International Literacy Day 2023: देश के विकास के लिए अधिक से अधिक नागरिकों को साक्षर होना आवश्यक है। साक्षरता उन्नति और विकास का कारक बन सकती है। पढ़ने-लिखने में सक्षम व्यक्ति साक्षर है। जिसे 'क, ख, ग' का ज्ञान, भाषा की मर्यादा और सही व गलत में फर्क समझ आता है, वह साक्षर है। साक्षरता विकास के साथ ही समाज में सम्मान दिलाता है। लोगों को साक्षरता के महत्व और लाभ के प्रति जागरूक करने और शिक्षा ग्रहण करने के लिए प्रेरित करने के लिए हर साल अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस मनाया जाता है।
International Literacy Day 2023: क्यों और कब मनाया जाता है अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस, जानिए इतिहास और थीम
साक्षरता क्या होती है?
अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस मनाने से पहले साक्षरता का अर्थ जान लीजिए। साक्षरता शब्द साक्षर से बना है, जिसका अर्थ अक्षर समझने में सक्षम व्यक्ति से है यानी जो पढ़ने लिखने में सक्षम हो। बच्चों से लेकर वृद्धजनों तक शिक्षा के प्रचार-प्रसार को लेकर साक्षरता दिवस मनाते हैं।
साक्षरता दिवस कब मनाते हैं?
वैश्विक स्तर पर हर साल अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस 8 सितंबर को मनाया जाता है। साक्षरता दिवस मनाने की शुरुआत 1966 में हुई थी। पहली बार इसी वर्ष साक्षरता दिवस मनाया गया।
इस दिन को मनाने का फैसला 7 नवंबर 1965 में लिया गया। यूनेस्को ने इस दिन तय किया कि साक्षरता दर को बढ़ाने के लिए दुनियाभर में अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस मनाया जाएगा। अगले साल 8 सितंबर 1966 को पहली बार विश्व साक्षरता दिवस मनाया गया, उसके बाद से हर साल ये दिन मनाया जाने लगा।
साक्षरता दिवस 2023 की थीम
प्रतिवर्ष विश्व साक्षरता दिवस की एक खास थीम होती है। पिछले साल साक्षरता दिवस 2022 की थीम 'ट्रांसफॉर्मिंग लिटरेसी लर्निंग स्पेस' (Transforming Literacy Learning Spaces) थी। वहीं इस साल साक्षरता दिवस 2023 की थीम 'परिवर्तनशील दुनया में साक्षरता को बढ़ावा देना: स्थायी और शांतिपूर्ण समाज की नींव का निर्माण करना' है (Promoting literacy for a world in transition: Building the foundation for sustainable and peaceful societies)