फैशन और दिखावे के इस दौर में जहां शादियों में हेलीकॉप्टर, लग्जरी गाड़ियां और प्री-वेडिंग शूट आम हो गए हैं, वहीं एक किसान के बेटे ने परंपरा को जीवित रखते हुए अनोखा उदाहरण पेश किया है। आऊ तहसील के तेजासर बरसिंगों का बास केरला गांव निवासी ओमप्रकाश पुत्र बाबूराम मायला ने अपनी शादी को खास बनाने के लिए लग्जरी गाड़ियों को छोड़कर ट्रैक्टर को प्राथमिकता दी। ओमप्रकाश की बरात 121 ट्रैक्टरों के काफिले के साथ धर्मसागर जेरिया गांव स्थित नारायणराम जांगू के घर पहुंची। जब यह बरात गांव में पहुंची, तो आसपास के दर्जनों गांवों से लोग इस अनूठी बरात को देखने उमड़ पड़े। हर ओर यही चर्चा थी कि आज बरात ट्रैक्टरों पर आई है।
कमाल है धोरों की धरती: 121 ट्रैक्टरों पर सवार होकर पहुंची बरात, दूल्हा खुद चलाकर लाया; 300 बराती हैं शामिल
न्यूज डेस्क, अमर उजाला, जोधपुर
Published by: शबाहत हुसैन
Updated Thu, 05 Jun 2025 05:05 PM IST
सार
Rajasthan: जोधपुर में एक किसान के बेटे ने मारवाड़ की परंपरा को जीवित रखने के लिए बड़ा ही अनोखा और अथक प्रयास किया है। आज भी किसान परिवार की युवा पीढ़ी इस भीषण गर्मी में भी दूल्हे ने लग्जरी गाड़ियों को छोड़कर ट्रैक्टर पर अपनी जीवन अर्धांगिनी को लेने ससुराल पहुंच गया।
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