Yoga Asanas For Thalassemia: थैलेसीमिया एक आनुवांशिक रक्त विकार है, जिसमें शरीर में हीमोग्लोबिन और लाल रक्त कोशिकाओं का निर्माण सामान्य रूप से नहीं हो पाता। इस वजह से शरीर में खून की कमी (एनीमिया) होती है और समय-समय पर रक्त चढ़ाने की आवश्यकता पड़ती है।
हालांकि, नियमित दवाओं और उपचार के साथ-साथ योग अपनाकर थैलेसीमिया के मरीज अपने जीवन की गुणवत्ता को बेहतर बना सकते हैं और रोग के लक्षणों को कम कर सकते हैं।
योग का नियमित अभ्यास शरीर को ऊर्जावान बनाए रखता है, रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है और खून से संबंधित लक्षणों को नियंत्रित करने में मदद करता है। दवाओं और डॉक्टर की सलाह के साथ-साथ अगर योग को दिनचर्या में शामिल किया जाए तो थैलेसीमिया मरीज भी स्वस्थ और सक्रिय जीवन जी सकते हैं। आइए जानें थैलेसीमिया में कौन-कौन से योगासनों का अभ्यास लाभकारी माना जाता है।
हालांकि, नियमित दवाओं और उपचार के साथ-साथ योग अपनाकर थैलेसीमिया के मरीज अपने जीवन की गुणवत्ता को बेहतर बना सकते हैं और रोग के लक्षणों को कम कर सकते हैं।
योग का नियमित अभ्यास शरीर को ऊर्जावान बनाए रखता है, रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है और खून से संबंधित लक्षणों को नियंत्रित करने में मदद करता है। दवाओं और डॉक्टर की सलाह के साथ-साथ अगर योग को दिनचर्या में शामिल किया जाए तो थैलेसीमिया मरीज भी स्वस्थ और सक्रिय जीवन जी सकते हैं। आइए जानें थैलेसीमिया में कौन-कौन से योगासनों का अभ्यास लाभकारी माना जाता है।