सब्सक्राइब करें
Hindi News ›   Rajasthan ›   Nagaur News ›   Nagaur News: Four accused arrested for cheating of Rs 92 lakh in the name of crypto currency

Nagaur News: क्रिप्टो करेंसी के नाम पर 92 लाख रुपये की ठगी, चार आरोपी गिरफ्तार

न्यूज डेस्क, अमर उजाला, नागौर Published by: नागौर ब्यूरो Updated Tue, 12 Aug 2025 02:51 PM IST
विज्ञापन
सार

नागौर पुलिस ने ऑपरेशन साइबर शील्ड के तहत मेड़ता सिटी से चार साइबर ठगों को गिरफ्तार किया, जिन्होंने क्रिप्टोकरेंसी माइनिंग मशीन के जरिए अधिक धन कमाने का लालच देकर व्यक्ति से 92 लाख रुपये की ठगी की। 

Nagaur News: Four accused arrested for cheating of Rs 92 lakh in the name of crypto currency
साइबर ठगी (सांकेतिक तस्वीर) - फोटो : संवाद न्यूज एजेंसी
विज्ञापन

विस्तार
Follow Us

नागौर पुलिस ने ऑपरेशन साईबर शील्ड के तहत साइबर ठगी से जुड़े चार आरोपियों को गिरफ्तार किया। आरोपियों ने परिवादी को क्रिप्टों करेंसी की माइनिंग मशीन से अधिक धन कमाने का लालच देकर परिवादी से 91 लाख 59 हजार 999 रुपये की साइबर ठगी कर ली। पुलिस ने मेड़ता सिटी कस्बे से 04 आरोपियों को गिरफ्तार कर उनसे पूछताश की तो आरोपियों ने बताया कि उन्होंने माइनिंग मशीन से अधिक धन राशि कमाने को लेकर अब तक कुल 10 करोड़ रुपये की साइबर ठगी कर चुके हैं। जिला पुलिस अधीक्षक मृदुल कच्छवाहा ने बताया कि आरोपी अधिक धन कमाने का लालच देकर CARNIVAL CORPORATE GROUP इनवेस्टमेंट किप्टो करेंसी मशीन बेचने को लेकर ठगी करते थे। आरोपियों के कब्जे से 04 कंप्यूटर 02 लैपटॉप व लेन-देन से जुड़े दस्तावेज भी जब्त किए हैं।

loader
Trending Videos

 

नागौर जिले के मेड़ता सिटी कस्बे निवासी ओंकार राम पुत्र छोगाराम ने रिपोर्ट देकर बताया कि उसको सोशल मीडिया के जरिए उसका दो लोगों से संपर्क हुआ। उन्होंने बताया कि उनके पास खुद की एक कंपनी है, जिसमें वह इन्वेस्टमेंट करवाते हैं तथा खुद को प्रचारित करते हुए एक निवेश (इन्वेस्टमेंट) कंपनी बताई। इस निवेश के जरिए पैसा निवेश कर उन्हें अच्छा निवेश कमा सकते हैं। दोनों युवकों ने कहा कि उनके बताए अनुसार वह भी धनराशि इन्वेस्टमेंट करेगा तो उसको भी अच्छा खासा वह मुनाफा दिलवाएंगे। उन लोगों के कहने पर वह उनके चंगुल में फंस गया और उसने उनके बताए अनुसार 5 नवंबर 2024 को मेड़ता सिटी स्थित उनके ऑफिस गया। वहां पर उसको पूरी ऑफिस दिखाया गया, जहां पर लैपटॉप में मशीनें भी रखी हुई थीं। उन लोगों ने बताया कि इन मशीनों से वह ट्रेडिंग करते हैं तथा उन्होंने यह भी बताया कि वह काफी समय से उनके साथ काम कर रहे हैं। उन लोगों ने संगठित रूप से एक निवेश कंपनी होने का उसको झांसा विश्वास में ले लिया। उन लोगों के कहे अनुसार उसने भी अपनी जमा पूंजी निवेश कर दी।
विज्ञापन
विज्ञापन


ये भी पढ़ें- वरिष्ठ नागरिक तीर्थ यात्रा ट्रेन का इंजन फेल, चित्तौड़गढ़ में घंटों इंतजार से यात्री परेशान

CARNIVAL CORPORATE GROUP ऑनलाइन इन्वेस्टमेंट के बारे में भरोसा करो और निश्चित रहो। आगे उन्होंने कहा कि जैसा हम लोग कह रहे हैं वैसे-वैसे आप लोग निवेश करो जल्दी ही आपको आपके इन्वेस्टमेंट के रुपये प्रॉफिट उपलब्ध करवा दिया जाएगा। उसे उनके विश्वास में आकर उसने उनके अनुसार बताए हुए तमाम बैंक की डिटेल उन्हें भेज दी तथा परिवादी ने अपने तमाम निजी बैंक खातों और फोन-पे से उनको पैसे जमा करवाता रहा। कुछ दिन बाद वहां पर उपलब्ध संपर्क नंबर भी बंद थे तथा जो बाकी अन्य डिटेल उन्होंने उपलब्ध करवाई थी। वह भी पूर्ण रूप से फर्जी निकली और ऑफिस भी बंद था। जब मैं सभी दस्तावेज पहचान हुए दावे को चेक किया तो सारे फर्जी निकले। उसे समय उसको पूरा कभी भरोसा हुआ कि उसके साथ धोखाधड़ी और ठगी हो गई। आरोपियों ने उसे 91 लाख 59999 रुपये हड़प लिए, जिसके चलते उसके ऊपर आर्थिक संकट भी आ गया। परिवादी की रिपोर्ट के आधार पर नागौर की साईबर थाना पुलिस ने धारा 61 (2), 316(2), 318(4) बीएनएस ने प्रकरण दर्ज कर जांच शुरू कर चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।

मृदुल कच्छावा जिला पुलिस अधीक्षक ने बताया कि ऑपरेशन साइबर शील्ड के तहत मेड़ता कस्बे से चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों ने मेड़ता निवासी ओंकाराम पुत्र छोगाराम के साथ 91 लाख 59 हजार 999 के साथ अधिक धन राशि कमाने का झांसा देकर किप्टो करेंसी की माइनिंग मशीन से अधिक धन राशि कमाने का लालच देकर उसके साथ साइबर ठगी कर ली। आरोपियों से पूछताछ के दौरान उन्होंने बताया कि अब तक 10 करोड़ रुपये की ठगी की है। आरोपियों के कब्जे से चार कंप्यूटर, 02 लैपटॉप और लेनदेन से जुड़े दस्तावेज जब्त हुए हैं।

ये भी पढ़ें- पांच साल से बीमा राशि को तरसते किसान, पेड़ पर चढ़कर घंटियां बजाईं, महिलाओं का खेतों में प्रदर्शन

अपराध करने का तरीका
साइबर ठग सोशल मीडिया और मैसेजिंक एप पर नकली प्रोफाइल बनाकर ठगी का अंजाम देते हैं। दोस्ती करते हैं इसके साथ बिजनेस ग्रुप निवेश सलाह, चैनल या 'एस्पोर्ट' ट्रेडिंग ग्रुप में जोड़ते हैं।इसके अलावा नकली निवेश प्लेटफार्म/एप के जरिए अपराधी असली एक्सचेंज जैसा दिखने वाला एप या वेबसाइट बनाकर USTD या अन्य क्रिप्टो करेंसी खरीदने और उनके वॉयलेट में ट्रांसफर करने के लिए कहते हैं। पहले शुरुआत में आम लोगों से भरोसा बनाते फिर शुरुआती छोटे लेनदेन में मुनाफा दिखाकर वापस कर देते हैं। इससे पीड़िता का भरोसा जीतते है और बड़े निवेश के लिए उकसाते हैं।

बड़ा निवेश और ठगी
एक बार बड़ी रकम भेजने के बाद ये लोग वॉलेट को 'फ्रीज' वेरिफिकेशन पेंडिंग बताकर पैसे निकालते से रोक देते हैं। फिर अलग-अलग बहानों जैसे (टैक्स, सर्विस, चार्ज, वेरिफिकेशन फीस) के नाम पर और पैसे की मांग करते हैं। रकम को तुरंत विभिन्न विदेशी वॉयलेट में भेजकर ट्रैकिंग मुश्किल बना देते हैं।
विज्ञापन
विज्ञापन

रहें हर खबर से अपडेट, डाउनलोड करें Android Hindi News App, iOS Hindi News App और Amarujala Hindi News APP अपने मोबाइल पे|
Get all India News in Hindi related to live update of politics, sports, entertainment, technology and education etc. Stay updated with us for all breaking news from India News and more news in Hindi.

विज्ञापन
विज्ञापन

एड फ्री अनुभव के लिए अमर उजाला प्रीमियम सब्सक्राइब करें

Next Article

एप में पढ़ें

Followed