कैंसर एक ऐसी जानलेवा बीमारी है जो दुनियाभर में तेजी से पांव पसार रही है। महिलाओं में ब्रेस्ट यानी स्तन कैंसर की बीमारी का आंकड़ा भी दुनियाभर में बढ़ रहा है। स्तन में गांठ बनना, सूजन आना, निप्पल के आकार में बदलाव होने से लक्षणों पर इसकी जांच जरूरी होती है। शुरुआती स्टेज में इसका इलाज संभव होता है। स्तन कैंसर के इलाज के बारे में एक नए शोध अध्ययन में बिल्कुल नई जानकारी सामने आई है। बिहार के पटना स्थित अनुग्रह नारायण सिंह कॉलेज में पीएचडी शोधार्थी विवेक अखौरी के इस शोध के मुताबिक, रक्त चंदन के बीज में स्तन कैंसर के इलाज की उम्मीद जगी है। उन्होंने महावीर कैंसर संस्थान और अनुसंधान केंद्र में यह शोध अध्ययन किया है।
{"_id":"5f4cc9178ebc3e4adf3fb12c","slug":"blood-sandalwood-seeds-can-cure-breast-cancer-research-reveals-in-patna-bihar-cancer-treatment","type":"photo-gallery","status":"publish","title_hn":"रक्त चंदन के बीज से हो सकता है स्तन कैंसर का इलाज! भारतीय शोध में किया गया दावा","category":{"title":"Health & Fitness","title_hn":"हेल्थ एंड फिटनेस","slug":"fitness"}}
रक्त चंदन के बीज से हो सकता है स्तन कैंसर का इलाज! भारतीय शोध में किया गया दावा
लाइफस्टाइल डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली
Published by: निलेश कुमार
Updated Mon, 31 Aug 2020 03:36 PM IST
विज्ञापन
स्तन कैंसर (सांकेतिक तस्वीर)
- फोटो : Pixabay
Trending Videos
breast cancer
- फोटो : file photo
- इस शोध के दौरान यह बात सामने आई है कि लाल रक्त चंदन के बीज में स्तन कैंसर विरोधी तत्व पाए जाते हैं। इस शोध अध्ययन में विवेक अखौरी ने कार्सिनोजेन रासायनिक डीएमबीए को प्रेरित करके चार्ल्स फोस्टर चूहों में स्तन ट्यूमर का मॉडल विकसित किया। ट्यूमर विकसित करने के बाद पांच सप्ताह के लिए लाल रक्त चंदन के बीज के साथ चूहों का इलाज किया।
विज्ञापन
विज्ञापन
प्रतीकात्मक तस्वीर
- फोटो : pixabay
- लाल रक्त चंदन के बीज से इलाज के बाद ट्यूमर की मात्रा में काफी कमी देखी गई और यह धीरे-धीरे खत्म हो गया। ऐसा दावा किया जा रहा है कि लाल रक्त चंदन के बीज के माध्यम से दुनिया में किया गया पहला अध्ययन है। सेज जर्नल ऑफ ब्रेस्ट कैंसर: बेसिक एंड क्लिनिकल रिसर्च (यूएसए) में इस शोध अध्ययन को इस शोध को हाल ही में प्रकाशित किया गया है।
Research
- फोटो : Pixabay
- इस शोध अध्ययन टीम में महावीर कैंसर संस्थान के सीनियर वैज्ञानिक डॉ. अरुण कुमार और गाइड डॉ. मनोरमा कुमारी भी शामिल थीं। अध्ययन टीम में शामिल डॉ. अरुण ने बताया कि उन्होंने झारखंड में चंदन के बीज देखे थे और वहीं से लाए थे।
विज्ञापन
ऑपरेशन थियेटर में चिकित्सक(File Photo)
- फोटो : अमर उजाला
- महिलाओं में नए कैंसर मामलों में अनुमानित मृत्यु दर 27.7 फीसदी है जबकि 2018 में 23.45 फीसदी (87,090) महिलाओं की मृत्यु कैंसर से हुई थी। महावीर कैंसर संस्थान, पटना में भी 25 हजार के कुल कैंसर के मामलों में से लगभग 23.5 फीसदी (5,875) स्तन कैंसर के हैं।वैश्विक कैंसर संगठन ग्लोबोकॉन 2018 के अनुसार, स्तन कैंसर भारत में महिलाओं में कैंसर से संबंधित मृत्यु का सबसे सामान्य कारण है। स्तन कैंसर का निदान संभव है।