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Shimla: टनल के निर्माण से भट्ठाकुफर में धंस रही जमीन, प्रशासन के कार्य रोकने के आदेश, रिपोर्ट में हुआ खुलासा

अमर उजाला ब्यूरो, शिमला। Published by: Krishan Singh Updated Fri, 28 Nov 2025 12:42 PM IST
सार

शिमला के भट्ठाकुफर में फोरलेन टनल के निर्माण से जमीन धंस रही है। भू-विज्ञानी ने इस क्षेत्र में जाकर हो रहे धंसाव और भूस्खलन की जांच की थी।

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Shimla: Due to the construction of the tunnel, the land is sinking in Bhattakufar, the administration has orde
टनल के निर्माण से भट्ठाकुफर में धंस रही जमीन। - फोटो : संवाद
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विस्तार
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हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला के भट्ठाकुफर में फोरलेन टनल के निर्माण से जमीन धंस रही है। भू-विज्ञानी ने इस क्षेत्र में जाकर हो रहे धंसाव और भूस्खलन की जांच की थी। अब इसकी रिपोर्ट जिला प्रशासन को सौंप दी है। रिपोर्ट के अनुसार इस क्षेत्र में हो रहे धंसाव के पीछे टनल निर्माण का प्रभाव भी सामने आया है। हालांकि जमीन धंसने के अन्य कारण भी हो सकते हैं। सटीक कारण का पता लगाने के लिए अब बड़ी एजेंसी से जांच करवाने का फैसला लिया है। जिला प्रशासन ने भट्ठाकुफर, मैहली-ढली रोड पर हुए भूस्खलन के बाद एहतियाती कदम उठाते हुए राष्ट्रीय राजमार्ग-05 (शिमला बायपास पैकेज दो) के तहत निर्माणाधीन ट्विन ट्यूब टनल पर सभी खुदाई, ब्लास्टिंग और संबंधित निर्माण कार्य तत्काल प्रभाव से आगामी आदेशों तक रोक दिए हैं। इस बारे में जिला  दंडाधिकारी शिमला अनुपम कश्यप ने परियोजना निदेशक, भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण, क्षेत्रीय कार्यालय शिमला को पत्र लिखकर तत्काल प्रभाव से कार्य रोकने के लिए कहा है।

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बीते हफ्ते यहां सड़क का एक हिस्सा धंस गया था। प्रशासन ने इसकी भूविज्ञानी से जांच करवाई थी। भूवैज्ञानिक शाखा की ओर से प्रस्तुत प्राथमिक स्थल निरीक्षण रिपोर्ट के अनुसार, मैहली-ढली रोड पर एक बड़ा गर्त (गहरा स्थान) विकसित हुआ है। इसमें चट्टानी द्रव्यमान में दरारें, सतत रिसाव और आसपास के कई आवासीय घरों में संरचनात्मक दरारें देखी गई हैं। रिपोर्ट में यह भी उल्लेख है कि भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण की ओर से निर्माणाधीन ट्विन ट्यूब टनल का अक्ष (आधार) प्रभावित क्षेत्र के ठीक नीचे है और इस स्तर पर खुदाई गतिविधियों का प्रभाव नकारा नहीं जा सकता। प्राथमिक निष्कर्षों के आधार पर भूस्खलन के सटीक कारण का पता लगाने के लिए जियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया जैसी विशेष एजेंसी से विस्तृत भू-तकनीकी एवं भू-भौतिकीय आवश्यक पाई गई है। भूवैज्ञानिक शाखा की सिफारिशों को देखते हुए यह निर्णय लिया है कि भट्ठाकुफर में ट्विन ट्यूब टनल पर सभी टनलिंग, खुदाई, ब्लास्टिंग या निर्माण गतिविधियां तत्काल प्रभाव से रोक दी जाएं। इसके अतिरिक्त, मैसर्ज गावर शिमला हाईवे प्राइवेट लिमिटेड को जारी ब्लास्टिंग अनुमति अगले आदेश तक अस्थायी रूप से वापस ले ली है।

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धंसाव पर नजर रखने के आदेश
जिला प्रशासन ने निर्देश दिए हैं कि प्रभावित क्षेत्र में दरारें, भू-स्खलन और रिसाव की निरंतर निगरानी की जाए। इसके अतिरिक्त लोक निर्माण विभाग और जियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया की टीम के साथ पूर्ण सहयोग सुनिश्चित किया जाए। किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए सुरक्षा उपाय और बैरिकेडिंग सुनिश्चित की जाए। उन्होंने परियोजना निदेशक भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण को निर्देशों का कड़ाई से पालन सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं। उल्लंघन पर कानूनी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
 

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