शरीर को स्वस्थ और फिट रखने के लिए हमें नियमित रूप से आहार के माध्यम से आवश्यक पोषक तत्वों की जरूरत होती है, यही कारण है स्वास्थ्य विशेषज्ञ सभी लोगों को पौष्टिक आहार का सेवन करते रहने की सलाह देते हैं। रोजाना हरी सब्जियों-मौसमी फलों और नट्स-सीट्स से भरपूर आहार के माध्यम से आप आवश्यक पोषक तत्व आसानी से प्राप्त कर सकते हैं। विटामिन-ई ऐसा ही अति आवश्यक पोषक तत्व है जिसकी हमारे शरीर को जरूरत होती है।
Vitamin-E Deficiency: नर्वस सिस्टम को क्षति पहुंचा सकती है विटामिन-ई की कमी, आपके आहार में है इसकी मात्रा?
विटामिन-ई की कमी
विटामिन-ई की कमी मांसपेशियों में कमजोरी, समन्वय संबंधी कठिनाइयों, शरीर में सुन्नता और दृष्टि से संबंधित समस्याओं को बढ़ाने वाली हो सकती है। स्वास्थ्य विशेषज्ञ कहते हैं, वयस्कों में इस विटामिन की कमी होना काफी असामान्य है और आमतौर पर ये अंतर्निहित स्वास्थ्य समस्याओं के कारण होता है। हालांकि कुछ बच्चों में इस विटामिन की कमी होने का खतरा अधिक देखा जाता रहा है।
शरीर को कार्य करने के लिए विटामिन-ई की आवश्यकता होती है ऐसे में यदि आपमें इसकी कमी है तो आपको कई प्रकार की दिक्कतें हो सकती हैं।
ऐसे लोगों में विटामिन-ई की कमी का खतरा
विटामिन ई की कमी, ऐसी बीमारियों के कारण भी हो सकती है जो शरीर में वसा के अवशोषण को कम कर देती हैं। ऐसा इसलिए है क्योंकि शरीर को विटामिन ई को सही ढंग से अवशोषित करने के लिए वसा की जरूरत होती है। अगर आपको क्रोनिक पैक्रियाटिस, सीलिएक डिजीज या लिवर से संबंधित कोई गंभीर बीमारी है तो इस विटामिन की कमी होने की आशंका बढ़ जाती है। ऐसे लोगों को बचाव के लिए विशेष ध्यान देते रहने की आवश्यकता होती है।
कैसे पहचानें इस विटामिन की कमी
विटामिन-ई हमारे सेंट्रल नर्वस सिस्टम के लिए आवश्यक है। यह शरीर के मुख्य एंटीऑक्सीडेंट में से एक है, जिन लोगों में इसकी कमी होती है उनमें मांसपेशियों में कमजोरी होने का खतरा काफी बढ़ जाता है। इसके अलावा आपको समन्वय और चलने में दिक्कतें भी हो सकती हैं।
विटामिन-ई हमारी प्रतिरक्षा प्रणाली के लिए भी जरूरी है, ऐसे में इसकी कमी प्रतिरक्षा कोशिकाओं पर नकारात्मक असर डाल सकती है, आपके संक्रामक रोगों की चपेट में आने का खतरा भी काफी बढ़ जाता है।
आहार से कैसे प्राप्त करें विटामिन ई?
विभिन्न प्रकार के खाद्य पदार्थों में विटामिन-ई प्रचुर मात्रा में होता है। शरीर इसका उत्पादन नहीं कर सकता, इसलिए इसे आहार या पूरक से प्राप्त किया जाता है। वनस्पति तेल जैसे गेहूं, मूंगफली के तेल और ऑलिव ऑयल, साबुत अनाज, दूध, अधिकांश सब्जियों जैसे पालक, लाल मिर्च और एवोकाडो का सेवन करके भी विटामिन-ई की जरूरतों को आसानी पूरा किया जा सकता है।
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नोट: यह लेख स्वास्थ्य विशेषज्ञों के सुझावों के आधार पर तैयार किया गया है।
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