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Bundi News: मेज नदी में जलस्तर बढ़ने से पुलिया का एक किनारा क्षतिग्रस्त, खतरे की आशंका में आवागमन बंद किया
न्यूज डेस्क, अमर उजाला, बूंदी
Published by: बूँदी ब्यूरो
Updated Thu, 31 Jul 2025 08:53 AM IST
सार
हाड़ौती में हो रही लगातार तेज बारिश के कारण बूंदी क्षेत्र में मेज नदी में जलस्तर बढ़ने से निचले इलाकों में बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं। पानी के तेज बहाव के कारण नदी की पुलिया का एक हिस्सा क्षतिग्रस्त होने से इस पर आवागमन बंद कर दिया गया है।
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मेज नदी में जलस्तर बढ़ा
- फोटो : फाइल फोटो
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विस्तार
जिले में इन दिनों हो रही तेज बारिश के चलते मेज नदी में आए तेज ऊफान से पुलिया का एक हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया। जलस्तर बढ़ने से निचले इलाकों में बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं। बाढ़ नियंत्रण प्रभारी सत्यवान शर्मा ने जानकारी देते हुए बताया कि कोटा-लालसोट मेगा हाईवे पर पापड़ी और नया गांव के बीच स्थित मेज नदी की पुलिया के एक छोर पर पानी के तेज बहाव के चलते पुलिया क्षतिग्रस्त होने की आशंका बनी हुई है। मिट्टी खिसकने के कारण प्रशासन अलर्ट मोड पर है और खतरे की आशंका को देखते हुए आवागमन बंद कर दिया गया है।
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पुलिया के पंपिंग स्टेशन की ओर स्थित अंतिम छोर पर भी सड़क के नीचे की मिट्टी का कटाव हुआ है, जिससे एप्रोच रोड को नुकसान पहुंचा है। सुरक्षा की दृष्टि से यहां भी आवागमन रोक दिया गया है। सार्वजनिक निर्माण विभाग के अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर पुलिया की मजबूती का जायजा लिया और फिलहाल आवागमन को स्थगित रखने का निर्णय लिया गया है। इधर जिला कलेक्टर अक्षय गोदारा ने बुधवार को पुलिस अधीक्षक राजेंद्र कुमार मीणा के साथ लाखेरी उपखंड क्षेत्र का दौरा कर व्यवस्थाओं का जायजा लिया। उन्होंने मानसून के दौरान उत्पन्न हो सकने वाली परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए नदी-नालों पर बनी पुलियाओं और बांधों की सुरक्षा व्यवस्था का निरीक्षण किया और संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
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कलेक्टर ने बाबई गांव में चाकन नदी की पुलिया का निरीक्षण किया। यहां उन्होंने चाकन बांध की भराव क्षमता और निचले इलाकों में सुरक्षा उपायों के बारे में अधिकारियों से जानकारी ली। इस दौरान स्थानीय ग्रामीणों ने जिला कलेक्टर से पुलिया की ऊंचाई बढ़ाने की मांग की, ताकि बरसात के मौसम में आवागमन बाधित न हो। इसके बाद जिला कलेक्टर बलवन गांव पहुंचे और वहां के तालाब की स्थिति का निरीक्षण कर सुरक्षा व्यवस्थाओं की जानकारी ली। लाखेरी के समीप स्थित मेज नदी की क्षतिग्रस्त पुलिया पहुंचकर उन्होंने मौके पर मिट्टी के कटाव का जायजा लिया और सार्वजनिक निर्माण विभाग एवं रिडकोर के अधिकारियों को निर्देश दिए कि पुलिया की मरम्मत का कार्य शीघ्रता से एवं गुणवत्ता के साथ पूरा किया जाए।
कलेक्टर ने यह भी निर्देश दिए कि मरम्मत कार्य पूर्ण होने के बाद सभी सुरक्षा मानकों की जांच के उपरांत ही पुलिया पर आवागमन पुनः शुरू किया जाए, ताकि किसी प्रकार की अप्रिय घटना न हो। इस अवसर पर लाखेरी उपखंड अधिकारी अरविंद शर्मा, तहसीलदार राजेंद्र मीणा सहित संबंधित अधिकारी मौजूद रहे।