फिटनेस को लेकर अलर्ट रहने वाले लोगों को अक्सर आपने कार्बोहाइड्रेट वाली चीजों से परहेज करते हुए देखा होगा। माना जाता रहा है कि कार्बोहाइड्रेट, शरीर में ग्लूकोज की मात्रा बढ़ा देते हैं जिससे फैट का निर्माण होता है। अधिक मात्रा में कार्बोहाइड्रेट वाली चीजों का सेवन करने वाले लोगों में मोटापा और कई अन्य तरह की स्वास्थ्य समस्याओं का खतरा भी अधिक माना जाता है। पर क्या वास्तव में कार्ब्स, शरीर के लिए बहुत नुकसानदायक हैं? इनका सेवन आपको बीमार बना सकता है?
Health Tips: सिर्फ नुकसानदायक ही नहीं हैं कार्ब्स, शरीर के बेहतर कार्यप्रणाली के लिए होती है इनकी आवश्यकता
ऊर्जा के लिए आवश्यक
शरीर को दिनभर काम करते रहने के लिए पर्याप्त मात्रा में ऊर्जा की आवश्यकता होती है, इसके लिए शरीर को कार्ब्स की जरूरत होती है। कार्ब्स शरीर के लिए ऊर्जा का प्राथमिक स्रोत हैं। साधारण कार्ब्स, शुगर का ब्रेकडाउन कर इसे ऊर्जा में बदलते हैं। शरीर में इसकी कमी के कारण आपको अक्सर थकान और कमजोरी महसूस होती रह सकती है। इस तरह की समस्याओं से बचे रहने के लिए आहार में कार्बोहाइड्रेट वाली चीजों की संतुलित मात्रा को जरूर शामिल करें।
पेट के सूजन को कम करता है
कार्बोहाइड्रेट वाली चीजें पेट और पाचन को स्वस्थ रखने के लिए आवश्यक मानी जाती हैं। खराब पाचन के कारण पेट में गैस और सूजन जैसी गैस्ट्रिक समस्याएं होने लगती हैं। यही कारण है पेट की समस्याओं को कम करने के लिए डॉक्टर्स सभी लोगों को आहार में फाइबर के साथ कार्बोहाइड्रेट वाली चीजों को जरूर शामिल करने की सलाह देते हैं। फलों और सब्जियों से भी कार्बोहाइड्रेट और फाइबर की आवश्यक मात्रा प्राप्त की जा सकती है।
मस्तिष्क के कार्यों के लिए जरूरी
मस्तिष्क को कार्य करने के लिए ग्लूकोज की आवश्यकता होती है और इसलिए हमें अपने आहार में कार्ब्स युक्त खाद्य पदार्थों को शामिल करना चाहिए। यदि शरीर में ग्लूकोज का स्तर कम हो जाए तो इसका असर मस्तिष्क के कामकाज को प्रभावित करने लगता है। लंबे समय तक बनी रहने वाली इस पोषक तत्व की कमी के कारण ब्रेन फॉग की समस्या भी हो सकती है।
मूड को रखता है ठीक
कार्बोहाइड्रेट वाली चीजें आपके मूड को ठीक बनाए रखने में मदद करती हैं। कार्बोहाइड्रेट में एल-ट्रिप्टोफैन नामक एक अमीनो एसिड होता है जो सेरोटोनिन के उत्पादन को बढ़ावा देता है। सेरोटोनिन एक न्यूरोट्रांसमीटर है, जो मूड को ठीक रखने और खुशियों का एहसास दिलाने के लिए आवश्यक माना जाता है। इसके लिए आहार में फल, सब्जियां, अनाज और डेयरी उत्पादों को जरूर शामिल करना चाहिए।
----------------
नोट: यह लेख मेडिकल रिपोर्टस से प्राप्त जानकारियों के आधार पर तैयार किया गया है।
अस्वीकरण: अमर उजाला की हेल्थ एवं फिटनेस कैटेगरी में प्रकाशित सभी लेख डॉक्टर, विशेषज्ञों व अकादमिक संस्थानों से बातचीत के आधार पर तैयार किए जाते हैं। लेख में उल्लेखित तथ्यों व सूचनाओं को अमर उजाला के पेशेवर पत्रकारों द्वारा जांचा व परखा गया है। इस लेख को तैयार करते समय सभी तरह के निर्देशों का पालन किया गया है। संबंधित लेख पाठक की जानकारी व जागरूकता बढ़ाने के लिए तैयार किया गया है। अमर उजाला लेख में प्रदत्त जानकारी व सूचना को लेकर किसी तरह का दावा नहीं करता है और न ही जिम्मेदारी लेता है। उपरोक्त लेख में उल्लेखित संबंधित बीमारी के बारे में अधिक जानकारी के लिए अपने डॉक्टर से परामर्श लें।