Hemorrhoids Risk Factors: पाइल्स यानी बवासीर एक बेहद गंभीर बीमारी है, जिससे बहुत से लोग परेशान रहते हैं। आमतौर पर ज्यादातर लोग इस समस्या के पीछे अपने खान-पान, खासकर तेल-मसाले वाली चीजों को जिम्मेदार मानते हैं। यह बात सच है कि गलत खान-पान इस समस्या को बढ़ा सकता है, लेकिन इसके अलावा अक्सर हमारी दिनचर्या में छिपी कुछ गलत आदतें होती हैं, जिन पर हमारा ध्यान ही नहीं जाता।
Health Tips: तेल-मसाले के अलावा दिनचर्या की ये आदतें बढ़ा देती हैं पाइल्स का खतरा, आज से ही बरतें सावधानियां
Habits That Cause Piles:अक्सर लोगों को लगता है कि पाइल्स होने का सबसे बड़ा कारण सिर्फ तेल मसाला का सेवन है, लेकिन ये धारणा गलत है। असल में पाइल्स बीमारी होने के कई कारण होते हैं, जिनमें से एक तेल मसाला है, इसके अलावा हमारे दिनचर्या की कुछ गलत आदतें भी होती हैं, जिसके बारे में आपको जानना चाहिए।
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फाइबर और पानी की कमी
पाइल्स का सबसे बड़ा और सीधा कारण पुरानी कब्ज है। जब डाइट में फाइबर की कमी होती है, तो मल सख्त हो जाता है, जिसे बाहर निकालने के लिए अधिक जोर लगाना पड़ता है। मैदे से बनी चीजें, जंक फूड और प्रोसेस्ड आहार का अधिक सेवन कब्ज की समस्या बढ़ जाती है।
इसी तरह दिनभर में कम पानी पीना भी कब्ज होने का एक बड़ा कारण है। पानी की कमी से भी मल सूखकर कठोर हो जाता है। इसलिए अपनी डाइट में फल, सलाद, हरी सब्जियां और साबुत अनाज शामिल करें और दिन में 8-10 गिलास पानी जरूर पिएं।
सैडेंटरी लाइफस्टाइल सबसे बड़ा कारण
सैडेंटरी लाइफस्टाइल यानी गतिहीन जीवनशैली पाइल्स के सबसे बड़े कारणों में से एक है। घंटों तक कुर्सी पर बैठकर काम करना, टीवी देखना या गाड़ी चलाने से मलाशय की नसों पर सीधा और निरंतर दबाव पड़ता है, साथ ही शारीरिक गतिविधि की कमी के कारण हमारी पाचन क्रिया भी धीमी हो जाती है।
धीमा पाचन कब्ज को जन्म देता है, जो पाइल्स की मूल जड़ है। कई लोग टॉयलेट में मोबाइल फोन या अखबार लेकर बैठते हैं, जिससे वे अनजाने में ही नसों पर लंबे समय तक दबाव डालते रहते हैं, जो पाइल्स का एक प्रमुख कारण बन सकता है।
जिम में गलत तरीके से भारी वजन उठाने या कोई भारी सामान उठाते समय सांस रोकने से पेट के निचले हिस्से और मलाशय की नसों पर अचानक दबाव बढ़ जाता है। यह बढ़ा हुआ दबाव भी नसों में सूजन पैदा कर सकता है।
इसके अलावा काम के चक्कर में या अन्य कारणों से शौच करने की इच्छा को रोकना भी एक बहुत बुरी आदत है। ऐसा करने से मल आंतों में सूख जाता है और बाद में उसे त्यागने के लिए ज्यादा जोर लगाना पड़ता है, जो पाइल्स का कारण बन सकता है।
बवासीर मुख्य रूप से एक जीवनशैली से जुड़ी बीमारी है। इससे बचने के लिए तेल-मसाले पर ध्यान देने के साथ-साथ इन आदतों को सुधारना भी जरूरी है। नियमित रूप से व्यायाम करें, सक्रिय जीवनशैली अपनाएं, शरीर का सही वजन बनाए रखें और शौच के समय जोर लगाने से बचें। अपनी दिनचर्या में ये छोटे-छोटे बदलाव करके आप इस दर्दनाक बीमारी के खतरे को काफी हद तक कम कर सकते हैं और एक स्वस्थ जीवन जी सकते हैं।
नोट: यह लेख मेडिकल रिपोर्टस से एकत्रित जानकारियों के आधार पर तैयार किया गया है।
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