Kidney Failure Symptoms: किडनी को अक्सर शरीर का फिल्टर कहा जाता है। अगर इसकी कार्यक्षमता में कोई भी कमी आती है तो इसका असर शरीर के अन्य अंगों पर देखने को मिलता है। बहुत कम लोग जानते हैं कि आंखों से धुंधला दिखना या अन्य दृष्टि संबंधी समस्याएं भी किडनी डैमेज या क्रॉनिक किडनी डिजीज का एक शुरुआती संकेत हो सकती हैं।
Kidney Care: आंखों से धुंधला दिखना हो सकता है किडनी फेलियर का संकेत, इन चार लक्षणों को न करें नजरअंदाज
Kidney Damage Ke Suruwati Lakshan:हमारे देश में बहुत से लोगों को किडनी से संबंधित समस्या है। किडनी खराब होने के शुरुआती चरण में अगर पता चल जाता है तो उसे उचित उपचार से ठीक किया जा सकता है। लेकिन इसके लिए किडनी खराब होने से शुरुआती लक्षणों को जानना जरूरी है। आइए इसी के बारे में जानते हैं।
आंखों से धुंधला दिखना और सूजन
किडनी डैमेज का एक प्रमुख अप्रत्यक्ष लक्षण आंखों से धुंधला दिखना है, जो हाई बीपी के कारण रेटिना में प्रभावित करता है। दूसरा संकेत आंखों के नीचे या चेहरे पर सूजन आना है। यह सूजन तब होती है जब किडनी प्रोटीन और तरल पदार्थ को ठीक से फिल्टर नहीं कर पाती और वे ऊतकों में जमा होने लगते हैं।
ये भी पढ़ें- Dharmendra Death: लंबे समय से डिस्पेनिया का शिकार थे अभिनेता धर्मेंद्र, जानिए इस समस्या के बारे में विस्तार से
लगातार खुजली और रूखी त्वचा
किडनी जब अपशिष्ट उत्पादों को रक्त से बाहर नहीं निकाल पाती, तो ये टॉक्सिन्स शरीर में जमा होने लगते हैं। इन टॉक्सिन्स के कारण त्वचा में गंभीर और लगातार खुजली महसूस हो सकती है। इसके साथ ही त्वचा बहुत रूखी या बेजान दिखने लगती है।
ये भी पढ़ें- Health Tips: क्या आपको चाय पीते ही होने लगती है एसिडिटी और गैस? डॉक्टर से जानें सुबह के चाय का नियम
नींद में समस्या
किडनी की कार्यक्षमता बिगड़ने पर खून में टॉक्सिन्स का जमाव बढ़ जाता है। इन टॉक्सिन्स के कारण स्लिप साइकल बाधित होती है। किडनी के मरीजों को अक्सर सोने में कठिनाई होती है या उन्हें रेस्टलेस लेग्स सिंड्रोम (आरएलएस) का अनुभव होता है । यह एक न्यूरोलॉजिकल स्थिति है जिसमें पैरों को हिलाने की एक तीव्र, अनियंत्रित इच्छा होती है, खासकर शाम या रात में जब आप बैठे या लेटे होते हैं।
किडनी के ठीक से काम न करने पर शरीर में एनीमिया हो जाता है, क्योंकि किडनी पर्याप्त लाल रक्त कोशिकाएं बनाने वाले हार्मोन (एरिथ्रोपोइटिन) का उत्पादन नहीं कर पाती। एनीमिया के कारण शरीर में ऑक्सीजन की कमी होती है, जिससे अत्यधिक थकान, कमजोरी और एकाग्रता में कमी महसूस होती है। ऐसे लक्षण दिखने पर तुरंत डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए।
नोट: यह लेख मेडिकल रिपोर्टस से एकत्रित जानकारियों के आधार पर तैयार किया गया है।
अस्वीकरण: अमर उजाला की हेल्थ एवं फिटनेस कैटेगरी में प्रकाशित सभी लेख डॉक्टर, विशेषज्ञों व अकादमिक संस्थानों से बातचीत के आधार पर तैयार किए जाते हैं। लेख में उल्लेखित तथ्यों व सूचनाओं को अमर उजाला के पेशेवर पत्रकारों द्वारा जांचा व परखा गया है। इस लेख को तैयार करते समय सभी तरह के निर्देशों का पालन किया गया है। संबंधित लेख पाठक की जानकारी व जागरूकता बढ़ाने के लिए तैयार किया गया है। अमर उजाला लेख में प्रदत्त जानकारी व सूचना को लेकर किसी तरह का दावा नहीं करता है और न ही जिम्मेदारी लेता है। उपरोक्त लेख में उल्लेखित संबंधित बीमारी के बारे में अधिक जानकारी के लिए अपने डॉक्टर से परामर्श लें।