढ़ाता है और तनाव को कम करता है। अध्ययनों में पाया गया कि आभार जर्नलिंग करने वाले लोग अधिक खुश और संतुष्ट रहते हैं।
नोट: यह लेख मेडिकल रिपोर्टस से एकत्रित जानकारियों के आधार पर तैयार किया गया है।
अस्वीकरण: अमर उजाला की हेल्थ एवं फिटनेस कैटेगरी में प्रकाशित सभी लेख डॉक्टर, विशेषज्ञों व अकादमिक संस्थानों से बातचीत के आधार पर तैयार किए जाते हैं। लेख में उल्लेखित तथ्यों व सूचनाओं को अमर उजाला के पेशेवर पत्रकारों द्वारा जांचा व परखा गया है। इस लेख को तैयार करते समय सभी तरह के निर्देशों का पालन किया गया है। संबंधित लेख पाठक की जानकारी व जागरूकता बढ़ाने के लिए तैयार किया गया है। अमर उजाला लेख में प्रदत्त जानकारी व सूचना को लेकर किसी तरह का दावा नहीं करता है और न ही जिम्मेदारी लेता है। उपरोक्त लेख में उल्लेखित संबंधित बीमारी के बारे में अधिक जानकारी के लिए अपने डॉक्टर से परामर्श लें।