World AIDS Day 2025: हर साल 1 दिसंबर को वर्ल्ड एड्स डे मनाया जाता है, जिसका उद्देश्य एड्स और ह्यूमन इम्यूनोडेफिशिएंसी वायरस (एचआईवी) से जुड़ी जानकारी के बारे में लोगों को जागरूक करना है। एचआईवी से जुड़ी कई भ्रांतियां और अफवाहें हमारे समाज में फैली हुई हैं। दुर्भाग्य से समाज में एचआईवी के फैलने के तरीकों को लेकर कई ऐसे मिथक प्रचलित हैं, जो संक्रमित लोगों के प्रति अनावश्यक डर, कलंक और भेदभाव पैदा करते हैं। एड्स से प्रभावी ढंग से लड़ने के लिए यह जानना सबसे जरूरी है कि यह वायरस किन तरीकों से नहीं फैलता।
World AIDS Day 2025: एड्स से जुड़ी इन अफवाहों को कहीं सच तो नहीं मानते आप? जान लें हकीकत
AIDS Myths: एचआईवी एक बेहद गंभीर और जानलेवा स्वास्थ्य समस्या है, जिससे हमारे देश की एक बड़ी आबादी संक्रमित है। इसको लेकर हमारे समाज में कई भ्रांतियां और अफवाहें हैं, जिसकी सच्चाई के बारे में बहुत कम लोगों को मालूम है। आइए इस लेख में इसी के बारे में विस्तार से जानते हैं।
छूने, गले लगाने या हाथ मिलाने से फैलता है
कई लोग मानते हैं कि एचआईवी से संक्रमित व्यक्ति को छूने, गले लगाने या हाथ मिलाने मात्र से वायरस फैल सकता है। लेकिन यह धारणा पूरी तरह गलत है। एचआईवी हवा या पानी से नहीं फैलता। यह पसीना, आंसू या सामान्य स्पर्श से नहीं फैलता है। संक्रमित व्यक्ति के साथ खाना खाने, एक ही बर्तन इस्तेमाल करने, या एक ही बाथरूम का उपयोग करने से भी संक्रमण नहीं फैलता है।
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मच्छर के काटने या कीड़ों से फैलना
यह एक और बड़ा मिथक है कि मच्छर, खटमल या किसी अन्य कीट के काटने से एचआईवी फैल सकता है। मच्छर या अन्य कीट एचआईवी का संचरण नहीं करते हैं। एचआईवी केवल मानव रक्त कोशिकाओं को संक्रमित करता है। जब मच्छर किसी एचआईवी संक्रमित व्यक्ति को काटता है, तो वह वायरस को अपनी लार में नहीं ले जाते।
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सार्वजनिक शौचालय या स्विमिंग पूल
सार्वजनिक शौचालय, स्विमिंग पूल, या पीने के फव्वारे का उपयोग करने से एचआईवी फैल सकता है। यह धारणा बिल्कुल निराधार है। चूंकि एचआईवी शरीर के बाहर लंबे समय तक जीवित नहीं रह सकता, इसलिए ये वायरस पानी या हवा में नहीं फैलते। सार्वजनिक स्थानों, दरवाजे के हैंडल या लिफ्ट के बटनों को छूने से भी संक्रमण नहीं होता।
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कई अध्ययनों से साबित हुआ है कि एचआईवी पॉजिटिव व्यक्ति आज भी एड्स से बच सकता है। एंटीरेट्रोवायरल थेरेपी की मदद से, वे लंबा और स्वस्थ जीवन जी सकते हैं। समय पर दवा लेने और सही खान-पान से प्रतिरक्षा प्रणाली मजबूत बनी रहती है, जिससे रोग के कारण होने वाली जटिलताएं काफी कम हो जाती हैं।
नोट: यह लेख मेडिकल रिपोर्टस से एकत्रित जानकारियों के आधार पर तैयार किया गया है।
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