पुलिस का नेक काम: भावुक हुई मां...जब उनकी तीन बेटियों की शादी में पहुंचा पूरा थाना, दिए रुपये और खूब सामान
Police Filled Dowry: थाने में सफाई का काम करने वाली सुनीता देवी की तीन बेटियों की शादी में पुलिसकर्मियों ने मामा बनकर मायरा भरा। थाने के सभी पुलिसकर्मी मिलकर 1.11 लाख रुपये नकद, कपड़े और बर्तन लेकर पहुंचे।
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दौसा जिले में लालसोट थाना पुलिस ने सीआई श्रीकिशन मीणा के नेतृत्व में थाने में वर्षों से कार्यरत सुनीता देवी की बेटियों की शादी में भात भरने के लिए पहुंचे। लालसोट शहर के बड़ा मोहल्ला निवासी सुनीता देवी पत्नी अमरचंद हरिजन लालसोट थाने में कई वर्षों से सफाई का कार्य कर रही हैं। वहीं, सुनीता देवी के तीन बेटियां सुमन, मनीषा और सोना और एक बेटा है।
बता दें कि 30 अप्रैल 2025 को सुनीता देवी की तीनों बेटियों की शादी हुई। ऐसे में लालसोट पुलिस थाना ने सामाजिक सरोकार की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए भात भरा है। जहां भात में पुलिस ने एक लाख 11 हजार रुपये नकद और कपड़े दिए हैं। पुलिस के द्वारा निभाए गए सामाजिक सरोकार को लेकर क्षेत्र में पुलिस के प्रति सकारात्मक चर्चा हो रही है, जो बेहतर समाज बनाने के प्रति लालसोट पुलिस थाना ने प्रतिबद्धता दिखाई है।
बता दें कि सुनीता की तीन बेटियों की शादी आखातीज पर हुई, जिसका निमंत्रण सुनीता ने पुलिस स्टॉफ को दिया था। सुनीता की आर्थिक स्थिति को स्टॉफ मानसिक रूप से पहचानता है। ऐसे में थाना प्रभारी और पुलिस कर्मियों ने सहयोग का निर्णय लेते हुए अपनी तनख्वाह में से राशि एकत्र की और ऑफिस स्टॉफ से सहयोग लेकर सुनीता वाल्मीकि की बेटियों की शादी में मे मायरा भरा। थानाधिकारी श्रीकिशन मीणा का कहना है, सुनीता वाल्मीकि हमारे परिवार का हिस्सा हैं। उनके सुख-दुख के साथ खड़ा रहना हमारा फर्ज है।
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पुलिस जब मायरा लेकर सुनीता के घर पहुंची, तो गांव की महिलाओं ने मांगलिक गीतों के साथ स्वागत किया। गेट पर सुनीता को बहन की तरह साड़ी ओढ़ाकर भात न्योतने की रस्म की गई। इस दृश्य ने सुनीता को भावुक कर दिया, उसकी आंखों से आंसू छलक पड़े, जिस सम्मान और अपनत्व के साथ पुलिस ने यह भूमिका निभाई, वह पूरे क्षेत्र में चर्चा का विषय बन गया है।
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