{"_id":"6778bcc9a8048654650fb6f3","slug":"the-son-of-bagor-did-wonders-bhilwara-news-c-1-1-noi1345-2485476-2025-01-04","type":"story","status":"publish","title_hn":"Bhilwara News: बागोर के लाल योगेंद्र ने किया कमाल, आंध्रप्रदेश और तेलंगाना में लहराया परचम, पहले स्थान पर रहे","category":{"title":"City & states","title_hn":"शहर और राज्य","slug":"city-and-states"}}
Bhilwara News: बागोर के लाल योगेंद्र ने किया कमाल, आंध्रप्रदेश और तेलंगाना में लहराया परचम, पहले स्थान पर रहे
न्यूज डेस्क, अमर उजाला, भीलवाड़ा
Published by: भीलवाड़ा ब्यूरो
Updated Sat, 04 Jan 2025 10:33 AM IST
सार
युवराज शर्मा की इस सफलता ने उन्हें फरवरी-मार्च 2025 में हरिद्वार में आयोजित होने वाली राष्ट्रीय स्तर की संस्कृत प्रतियोगिता के लिए भी चयनित किया है। यह प्रतियोगिता उनके लिए और बड़ी उपलब्धियों का द्वार खोल सकती है।
विज्ञापन
बागोर के लाल ने किया कमाल, आंध्रप्रदेश और तेलंगाना में लहराया परचम
विज्ञापन
विस्तार
भीलवाड़ा जिले के बागोर के संस्कृत वेद अध्ययनरत छात्र युवराज योगेंद्र शर्मा ने तिरुपति स्थित राष्ट्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय में आयोजित राज्य स्तरीय वेद अध्ययन प्रतिस्पर्धा में प्रथम स्थान प्राप्त कर अपने परिवार, गांव और पूरे राजस्थान का नाम गौरवान्वित किया है। यह उपलब्धि न केवल बागोर बल्कि समूचे क्षेत्र के लिए गर्व का विषय है।
Trending Videos
बागोर निवासी पत्रकार विष्णु विवेक शर्मा ने बताया कि उनका पुत्र युवराज योगेंद्र शास्त्री, तिरुपति स्थित श्री वेंकटेश्वर वैदिक विश्वविद्यालय में प्रोफेसर डॉ. टी. उमेश भट्ट के सानिध्य में आचार्य अध्ययन कर रहा है। उसने वेद अध्ययन प्रतिस्पर्धा में प्रथम स्थान हासिल किया है। यह परिवार और गांव के लिए ऐतिहासिक क्षण है।
विज्ञापन
विज्ञापन
दअरसल, तिरुपति स्थित राष्ट्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय में राज्य स्तरीय शास्त्रीय स्पर्धा का आयोजन हुआ, जिसमें मीमांसा विभाग के छात्र युवराज योगेंद्र शर्मा ने मीमांसा शलाका स्पर्धा में भाग लिया। उन्होंने आंध्रप्रदेश और तेलंगाना के अन्य वेद छात्रों को पीछे छोड़ते हुए प्रथम स्थान प्राप्त किया। प्रोफेसर डॉ. टी. उमेश भट्ट ने बताया कि यह प्रतियोगिता केंद्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय, नई दिल्ली के तहत आयोजित हुई थी। इसमें प्राचीन वैदिक शास्त्र ‘मीमांसा दर्शनम’ पर आधारित शलाका स्पर्धा में युवराज ने अपने ज्ञान और मेहनत का परिचय दिया। उनकी इस सफलता ने न केवल विश्वविद्यालय, बल्कि पूरे क्षेत्र का मान बढ़ाया है।
राष्ट्रीय स्तर पर चयनित
युवराज शर्मा की इस सफलता ने उन्हें फरवरी-मार्च 2025 में हरिद्वार में आयोजित होने वाली राष्ट्रीय स्तर की संस्कृत प्रतियोगिता के लिए भी चयनित किया है। यह प्रतियोगिता उनके लिए और बड़ी उपलब्धियों का द्वार खोल सकती है।
यह भी रहे विजेता
श्री वेंकटेश्वर वैदिक विश्वविद्यालय के कुल 9 छात्रों ने इस प्रतियोगिता में भाग लिया और 9 पुरस्कार प्राप्त कर विश्वविद्यालय का नाम रोशन किया। इनमें सुभाषितकंठपाठ, पुराणइतिहास, मीमांसाभाषण और मीमांसाशलाका स्पर्धाओं में प्रथम स्थान, जबकि वेदभाष्यभाषण, धर्मशास्त्रभाषण, श्लोकअन्त्याक्षरी और शास्त्रीयस्फूर्ति प्रश्नोत्तरी में द्वितीय स्थान तथा किरातार्जुनीयम् में तृतीय स्थान हासिल किए। प्रोफेसर डॉ. टी. उमेश भट्ट ने छात्रों की उपलब्धियों को विश्वविद्यालय के लिए गर्व का क्षण बताया और राष्ट्रीय स्तर पर चयनित छात्रों को शुभकामनाएं दीं।
गांव और परिवार में उत्साह
युवराज की इस उपलब्धि से उनके परिवार, गाँव और पूरे बागोर क्षेत्र में खुशी की लहर दौड़ गई है। बागोर के नागरिकों और गणमान्य व्यक्तियों ने युवराज को बधाई दी और उनकी सफलता को प्रेरणादायक बताया।
युवराज से बड़ी उम्मीदें
युवराज शर्मा की यह सफलता संस्कृत और वैदिक अध्ययन के क्षेत्र में राजस्थान के छात्रों के लिए मिसाल है। उनके प्रयासों ने यह साबित किया है कि लगन और मेहनत से किसी भी क्षेत्र में उत्कृष्टता हासिल की जा सकती है। हरिद्वार में होने वाली राष्ट्रीय प्रतियोगिता में युवराज से पूरे राज्य को बड़ी उम्मीदें हैं।
