Overthinking Problem Solution: किसी भी चीज के बारे में सोचना बहुत अच्छी बात है। मगर बहुत देर तक एक ही बात को अलग-अलग तरीके से सोचना, और इतना सोचना कि आपके दिमाग पर उसका गलत असर होने लगे आप परेशान होने लगें और ऐसा लगभग हर छोटी बातों पर आपका दिमाग ऐसे सोचने लगें, तो इसे ओवरथिंकिंग कहते हैं।
Health Tips: ओवरथिंकिंग रोकने के लिए डॉक्टर ने सुझाए ये तरीके, अपना लिए तो बढ़ जाएगी आपकी प्रोडक्टिविटी
How To Stop Overthinking: ओवरथिंकिंग इंसान को अंदर से खोखला करने लगती है, इतना ही नहीं इसका नकारात्मक असर उनके जीवन और स्वास्थ्य पर भी दिखने लगता है। इससे उनके मानसिक स्वास्थ्य के साथ-साथ उनके शारीरिक स्वास्थ्य पर असर दिखने लगता है। आइए इस लेख में इसी के बारे में डॉक्टर से जानते हैं।
जर्नलिंग करें
डॉक्टर शालिनी के अनुसार, ओवरथिंकिंग रोकने का सबसे पहला और कारगर तरीका है जर्नलिंग। जब भी दिमाग में विचारों का सैलाब आए, तो उन्हें एक कागज पर लिखना शुरू कर दें। ऐसा करने से दिमाग में चल रही उथल-पुथल व्यवस्थित होने लगती है। डॉक्टर के मुताबिक, जैसे ही आप अपने डर या चिंताओं को लिख लेते हैं, आपका दिमाग लगभग 50% तक शांत हो जाता है।
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3-मिनट का नियम और बॉक्स ब्रीदिंग
अगर आप किसी समस्या का समाधान 3 मिनट के भीतर नहीं निकाल पा रहे हैं, तो उसके बारे में सोचना तुरंत बंद कर दें। इसके साथ ही, मानसिक शांति के लिए हर एक-दो घंटे में 'बॉक्स ब्रीदिंग' (4-4-4-4 तकनीक) का अभ्यास करें। इसमें 4 सेकंड तक सांस लेना, 4 सेकंड रोकना, 4 सेकंड छोड़ना और 4 सेकंड खाली रहना शामिल है। यह तकनीक नर्वस सिस्टम को तुरंत रिलैक्स करती है।
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डिजिटल डिटॉक्स और डोपामीन कंट्रोल
लगातार फोन की घंटियां और नोटिफिकेशन्स दिमाग को कभी शांत नहीं होने देते। डॉक्टर सोलंकी सलाह देती हैं कि अपने फोन के नोटिफिकेशन्स बंद कर दें। इससे आपके दिमाग को बार-बार 'डोपामीन हिट' नहीं मिलेगा, जिससे एकाग्रता बढ़ेगी। जब दिमाग बाहरी उत्तेजनाओं से मुक्त होता है, तो वह स्वाभाविक रूप से शांत रहना सीख जाता है और बेवजह की सोच कम हो जाती है।
अंतिम और अनोखा तरीका है विचारों को लेबल करना। डॉक्टर शालिनी बताती हैं कि जब भी कोई भी विचार आए, तो उसे एक नाम दें। इससे आपके दिमाग में अपने आप क्लैरिटी आएगी कि यह सिर्फ एक डर है" या "यह एक शंका है"। ऐसा करने से उस विचार की पकड़ आपके दिमाग पर कमजोर हो जाती है। इन पांचों नियमों का पालन करके आप अपनी ओवरथिंकिंग को 80% तक कम कर सकते हैं और एक खुशहाल जीवन जी सकते हैं।
नोट: यह लेख मेडिकल रिपोर्टस से एकत्रित जानकारियों के आधार पर तैयार किया गया है।
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