सब्सक्राइब करें

Plane Crash: अंतहीन दुख, विमान हादसे में डॉक्टर परिवार खत्म, माता-पिता को जिगर के टुकड़ों का इंतजार; सैंपल दिए

न्यूज डेस्क, अमर उजाला, बांसवाड़ा Published by: उदित दीक्षित Updated Fri, 13 Jun 2025 09:33 PM IST
सार

Ahmedabad Plane Crash: अहमदाबाद विमान हादसा कई परिवारों को अंतहीन दर्द दे गया। इनमें से एक है बांसवाड़ा का डॉक्टर परिवार। अब इस परिवार में सिर्फ बुजुर्ग माता-पिता ही बचे हैं। जिन्होंने अपने बच्चों के शवों की पहचान के लिए खून के सैंपल दिए हैं।

विज्ञापन
Rajasthan Banswara Doctor Joshi's father gave blood samples for DNA to identify family died in plane crash
विमान हादसे में जान गंवाने वाले डॉक्टर के घर में पड़ा ताला। - फोटो : अमर उजाला

गुजरात के अहमदाबाद में हुए भीषण विमान सड़क हादसे में कई परिवार खत्म हो गए। विमान में सवार यात्रियों के शवों की हालत ऐसी है कि उनकी पहचान करना भी नामुमकिन है। इस कारण अब तक अधिकतर परिवारों को उनके जिगर के टुकड़ों के शव नहीं मिल सके हैं। शवों की पहचान के लिए उनके परिजनों के सैंपल लिए जा रहे हैं, जिससे उन्हें उनके परिवार वालों को सौंपा जा सके। 



इसी विमान हादसे में राजस्थान के बांसवाड़ा की रातीतलाई कॉलोनी में रहने वाले डॉ. जेपी जोशी के बेटे का पूरा परिवार खत्म हो गया। इनमें डॉ. प्रतीक जोशी, उनकी पत्नी डॉ. कौमी और तीन बच्चे मिराया, नकुल व प्रद्युत शामिल हैं। डॉ. प्रतीक अपने परिवार के साथ लंदन में सेटल होने जा रहे थे। उनके बुजुर्ग माता-पिता डॉ. जेपी जोशी और उनकी पत्नी डॉ. अनिता जोशी बच्चों को छोड़ने के लिए अहमदाबाद आए थे। बच्चों को विदा करने के कुछ देर बाद ही उन्हें विमान हादसे की खबर लगी तो कलेजा फट गया। हादसे के बाद से माता-पिता के आंसू नहीं रुक रहे हैं। पांचों बच्चों की पहचान के लिए शुक्रवार को डॉ. प्रतीक के पिता डॉ. जेपी जोशी और डॉ.  कैमी के पिता अनिल व्यास ने खून के सैंपल दिए हैं। 


ये भी पढ़ें: मजदूर पिता का पसीना, बेटा और डॉक्टर बनने का सपना, विमान हादसे में सब खाक; खाना खाते समय आई मौत

Trending Videos
Rajasthan Banswara Doctor Joshi's father gave blood samples for DNA to identify family died in plane crash
विमान हादसे में पूरा परिवार खत्म। - फोटो : अमर उजाला

डीएनए मिलान के बाद सौंपे जाएंगे शव
दरअसल, विमान हादसे में जान गंवाने वाले ज्यादातर यात्रियों के शव बुरी तरह जल गए हैं। ऐसे में शवों की पहचान डीएनए जांच के माध्यम से की जा रही है। अहमदाबाद चिकित्सा विभाग यह जांच करा रहा है, इसी के तहत डॉ. प्रतीक और उनकी पत्नी डॉ. कैमी के पिता के सैंपल लिए गए है। कल शनिवार तक डीएनए जांच रिपोर्ट आने की संभावना है, जिसके बाद शवों को परिजनों को सौंपा जा सकेगा।

विज्ञापन
विज्ञापन
Rajasthan Banswara Doctor Joshi's father gave blood samples for DNA to identify family died in plane crash
डॉक्टर दंपति और उनके बच्चों की आखिरी सेल्फी। - फोटो : अमर उजाला

रातीतलाई कॉलोनी में स्थित घर में पड़ा ताला 
अपने बच्चों के सी-ऑफ करने गए डॉ. जेपी जोशी और उनकी पत्नी अहमदाबाद में ही हैं। ऐसे में रातीतलाई कॉलोनी में स्थित जोशी निवास पर ताला लगा है। उधर, हादसे की सूचना मिलने के बाद डॉ. जेपी जोशी की बेटी अपने मामा डॉ. हिमांशु द्विवेदी के साथ अहमदाबाद पहुंच गई हैं।

ये भी पढ़ें: परिवार ने लंदन जाने विदा किया, दुनिया से चली गई खुशबू; शादी के बाद पहली बार जा रही थी पति के पास

Rajasthan Banswara Doctor Joshi's father gave blood samples for DNA to identify family died in plane crash
डॉक्टर दंपति और उनके बच्चों की तस्वीरें। - फोटो : अमर उजाला

क्यों लंदन जा रहा था डॉक्टर परिवार? 
जानकारी के अनुसार, डॉ. प्रतीक उदयपुर के पेसिफिक मेडिकल कॉलेज में पदस्थ थे। कुछ महीने पहले उन्होंने पद से इस्तीफा दे दिया था। वे लंदन के एक चिकित्सकीय संस्थान से जुड़ने वाले थे। पिछले दो महीने से डॉ. प्रतीक अपने परिवार के साथ बांसवाड़ा में ही रह थे। बच्चों का वीजा नहीं मिल पाने के कारण वे लंदन नहीं जा पा रहे थे। जैसे ही बच्चों का वीजा तैयार हुआ पूरा परिवार लंदन जाने के लिए तैयार हो गया। बुधवार को डॉ. प्रतीक पत्नी, बच्चों और माता-पिता के साथ अहमदाबाद के लिए रवाना हुए थे। गुरुवार को बुजुर्ग माता-पिता अपने बच्चों को अहमदाबाद एयरपोर्ट पर छोड़ने आए थे। लेकिन, कुछ देर बाद उन्हें अपनी जिदंगी की सबसे बुरी खबर मिली। 

ये भी पढ़ें: बैंक का ये नकली ऐप मिनटों में खाली कर रहा अकाउंट, लोगों तक ऐसे पहुंचा रहे ठग; पुलिस ने किया अलर्ट

विज्ञापन
Rajasthan Banswara Doctor Joshi's father gave blood samples for DNA to identify family died in plane crash
डॉक्टर दंपति। - फोटो : अमर उजाला

चेहरे पर थी नई जिंदगी शुरू करने की खुशी
पेसिफिक हॉस्पिटल के चेयरमैन आशीष अग्रवाल ने कहा कि डॉ. कौनी दो दिन पहले ही अस्पताल आई थीं। उन्होंने पूरे स्टाफ से मिलकर लंदन जाने की जानकारी दी थी। उनके चेहरे पर नई जिंदगी शुरू करने की खुशी झलक रही थी। किसी ने नहीं सोचा था कि वो आखिरी बार मिल रही हैं। उनके परिवार के निधन से अस्पताल स्टाफ भी दुखी है। जोशी दंपती शांत स्वभाव थे, उन्होंने अपने व्यवहार से लोगों के दिलों में जगह बनाई थी।

विज्ञापन
अगली फोटो गैलरी देखें

रहें हर खबर से अपडेट, डाउनलोड करें Android Hindi News App, iOS Hindi News App और Amarujala Hindi News APP अपने मोबाइल पे|
Get all India News in Hindi related to live update of politics, sports, entertainment, technology and education etc. Stay updated with us for all breaking news from India News and more news in Hindi.

विज्ञापन
विज्ञापन

एड फ्री अनुभव के लिए अमर उजाला प्रीमियम सब्सक्राइब करें

Next Article

Election
एप में पढ़ें

Followed