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Balotra News: आधार कार्ड का दुरुपयोग कर निकाले फर्जी सिम, ब्लैक में बेचे; तीन गिरफ्तार
न्यूज डेस्क, अमर उजाला, बालोतरा
Published by: बालोतरा ब्यूरो
Updated Fri, 12 Sep 2025 07:54 AM IST
सार
मामला तब उजागर हुआ जब पीड़ित कुलदीप ने शिकायत दर्ज कराई कि उसके आधार कार्ड का दुरुपयोग कर फर्जी सिम कार्ड निकाला गया और उसे ब्लैक में बेचा गया।
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फर्जी सिम कार्ड बेचने वाले 3 गिरफ्तार
- फोटो : अमर उजाला
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विस्तार
जिले में संदिग्ध गतिविधियों और अपराधियों की गतिविधियों पर पैनी नजर रखने के लिए पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर चलाए जा रहे विशेष अभियान के तहत बालोतरा पुलिस ने बड़ी सफलता हासिल की है। पुलिस ने अवैध तरीके से सिम कार्ड बेचने और उसके जरिए आपराधिक गतिविधियों को अंजाम देने वाले गिरोह का पर्दाफाश करते हुए तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस अधीक्षक रमेश ने जानकारी दी कि यह पूरा मामला तब सामने आया जब बालोतरा निवासी युवक कुलदीप ने थाने में शिकायत दर्ज कराई।
उसने बताया कि 11 अगस्त 2025 को उसने आशीष गौड़ नामक व्यक्ति से अपने आधार कार्ड का उपयोग कर जियो कंपनी का सिम कार्ड खरीदा था। लेकिन उसी समय आशीष ने उसकी जानकारी के बिना उसके नाम से एक और सिम कार्ड (एयरटेल कंपनी का) निकाल लिया और उसे ब्लैक में बेच दिया। यह फर्जी सिम कार्ड आगे जाकर आरोपी रमेश कुमार के पास पहुंचा और उसका इस्तेमाल आपराधिक गतिविधियों में होने लगा।
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पुलिस की तकनीकी जांच और गिरफ्तारी
शिकायत दर्ज होने के बाद पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए तुरंत जांच शुरू की। तकनीकी आसूचना (Technical Intelligence) का सहारा लेते हुए पुलिस ने सबसे पहले मुख्य आरोपी आशीष गौड़ (38 वर्ष, निवासी नेहरू कॉलोनी, बालोतरा) को दस्तयाब किया।
सिम कार्ड और उन मोबाइल फोन जब्त
पुलिस पूछताछ में चौंकाने वाले खुलासे हुए। आशीष ने स्वीकार किया कि उसने न केवल कुलदीप का आधार कार्ड दुरुपयोग कर फर्जी सिम कार्ड जारी किया, बल्कि उसे ब्लैक में बेचकर अवैध फायदा कमाने की कोशिश की। पूछताछ के दौरान ही इस पूरे नेटवर्क से जुड़े अन्य दो आरोपियों दीपाराम (30 वर्ष, निवासी चीबी, थाना गिड़ा) और रमेश कुमार (22 वर्ष, निवासी जानियाना, थाना पचपदरा) की पहचान हुई। दोनों को भी गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से अवैध रूप से जारी सिम कार्ड और उन मोबाइल हैंडसेट्स को जब्त किया है जिनका उपयोग आपराधिक गतिविधियों में किया जा रहा था। फिलहाल तीनों आरोपियों से गहन पूछताछ की जा रही है।
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उसने बताया कि 11 अगस्त 2025 को उसने आशीष गौड़ नामक व्यक्ति से अपने आधार कार्ड का उपयोग कर जियो कंपनी का सिम कार्ड खरीदा था। लेकिन उसी समय आशीष ने उसकी जानकारी के बिना उसके नाम से एक और सिम कार्ड (एयरटेल कंपनी का) निकाल लिया और उसे ब्लैक में बेच दिया। यह फर्जी सिम कार्ड आगे जाकर आरोपी रमेश कुमार के पास पहुंचा और उसका इस्तेमाल आपराधिक गतिविधियों में होने लगा।
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शिकायत दर्ज होने के बाद पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए तुरंत जांच शुरू की। तकनीकी आसूचना (Technical Intelligence) का सहारा लेते हुए पुलिस ने सबसे पहले मुख्य आरोपी आशीष गौड़ (38 वर्ष, निवासी नेहरू कॉलोनी, बालोतरा) को दस्तयाब किया।
सिम कार्ड और उन मोबाइल फोन जब्त
पुलिस पूछताछ में चौंकाने वाले खुलासे हुए। आशीष ने स्वीकार किया कि उसने न केवल कुलदीप का आधार कार्ड दुरुपयोग कर फर्जी सिम कार्ड जारी किया, बल्कि उसे ब्लैक में बेचकर अवैध फायदा कमाने की कोशिश की। पूछताछ के दौरान ही इस पूरे नेटवर्क से जुड़े अन्य दो आरोपियों दीपाराम (30 वर्ष, निवासी चीबी, थाना गिड़ा) और रमेश कुमार (22 वर्ष, निवासी जानियाना, थाना पचपदरा) की पहचान हुई। दोनों को भी गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से अवैध रूप से जारी सिम कार्ड और उन मोबाइल हैंडसेट्स को जब्त किया है जिनका उपयोग आपराधिक गतिविधियों में किया जा रहा था। फिलहाल तीनों आरोपियों से गहन पूछताछ की जा रही है।